Lower 01 – Delhi Double Murder case: Understanding the Impact on Families
Lower 02 – The Aftermath of a Double Homicide: Society in Shock
Lower 03 – Tragedy Strikes: A Wife and Brother-in-Law Murdered in Delhi
नमस्कार आप देख रहे हैं AIRR NEWS….दिल्ली में अब आए दिन कोई ना कोई मर्डर की खबर आ ही जाती है….हाल ही में एक खौफनाक डबल मर्डर केस रजिस्टर हुआ है….पुलिस द्वारा बताई गई थ्योरी के अनुसार, ईस्ट दिल्ली के शकरपुर इलाके के रहने वाले एक व्यक्ति ने घरेलू विवाद के कारण अपनी पत्नी और नाबालिग साले की पेचकस घोंपकर हत्या कर दी….हत्या के तुरंत बाद आरोपी फरार हो गया, लेकिन जैसे ही मामले का पता पुलिस को चला तो उसने सरेंडर कर दिया….पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है….-Delhi Double Murder case
जानकारी के अनुसार, आरोपी की पत्नी साहिबाबाद में एक स्कूल में टीचर थी….उसका भाई मथुरा में रहता था..घटना के 3 दिन पहले ही वो बहन का यहां आया था…लेकिन अपने ही जीजा के हाथों उसकी हत्या हो गई…पुलिस द्वारा शुरुआती पूछताछ में ये बात पता चली कि मृतका और उसके पति के बीच झगड़ा हुआ था….आरोपी की निशानदेही पर पेचकस भी बरामद कर लिया गया है और पूछताछ जारी है…आजकल देश में घरेलू हिंसा के मामलों में बहुत बढ़ोतरी हो रही है….दि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-21 की रिपोर्ट एक चिंताजनक तस्वीर पेश करती है….18 से 49 आयु वर्ग की लगभग 29.3% विवाहित महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार बनती हैं…इसका मतलब ये है कि देश में लाखों महिलाएं चुपचाप पीड़ा सह रही हैं….चौंकाने वाली बात यह है कि वैवाहिक हिंसा का अनुभव करने वाली 87% विवाहित महिलाएं मदद नहीं मांगती हैं…
एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में आईपीसी 498A के तहत पति और रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता के 125,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए….अब आप ये सोचिए कि ये वो आंकड़े हैं जो रजिस्टर हुए हैं….बिना रजिस्टर किए हुए देश में घरेलू हिंसा के और कितने मामले होंगे जो बंद कमरे में ही गुम हो जाते हैं….समाज का डर और दुष्परिणामों के डर से महिलाएं रिपोर्ट दर्ज नहीं कराती हैं…..राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक चोट पहुंचती हैं….
इससे उनको टेंशन, अवसाद, पीसीओडी और बाकी तरह की हेल्थ इश्यूज होते हैं….घरेलू हिंसा घर में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा करती है, जिससे पति-पत्नी, माता-पिता और बच्चों के बीच रिश्ते खराब होते हैं…घरेलू हिंसा के संपर्क में आने वाले बच्चों का भविष्य भी खतरे में रहता है और वो रिश्तों को लेकर कमज़ोर हो जाते हैं….अब महिलाओं को खुद और ज्यादा जागरूक होना पड़ेगा वरना ये घरेलू हिंसा ना जाने कब हत्या का रूप ले ले…अपने अधिकारों को समझिए और सुऱक्षित रहिए…..क्राइम से जुड़ी ऐसी ही खास खबरों और जानकारियों के लिए देखते रहिए AIRR NEWS……….