Dubai में बरसात से हाहाकार

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जिन शॉपिंग मॉल को देखकर लोग Dubai पहुंचते हैं उनकी भव्यता आज बाढ़ के पानी में डूबी हुई हैजिस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 24 घंटे जिंदगी गुलजार रहती है जहां रोशनी की चमक से सब कुछ रौनक रहता है Dubai के उसे सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में पानी भर गया है कि एयरपोर्ट को बंद करना पड़ा तबाही वहां ऐसे नाच रही है कि बाढ़ की तेज धार में कaaरें  बच्चों के खिलौने की तरह बहती नजर आ रही है-Dubai – outcry from the rain

मौसम विभाग के एक विशेषज्ञ अहमद हबीब ने ब्लूमबर्ग को बताया कि क्लाउड सीडिंग के लिए बने विशेष विमान ने बीते दो दिनों में संयुक्त अरब अमीरात के ऊपर क्लाउड सीडिंग के लिए छह बार उड़ान भरी

हालांकि क्लाउड सीडिंग के लिए जिम्मेदार संयुक्त अरब के राष्ट्रीय मौसम केंद्र ने इस संभावना को गलत बताया और कहा कि उसने तूफान से पहले और तूफान के दौरान क्लाउड सीडिंग ऑपरेशन नहीं किया और यह बारिश कुदरती है

यदि आप प्रकृती को छेड़ोगे तो वो आपको छोड़ेगी नही-Dubai – outcry from the rain

इस वक्त आप डूबते शहर की जो तस्वीर देख रहे हैं यह तस्वीर इस चमचमाती Dubai की है . यह तस्वीर इतनी खौफनाक है कि जिसे देखने के बाद शायद ही किसी की हिम्मत Dubai जाने की होगी. कुछ घंटे की बारिश ने Dubai की शक्ल बदल कर रख दी है।  अब सवाल यह है कि Dubai का ऐसा हाल क्यों हुआ Dubai में अचानक बरपा कहर कुदरती था या कुदरत से छेड़छाड़ का नतीजा ? और सवाल यह भी की क्या Dubai जैसे एडवांस शहर के पास इतनी बारिश से बचने का कोई इंतजाम नहीं है ? इन तमाम सवालों को लेकर आज हम एक पूरा विश्लेषण करने जा रहे हैं । जिस मॉल में शॉपिंग के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं जहां 24 घंटे चहल पहल हुआ करती थी उसी शॉपिंग मॉल में चारों तरफ पानी ही पानी है माल के ग्राउंड फ्लोर में पानी भर गया है सामान पानी में तैरने लगे दुकानों के भीतर पानी घुस गया सैलाब ने ऐसा सितम ढाया है कि अब हर तरफ तबाही के ही निशान नजर आने लगे ।बात  डूबती Dubai एयरपोर्ट की करें तो जहां बारिश के आगे तकनीक फेल हो गई है और रनवे समंदर जैसा तब्दील हो गया है ऐसा लगा कि यह जमीन पर लैंड  करने वाले हवाई जहाज नहीं बल्कि समंदर से टेक ऑफ करने वालीसी प्लान है मूसलाधार बारिश की वजह से Dubai इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे तक डूब गया है।  जल जमाव की वजह से कहीं फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया है । Dubai एयरपोर्ट पर 24 घंटे के भीतर कुल 160 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई । बात Dubai के मेट्रो स्टेशन की करें तो  यहां घुटनों तक पानी भरा है चंद घंटे की बारिश मेंDubai मेट्रो की रेड लाइन ठप पड़ गई है । कहीं मेट्रो स्टेशन में पानी भर गया है Dubai से अबू धाबी शारजाह और आसमान में भी मेट्रो सेवा सैलाब की भेंट चढ़ गई है । बात Dubai के एक शॉपिंग सेंट बाहर की करें तो , कौन यकीन करेगा कियहां गाड़ियां कुछ देर पहले तक सड़कों  पर  फर्राटा भरती थी, लेकिन आसमान से ऐसी बारिश हुई की सड़क पर गाड़ियां जहां थी वहीं फंसी रह गई जो गाड़ियां पार्किंग में खड़ी थी वह इस लायक नहीं बची की आसानी से चल सके । मूसलाधार बारिश से पार्किंग को कारों की जल समाधि में तब्दील कर दिया गया । दूर-दूर जहां तक भी नजर जाती है पानी में डूबी कार ही नजर आती है । मंजर बेहद भयानक है डूबती Dubai के कई इलाकों में बारिश का जबरदस्त असर  देखने को मिला । घरों का हाल तो कुछ ऐसा है कि , जैसे इन लोगों ने झरने के नीचे ही घर बना लिया है।  भारी बारिश के बाद घरों में पानी ही पानी है । जिम से लेकर घर के ड्राइंग रूम तक पानी भर गया है घर का शायद ही कोई ऐसा कोना बचा है जहां तक भी मौसमी बरसात का पानी न पहुंचा हो । Dubai के ज्यादातर रिहायशी इलाकों में यही हाल देखने को मिला है । लेकिन सवाल यह है कि Dubai में यह जलजला क्यों आया क्यों इतनी बरसात हुई कि हालात बेकाबू हो गई ? -Dubai – outcry from the rain

इस रेगिस्तान मुल्क में मौसम के बदले हुए तेवरों की वजह क्या है कुछ मौसम वैज्ञानिक इस क्लाइमेट चेंज का नतीजा बता रहे हैं तो ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो मांन रहे हैं कि Dubai दूसरी बार जो कर जेल रहा है उसके लिए वहां की सरकारही जिम्मेदार है जानकारी के मुताबिक Dubai में 24 घंटे के भीतर इतनी बारिश हुई है जितनी 2 साल में होती है । Dubai शहर में 24 घंटे 142 मिमी बारिश दर्ज की गई सरकार ने इसे पिछले दो साल की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा में बारिश की वजह से स्कूल और सरकारी दफ्तर बंद करने पड़ गए । बताया जा रहा है कि Dubai में ऐसा पहली बार हुआ है जब वहां की सरकार को लोगों से घर में ही रहने की अपील करनी पड़ी।  सरकार से  कर्मचारियों को घर से ही कामकाज करने का निर्देश दिया गया। वैज्ञानिकों की माने तो Dubai में मुसीबत का यह सिर्फ ट्रेलर भर है ।

सपनों के शहर को ऐसी बदतर हालात फिर से देखने को मिल सकती है इसके पीछे तीन वजह बताई जा रही है।-Dubai – outcry from the rain

 इसमें पहली वजह है क्लाइमेटचेंज।मौसम वैज्ञानिकों की पहली थ्योरी यह है कि अब प्रायद्वीप को पार करते हुए ओमान की खाड़ी में एक बड़ी तूफान प्रणाली सक्रिय हुई जिसके कारण यह बारिश हुई यही सिस्टम पास के ओमान और दक्षिण पूर्व ईरान में भी असामान्य रूप से बे मौसम बरसात कर रहा है । क्योंकि जो तस्वीर Dubai से सामने आ रही है वैसा ही मंजर ओमान में भी देखने को मिल रहा है । -Dubai – outcry from the rain

दूसरी थ्योरी ड्रेनेज सिस्टम जानकारी के मुताबिक ,  यहां Dubai का ड्रेनेज सिस्टम हालत खराब होने का बड़ा कारण बना क्योंकि यहां की जमीन पूरी तरह से रेतीली है।  Dubai दुनिया की टॉप 10 गरम शहरों में शुमार है, जहां 2 साल पहले तक बारिश भी काम ही देखने को मिलती थी। इस वजह से यहां का ड्रेनेज सिस्टम भी इस तरह विकसित नहीं किया गया जो अचानक हुई इतनी बारिश को संभाल सके नतीजा यह हुआ की शहर में पानी भरा और भरता ही चला गया । आपको बता दे कि Dubai का ड्रेनेज सिस्टम 30 से 40 एम् एम्  प्रति घंटा बारिश को संभाल सकता है । दावा है कि Dubai के सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा भी सिविल सिस्टम से ठीक तरह से कनेक्ट नहीं है लेकिन हालत बिगड़ने के बाद अब Dubai के ड्रेनेज सिस्टम को ठीककरने पर ध्यान दिया जा रहा है। साल 2023 में Dubai में ड्रेनेज सिस्टम के लिए 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बजट अप्रूव किया था। एक अन्य थ्योरी कुदरत से  छेड़छाड़ -Dubai – outcry from the rain

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट दावा करती है कि Dubai और संयुक्त अरब अमीरात के दूसरे हिस्सों में जो भारी बारिश हुई वह Dubai के क्लाउड सीडिंग ऑपरेशन की वजह से हुई है आपको बता दे कि Dubai रेगिस्तान देश होने के चलते हमेशा से जल संकट का सामना करता रहा है ऐसे में गर्मी से राहत पाने और पीने के पानी के इंतजाम के लिए Dubai में भी क्लाउड सीडिंग का चलन बड़ा है दवा यह है कि Dubai प्रशासन ने सोमवार और मंगलवार को भी क्लाउड सीडिंग के लिए विमान उड़ाया था गर्ल्स सेठ नेशनल सेंटर ऑफ मैट्रोलोजी ने बताया कि 15 से 16 अप्रैल को एलेन एयरपोर्ट से क्लाउड सीडिंग के विमान उड़े थे पिछले दो दिनों में इन विमान ने सात बार क्लाउड सीडिंग की कोशिश की अब क्योंकि Dubai और उसके आसपास के देशों में बेहद धीमी गति में सावधान जेट स्ट्रीम बह रही थी साउदर्न जेट स्ट्रीम एक ऐसी वायुमंडलीय हवा होती है जो अपने साथ गर्मी लेकर आती है क्योंकि Dubai और उसके आसपास समंदर है जहां धूल भर तूफान आते रहे हैं धूल अपनेआप में क्लाउड सीडर मानी जाती है जिसे जिसे विज्ञान की भाषा में कंडेंसेशन न्यूक्लि कहते हैं यानी Dubai की क्लाउड सीडिंग इसीलिए गड़बड़ हुई क्योंकि इसके साथ बहुत ज्यादा धूल के कड़  शामिल हो गए । Dubai में क्लाउड सीडिंग पहले से चल रहा था लेकिन इस बीच क्लाइमेट चेंज के हालात बन गया जिससे Dubai के वैज्ञानिक समझ नहीं पाए और आफत की पूरी बारिश Dubai में बरस पड़ी और सवाल जो आपके जहां में भी उतरा होगा कि आखिर यह क्लाउड सीडिंग होता क्या है दरअसल क्लाउड सीडिंग बादलों को बरसाने के लिए मजबूर करने वाली एक तकनीक का नाम है । इसे आसान भाषा में समझे तो जब बच्चे का पढ़ने का मन ना हो बावजूद उसके माता-पिता उसे डांटकर पढ़ने के लिए मजबूर कर दे । आर्टिफिशियल बारिश में भी क्लाउड सीडिंग के दौरान बादलों को बिजली का झटका दिया जाता है ताकि वह आपस में रगड़ जाए और बारिश पैदा करें यूएई में गर्मी के सीजन में पर 50 डिग्री के पार पहुंच जाता हैबारिश की कमी गर्मी के प्रकोप को ज्यादा बढ़ा देती है इसीलिए यहां के वैज्ञानिक ने एक ऐसी तकनीक पर काम शुरू किया है जो नकली बारिश कार कर लोगों को फौरन राहत दे सकती है । वैज्ञानिक अपनी कोशिश में काफी हद तक कामयाब भी हो गए दावा किया जाता है कि तकनीक का इस्तेमाल करके Dubai के वैज्ञानिक पिछले कई सालों से क्लाउड सीडिंग के जरिए आर्टिफिशियल बारिश करवा रहे हैं लेकिन कहते हैं की कुदरत के साथ छेड़छाड़ करोगी तो वह छोड़ेगी नही ।इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले प्रोफेसर मार्टिन अमाउंट ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में बारिश करवाने के लिए बादलों की कमी नहीं है लेकिन वह बरसते नहीं है इसीलिए बारिश की इस टेक्नोलॉजी में बादल में इलेक्ट्रॉनिक चार्ज को छेड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है जो पानी की बूंद को एक साथ जोड़ने में मदद करता है जिसके बाद बारिश शुरू हो जाती है ।। लेकिन क्लाउड सीडिंग के लिए बादलों की सही कंडीशन भी जरूरी है Dubai का क्लाउड सीडिंग ऑपरेशन देश में बारिश करने के लिए एक मिशन चला रहा है। इस मिशन पर डेढ़ करोड़ डालर से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं आपको बता दे कि नकली बारिश करने के लिए क्लाउड सीडिंग का पहली बार इस्तेमाल 1946 में अमेरिका ने किया था इसके बाद इस तकनीक का इस्तेमाल सूखाग्रस्त इलाकों में भी होने लगा ।

दुनिया के किसी भी इलाके में प्रकृति से हो रहे खिलवाड़ का असर हजारों किलोमीटर दूर तक दिखाई देता है कुछ जानकारी कह रहे हैं कि अचानक हुई इतनी बारिश के पीछे क्लाउड सीडिंग भी वजह हो सकती है समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में ऐसी संभावना जताई है

इस ग्लोबल वार्मिंग के लिए हम सभी मिलकर जिम्मेदार हैं !

आइये  मिलकर प्रकृति से सामंजस्य बनायें

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