गायत्री प्रजापति उत्तर प्रदेश का पूर्व मंत्री , जिसपर पर अनुपातिक संपत्ति अर्जित करने, अपराधिक अनाचार करने, और बलात्कार करने के आरोप हैं। उन्हें 2021 में लोकायुक्त की सिफारिश पर उत्तर प्रदेश नियमन स्थापना, लखनऊ द्वारा एक एफआईआर के तहत गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन कानून PMLA के तहत एक मामला दर्ज किया था, जिसमें उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के पद का दुरुपयोग करते हुए अपने परिवार और सहयोगियों के नाम पर अनुपातिक संपत्ति अर्जित की थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में उत्पन्न अवैध धन को विभिन्न कानूनी संस्थाओं के माध्यम से शोधित किया था, और अपने परिवार के बैंक खातों का उपयोग करके अपने लिए अवैध लाभ हासिल किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने उनके परिवार और सहयोगियों की संपत्तियों को दो चरणों में जब्त किया है, जिसका कुल मूल्य 50.37 करोड़ रुपये है। आज हम आपको इस विषय पर विस्तार से बताने वाले है ,नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज। – Gayatri Prajapati’s Family
गायत्री प्रजापति के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच 2021 में शुरू हुई थी, जब उनके, उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के सात स्थानों पर छापेमारी की गई थी। इन स्थानों में लखनऊ, कानपुर और अमेठी के इलाके शामिल थे। छापेमारी के दौरान, प्रवर्तन निदेशालय को कई दस्तावेज, रिकॉर्ड, और डिजिटल सामग्री मिली, जिनसे पता चला कि गायत्री प्रजापति ने अपने मंत्रिमंडल के पद का दुरुपयोग करते हुए अपने परिवार और सहयोगियों के नाम पर अनुपातिक संपत्ति अर्जित की थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में उत्पन्न अवैध धन को विभिन्न कानूनी संस्थाओं के माध्यम से शोधित किया था, और अपने परिवार के बैंक खातों का उपयोग करके अपने लिए अवैध लाभ हासिल किया था।-Gayatri Prajapati’s Family
आपको बता दे की प्रवर्तन निदेशालय ने उनके परिवार और सहयोगियों की संपत्तियों को दो चरणों में जब्त किया है। पहले चरण में, उन्होंने 2021 में 60 अस्थावर संपत्तियों को जब्त किया था, जिनका कुल मूल्य 36.95 करोड़ रुपये था। इन संपत्तियों में लखनऊ, कानपुर, अमेठी, और मुंबई के विभिन्न आवासीय, वाणिज्यिक, और कृषि भूमि शामिल थीं। दूसरे चरण में, उन्होंने हाल ही में उनके परिवार और सहयोगियों की और से अधिग्रहित की गई विभिन्न अस्थावर संपत्तियों को जब्त किया है, जिनका कुल मूल्य 13.42 करोड़ रुपये है। इन संपत्तियों में मुंबई के मालाड पश्चिम में चार फ्लैट, और लखनऊ के मोहनलालगंज और हरिहरपुर गांव के आस-पास की सात खेती और आवासीय जमीन शामिल है।-Gayatri Prajapati’s Family
तो इस तरह गायत्री प्रजापति के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच ने उनके अपराधी गतिविधियों को उजागर किया है, और उनके परिवार और सहयोगियों की संपत्तियों को जब्त करके उन्हें न्यायिक कार्रवाई का सामना करने के लिए मजबूर किया है। उनके खिलाफ बलात्कार के मामले में भी अदालत में चल रहा है, जिसमें उन्हें एक महिला और उसकी बेटी के साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है। उनके खिलाफ अन्य आरोपों में असम के खनन मंत्री के रूप में उन्होंने खनन अधिकारों को बेकानूनी तरीके से बांटने, और खनन माफियाओं को आश्रय देने का भी शामिल है।
ऐसे में गायत्री प्रजापति के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा खुलासा किया है, जिसमें एक पूर्व मंत्री ने अपने पद का दुरुपयोग करके अपने और अपने परिवार के लिए अनुपातिक संपत्ति अर्जित की, और अपने अवैध धन को शोधित करने के लिए विभिन्न कानूनी संस्थाओं का इस्तेमाल किया। इसने उत्तर प्रदेश की जनता को अपने नेताओं के चरित्र और नीतियों पर सवाल उठाने का अवसर दिया है, और उन्हें अपने वोट का सही उपयोग करने की प्रेरणा दी है।
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