14 साल बाद Govinda की राजनीति में वापसी, शिंदे की शिवसेना में शामिल

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बॉलीवुड एक्टर Govinda -Comeback to politics ?

14 साल बाद राजनीति में वापस आए Govinda

एकनाथ शिंदे की शिवसेना का थामा हाथ

मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

साल 2004 में Govinda कांग्रेस से जीतकर संसद पहुंचे थे

बीजेपी के कद्दावर नेता राम नाईक को हराया था

फिल्म अभिनेता Govinda ने 28 मार्च को अपनी दूसरी सियासी पारी शुरू कर दी है. वो एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए. अब उनके मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है. अगर ऐसा होता है तो Govinda का मुकाबला उद्धव ठाकरे की शिवसेना के अमोल कीर्तिकर से होगा. हालांकि, सीएम शिंदे कह रहे हैं कि Govinda किसी शर्त के साथ शिवसेना में शामिल नहीं हुए हैं. -Govinda -Comeback to politics ?

वो उनके प्रत्याशियों के लिए प्रचार जरूर करेंगे. ये वही Govinda हैं जिनका सियासी डेब्‍यू साल 2004 में हुआ था. तब वो कांग्रेस से जीतकर संसद पहुंचे थे. Govinda ने 20 साल पहले उत्‍तरी मुंबई सीट से चुनाव जीता था. 2004 के लोकसभा चुनाव में Govinda ने बीजेपी के कई बार के सांसद और कद्दावर नेता राम नाईक को हराया था. हालांकि, बाद में Govinda ने राजनीति छोड़ दी थी. -Govinda -Comeback to politics ?

उसके बाद उन पर दाऊद से कनेक्शन तक के आरोप भी लगे थे. बीजेपी के कद्दावर नेता और यूपी के गवर्नर रहे राम नाईक ने दावा किया था कि Govinda ने 2004 लोकसभा चुनाव में मुंबई नॉर्थ से उन्हें हराने के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और बिल्डर हितेन ठाकुर की मदद ली थी. उन्होंने इसका जिक्र अपनी किताब ‘चरैवेति, चरैवेति’ में भी किया है. उन्होंने अपनी किताब में लिखा था कि Govinda की दाऊद और ठाकुर के साथ दोस्ती थी. उन्होंने चुनाव में वोटरों को आतंकित करने के लिए इन दोनों की मदद ली थी.

नाईक ने एक टीवी चैनल पर भी Govinda की फिल्में चलाकर चुनाव में Govinda की मदद करने का आरोप लगाया था.. हालांकि Govinda ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि यह जनता है जिसने उन्हें जिताया था. अपने ऊपर लगे आरोपों पर Govinda ने कहा था कि मुझे तब किसी के समर्थन की जरूरत नहीं थी. ऐसी बातें कहकर राम नाईक यह कहना चाहते हैं कि उस संसदीय क्षेत्र के लोग अंडरवर्ल्ड के हाथों बिक गए थे.

ऐसी बातें कहकर किसी का अपमान न करें..वहीं आपको बता दें कि उस दौरान Govinda सांसद बनने के बाद सदन में अनुपस्थित रहने वालों में सबसे ऊपर थे. वो एक दिन भी सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए. पांच साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने एक भी सवाल सदन में नहीं उठाया. इस पर जब पत्रकारों ने सवाल पूछा था तो Govinda ने कहा था कि फिल्म की शूटिंग में व्यस्त होने के अलावा, कुछ साल पहले राजस्थान में उनकी पत्नी और दो बच्चों की घातक दुर्घटना के बाद उनकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था…

वहीं Govinda ने 2009 में अपनी राजनीतिक पारी को विराम देते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस में उनके प्रतिद्वंद्वियों ने उनके कार्यकाल के दौरान उनके लिए बाधाएं पैदा की थीं. 2004 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कद्दावर नेता राम नाईक को हराने वाले Govinda ने इस बात से इनकार किया था कि पार्टी ने उन्हें कोई फायदा नहीं पहुंचाया है. उन्होंने कहा था, मुझे सचमुच मेरी ही पार्टी में घेर लिया गया था. कुछ लोग मेरे साथ काम नहीं करना चाहते थे. इसलिए मैंने दोबारा चुनाव लड़ने के बजाय सिर्फ प्रचार करने का फैसला किया.

अब जब उनका फिल्मी करियर ठीक नहीं चल रहा तो उन्होंने शिवसेना के साथ अपनी दूसरी पारी शुरू करने का फैसला किया है. अभिनेता Govinda की एंट्री से महायुति को सेलिब्रिटी टच मिलेगा और Govinda के साथ उनके साथी रहे कलाकार समेत कई सेलेब्स भी प्रचार के लिए मौजूद रहेंगे, जिसका फायदा शिवसेना को मिल सकता है. वहीं उनके चुनाव लड़ने की प्रबल संभावनाएं हैं…वहीं शिवसेना में शामिल होने के बाद Govinda किसी मंझे हुए नेता की तरह मीडिया से रूबरू हुए. पत्रकारों से बात करते समय Govinda खूब हंसी मजाक करते दिखे. सीएम एकनाथ शिंदे ने भी Govinda की जमकर हौसला अफजाई की.

प्रेस कांफ्रेंस में सीएम शिंदे ने कहा कि Govinda के आने से पार्टी और मजबूत होगी. जब एकनाथ शिंदे से Govinda के चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई शर्त नहीं है. उन्होंने टिकट नहीं मांगा, लेकिन Govinda हमारे उम्मीदवारों को जिताने के लिए प्रचार जरूर करेंगे.. वहीं Govinda ने कहा कि 14 साल के वनवास के बाद वो राजनीति में वापस लौट रहे हैं.. -Govinda -Comeback to politics ?

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान Govinda ने कहा कि सियासत की दूसरी पारी को वो भगवान का संदेश मान रहे हैं, क्योंकि, 2004 से 2009 तक कांग्रेस सांसद रहने के बाद उन्होंने राजनीति से किनारा कर लिया था. अब Govinda कह रहे हैं कि 14 साल के वनवास के बाद वो वहीं आए हैं, जहां असल में रामराज्य है. Govinda इस मौके पर भावुक नजर आए. उन्होंने कहा कि वो विरार से खाली हाथ निकले थे. लेकिन ईश्वर ने उन्हें वो सब कुछ दिया, जिसकी इच्छा एक सफल अभिनेता को होती है.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम शिंदे के कामकाज से वो बहुत प्रभावित हैं. हालांकि Govinda पहले कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन उन्होंने अपने उस अनुभव को खास नहीं बताया था.Govinda 43 साल के थे जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा था. एक्टर ने बताया था कि वो इसे अपनी बेहतरीन पारी नहीं मानते और उसे भूल जाने में यकीन रखते हैं.  हालांकि 2016 में Govinda ने एक बातचीत के दौरान बताया था कि उनका पॉलिटिक्स में वापसी करने का कोई मन नहीं है.

बल्कि उनका अनुभव इतना खराब रहा था कि इसे भूलने में भी उन्हें कई साल लग गए थे. उनके मन पर इस राजनीतिक पारी ने गहरा असर छोड़ा था. Govinda ने कहा था कि मुझे 9 से 10 साल लगे थे इससे बाहर निकलने में और पॉलिटिक्स के दिनों को भूल जाने में. उन्होंने पत्रकारों से रिक्वेस्ट करते हुए कहा था कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इस बारे में मुझसे कुछ भी ना पूछें. 

लेकिन अब उन्होंने शिवसेना पार्टी की सदस्यता ली है. खबर है शिंदे की पार्टी एक्टर को मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट से खड़ा कर सकती है. अब उनकी राजनीति में वापसी कितनी धमाकेदार रहेगी ये तो वक्त ही बताएगा.. ऐसी ही और खबरों के जानने के लिए अब बने रहे AIRR NEWS के साथ…

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