लोकसभा चुनाव से पहले Himachal में खेला, क्या फिर आई सरकार बदलने की बेला

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अबकी बार 400 पार और तीसरी बार मोदी सरकार वाले नारे के साथ सत्तारूढ गठबंधन एक बार फिर चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है…चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो गया है…लेकिन राज्यों में सत्ता को लेकर शतरंज अभी भी जारी है…-Himachal Pradesh – Election update

लोकसभा चुनाव से पहले Himachal में एक बार फिर ‘खेला’ होने की संभावना बन रही है…27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग के बाद से उठा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है…राज्यसभा सीट पर हुए चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट करने वाले कांग्रेस के सभी 6 बागी नेता बीजेपी में शामिल हो गए-Himachal Pradesh – Election update

बीजेपी में शामिल हुए नेताओं में सुधीर शर्मा है…जो 4 बार विधायक रहे…कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे…कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव भी रहे…दूसरा नाम राजेन्द्र राणा का है जो तीन बार से लगातार विधायक हैं…ये जनाब भी कांग्रेस प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष रहे है…रवि ठाकुर, तीन बार के विधायक…इंद्रदत्त लखनपाल…देवेंद्र भुट्टो…बंगाना से पहली बार विधायक बने हैं और चैतन्य शर्मा, Himachal में सबसे युवा विधायक हैं…सब के सब बीजेपी का दामन थाम चुके हैं…-Himachal Pradesh – Election update

दरअसल…लंबे वक्त से यह चर्चा चल रही थी कि कांग्रेस के बागी विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते है…जिसपर अब विराम लग गया…Himachal बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल पहले से ही दिल्ली में मौजूद थे…जब सभी 6 बागी नेताओं की बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात हुई तब भी बिंदल वहीं मौजूद थे…सब बीजेपी की योजना के मुताबिक हुआ और अब ये कुनबा और भी बड़ा हो गया है…जहां कांग्रेस के 6 बागी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए तो उधर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है…करीब 25 दिन बाद Himachal लौटे इन निर्दलीय विधायकों ने शिमला में विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंपा है…

Himachal में जो मौजूदा हालात बन रहे है.. इससे एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है….तो क्या अब 9 सीटों पर होंगे उपचुनाव… क्योकि Himachal प्रदेश में बागी विधायकों की सदस्या रद्द कर दी गई है… ऐसे में लोकसभा चुनाव के साथ 1 जून को 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे….लेकिन अब यह माना जा रहा है कि देहरा, हमीरपुर सदर और नालागढ़ में भी उपचुनाव होंगे…हालांकि, तीन सीटों पर अभी आयोग की तरफ से घोषणा होगी, तभी चुनाव करवाए जाएंगे…

Himachal प्रदेश में विधानसभा की 68 सीटें हैं…लेकिन छह विधायकों की विधायकी रद्द की जा चुकी है…तीन विधायकों ने इस्तीफा दिया है…अब कुल 59 विधायक बचे हैं…ऐसे में यदि नौ सीटों पर उपचुनाव हुआ और बीजेपी सभी सीटें जीती तो कांग्रेस और भाजपा दोनों का आंकडा 34-34 हो जाएगा…बीजेपी के पास बहुमत तो रहेगा…लेकिन सरकार बनाने के लिए आंकड़ा 35 चाहिए…ऐसे में Himachal में या तो राष्ट्रपति शासन लगेगा या फिर दोबारा विधानसभा चुनाव होंगे…बीजेपी यही सियासी आंकलन लगाकर चल रही है कि दोबारा चुनाव में उन्हें फायदा हो सकता है…हालांकि इससे इतर बीजेपी एक दूसरे फॉर्मूला पर भी काम कर रही है…इससे प्रदेश में उपचुनाव ही नहीं, मध्य अवधि चुनाव की स्थिति तक पैदा हो सकती है…

 बीजेपी यही सियासी आंकलन लगाकर चल रही है कि दोबारा चुनाव में उन्हें फायदा हो सकता है..

  क्या Himachal में राष्ट्रपति शासन लग सकता है?

 Himachal में उपचुनाव को लेकर क्या स्थिति बन सकती है?

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