दिल्ली में जल संकट जारी-Delhi water crisis update
जल मंत्री आतिश का अनशन खत्म
5वें दिन आतिशी का अनशन खत्म
LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया –Delhi water crisis update
21 जून से जंगपुरा के भोगल में अनशन पर बैठी थींदिल्ली में जल संकट को लेकर मंत्री आतिशी अनशन कर रही थीं… लेकिन ज्यादा तबीयत बिगड़ने की वजह से 5वें दिन अनशन खत्म कर दिया गया.. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उन्हें तड़के LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया.. आज के वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिरी आतिशी को क्यों जल सत्याग्रह करना पड़ा.. नमस्कार आप देख रहे हैं AIRR NEWS…. दिल्ली जल संकट को लेकर मंत्री आतिशी का अनशन 5वें दिन खत्म हो गया.. आतिशी की 24-25 जून की देर रात को तबीयत बिगड़ गई थी.. मंगलवार सुबह संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आतिशी का अनशन अब खत्म हो गया है.. उनका बल्ड शुगर लेवल 36 पहुंच गया है..-Delhi water crisis update
ये मंगलवार देर रात 43 रिकॉर्ड किया गया था… LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि आतिशी ICU में हैं.. वो फिलहाल ठीक हैं.. मंगलवार रात को ही उन्हें भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी थी.. आतिशी दिल्ली जल संकट को लेकर 21 जून से जंगपुरा के भोगल में अनशन पर बैठी थीं. उनकी हरियाणा से 100 MGD पानी भेजे जाने की मांग है.. हरियाणा से संधि के तहत 613 mgd पानी भेजना होता है.. –Delhi water crisis update
आतिशी ने दावा किया था कि हरियाणा सरकार केवल 513 MGD पानी ही भेज रहा है. इससे कारण दिल्ली के 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है.. 24 जून को दिन में भी LNJP के डॉक्टरों की टीम ने बताया था कि आतिशी का वजन 4 दिनों में 2KG से ज्यादा घट गया है। उनका कीटोन लेवल भी बढ़ गया है. डॉक्टरों की रिपोर्ट में कहा गया कि आतिशी को अस्पताल में भर्ती होने और खाना खाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.. AAP नेताओं ने कहा कि आतिशी का वजन लगातार कम हो रहा है। 21 जून को भूख हड़ताल पर बैठने से पहले उनका वजन 65.8 KG था, जो भूख हड़ताल के चौथे दिन घटकर 63.6 KG रह गया है.. यानी महज 4 दिनों में उनका वजन 2.2 किलोग्राम कम हुआ है..
AAP ने कहा कि भूख हड़ताल के पहले दिन की तुलना में चौथे दिन उनका ब्लड शुगर लेवल 28 यूनिट कम हुआ है। इसके साथ ही उनका ब्लड प्रेशर लेवल भी कम हुआ है। डॉक्टरों ने आतिशी के ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर और वजन में जिस गति से कमी आई है, उसे खतरनाक बताया था..इस बीच आतिशी ने कहा था कि मेरा ब्लड प्रेशन और शुगर लेवल गिर रहा है.. मेरा वजन भी कम हो गया है. कीटोन लेवल बहुत अधिक है, जो लंबे समय में हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। चाहे मेरे शरीर को कितना भी कष्ट क्यों न हो, मैं तब तक अनशन जारी रखूंगी, जब तक हरियाणा पानी नहीं छोड़ता.. वहीं, 23 जून को AAP नेताओं ने दिल्ली LG वीके सक्सेना से मुलाकात की थी.. LG ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वासन दिया है कि वो इस बात पर विचार करेंगे कि उनका राज्य शहर को अतिरिक्त पानी दे सकता है या नहीं..
वहीं 24 जून को AAP ने PM मोदी को लेटर भेजा.. इसमें PM को दिल्ली की जल समस्या से अवगत कराया और समस्या का समाधान कराने की मांग की है.. वहीं CM अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के लोगों की पीड़ा को टीवी पर देखकर उन्हें बहुत दुख होता है.. उन्हें उम्मीद है कि आतिशी की तपस्या सफल होगी और लोगों को कुछ राहत मिलेगी. सुनीता बोलीं- केजरीवाल जी का कहना है कि प्यासे को पानी पिलाना तो हमारे कल्चर में है.. उन्होंने आगे कहा था कि दिल्ली को पानी पड़ोसी राज्यों से मिलता है। इस हीटवेव में हमने चाहा था कि पड़ोसी राज्य हमें सपोर्ट करेंगे, लेकिन हरियाणा ने ऐसा नहीं किया.. हालांकि, दोनों राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकार है, लेकिन क्या यह समय राजनीति करने का है…
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने AAP सरकार को फटकार लगाई थी.. सुप्रीम कोर्ट में 12 जून को दिल्ली जल संकट को लेकर सुनवाई की थी.. कोर्ट ने दिल्ली की AAP सरकार को पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को न रोकने को लेकर फटकार लगाई थी.. दिल्ली सरकार से कहा कि जल संकट गहराता जा रहा है, आपने अब तक टैंकर माफिया को लेकर क्या एक्शन लिया है. अगर आप एक्शन नहीं ले सकते तो हम दिल्ली पुलिस से कहेंगे कि वो कार्रवाई करे.. 13 जून को हुई सुनवाई में हिमाचल ने दिल्ली को पानी देने से कोर्ट में इनकार किया था.. 12 जून को राज्य ने इसके लिए हामी भरी थी.. हिमाचल प्रदेश ने कोर्ट को बताया कि हमारे पास दिल्ली को देने के लिए 136 क्यूसेक पानी नहीं है.. 12 जून को हिमाचल ने कहा था कि हमारी तरफ से पानी छोड़ा गया है.. अब आपको बताते हैं कि दिल्ली में जल संकट क्यों हुआ..
दिल्ली में जल संकट के दो कारण हैं- गर्मी और पड़ोसी राज्यों पर निर्भरता.. दिल्ली के पास अपना कोई जल स्रोत नहीं है.. पानी के लिए यह पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है.. दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, इस साल दिल्ली 32.1 करोड़ गैलन प्रतिदिन पानी की कमी से जूझ रही है.. दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, राज्य को रोजाना 129 करोड़ गैलन पानी की जरूरत है.. हालांकि, गर्मियों में केवल 96.9 करोड़ गैलन प्रतिदिन मांग ही पूरी हो पा रही है.. यानी दिल्ली की 2.30 करोड़ आबादी को हर दिन 129 करोड़ गैलन पानी चाहिए, लेकिन उसे सिर्फ 96.9 करोड़ गैलन पानी ही मिल रहा है.. दिल्ली में पानी की जरूरत हरियाणा सरकार यमुना नदी से, उत्तर प्रदेश सरकार गंगा नदी से और पंजाब सरकार भाखरा नांगल बांध के पानी से पूरी करती है..
2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली को हर दिन यमुना से 38.9 करोड़ गैलन, गंगा नदी से 25.3 करोड़ गैलन और भाखरा-नांगल से 22.1 करोड़ गैलन पानी मिलता था.. इसके अलावा कुएं, ट्यूबवेल और ग्राउंड वाटर से 9 करोड़ गैलन पानी आता था.. यानी दिल्ली को हर दिन 95.3 करोड़ गैलन पानी मिलता था..
2024 के लिए यह आंकड़ा बढ़कर 96.9 करोड़ गैलन हो गया..वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरेंडर करने से पहले पानी की कमी से जूझ रही दिल्ली की जनता के लिए भाजपा से अपील की थी.. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि BJP हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अपनी सरकारों से दिल्ली को एक महीने के लिए पानी देने के लिए कहे… अब इस पर सियासत जमकर हो रही है.. ऐसी ही सियासी खबरों के लिए आप जुड़े रहिए AIRR NEWS के साथ
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