नई दिल्ली. हम सभी के लिए गर्व का क्षण था जब पांच राफेल लड़ाकू विमानों का पहला बैच 2020 में हरियाणा के अंबाला एयर फोर्स बेस पर उतरा. राफेल विमानों का शामिल होना निश्चित रूप से वायु सेना की ताकत को बढ़ाता है, क्योंकि यह दुनिया के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक है और इसमें बेहद आधुनिक एवियोनिक्स, हथियार प्रणाली और रडार सिस्टम शामिल हैं.
इन दोनों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है. ऐसे लोगों की जिज्ञासा बढ़ गई है, तो हमने सोचा क्यों न आपको इस अद्भुत लड़ाकू विमान के बारे में और बताया जाए. तो, यहां भारतीय वायु सेना में शामिल नए राफेल लड़ाकू विमानों के बारे में सब कुछ है जो आपको जानना चाहिए.
इंजन और टॉप स्पीड
सबसे पहले, ‘राफेल’ शब्द का मतलब होता है हवा का झोंका! राफेल लड़ाकू विमान दो M88-2 इंजनों से पावर्ड होता है, जिनकी प्रत्येक की थ्रस्ट आउटपुट 16,850 पाउंड-फोर्स है. यह लड़ाकू विमान मैक 1.8 या 2,222 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड तक पहुंच सकता है.
स्पेसिफिकेशन | डसॉल्ट राफेल |
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मैक्स स्पीड | 2,222 kmph |
फेरी रेंज | 3,700 km |
लैंडिंग ग्राउंड रन | 450 टन |
विंगस्पैन | 10.9 टन |
लेंग्थ | 15.3 टन |
हाइट | 5.3 टन |
एंपटी वेट | 10 टन |
मैक्स टेक ऑफ वेट | 24.5 टन |
एक्सटर्नल लोड | 9.5 टन |
फ्यूल कपैसिटी | 11.4 टन |
सर्विस सीलिंग | 50,000 फीट |
घंटे भर में कितना फ्यूल खर्च होता है?
डसॉल्ट राफेल की ईंधन की खपत उड़ान की स्थिति पर निर्भर करती है, लेकिन अनुमान है कि क्रूज़िंग फ्लाइट में यह लगभग 2,500 लीटर ईंधन प्रति घंटे जलाता है, जबकि युद्धाभ्यास या आफ्टरबर्नर के साथ यह 9,000 लीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकता है.
डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित
डसॉल्ट राफेल एक फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है, जिसे डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित किया गया है, और इसने इराक, सीरिया, अफगानिस्तान, माली और लीबिया में हवाई युद्ध देखा है. यह एक 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है और एक ‘ऑम्निरोल’ विमान है, जिसका मतलब है कि यह एक ही उड़ान में कई मिशनों को अंजाम दे सकता है. राफेल एक ट्विन-जेट विमान है, जो दो M88-2 इंजनों द्वारा संचालित होता है.
साउंड की स्पीड से भी तेज
प्रत्येक इंजन 7.5 टन या 16,850 पाउंड-फोर्स की थ्रस्ट जेनेरेट करने में सक्षम है (आफ्टरबर्नर्स के साथ). इसकी टॉप स्पीड 2,222 किमी प्रति घंटे या मैक 1.8 है, जिसका मतलब है कि यह लड़ाकू विमान ध्वनि की गति से 1.8 गुना तेज उड़ सकता है. राफेल विमान का अधिकतम टेक-ऑफ वजन 24.5 टन है और यह अपने आंतरिक टैंकों और बाहरी ड्रॉप टैंकों में कुल 11.4 टन ईंधन ले जा सकता है. तीन ड्रॉप टैंकों के साथ, राफेल की फेरी रेंज 3,700 किमी है.