नियाभर से अपनी कोरोना वैक्सीन वापस लेगी एस्ट्राजेनेका, आखिर क्या है वजह जानिए

HomeBlogनियाभर से अपनी कोरोना वैक्सीन वापस लेगी एस्ट्राजेनेका, आखिर क्या है वजह...

Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img

दुनियाभर से अपनी वैक्सीन वापस लेगी एस्ट्राजेनेका-Corona Vaccine update

कोरोन वैक्सीन को लेकर उठ रहे थे सवाल

कंपनी से वापस लेने की वजह साइड इफेक्ट नहीं माना

इसी फॉर्मूले से भारत में कोवीशील्ड बनी

वैक्सीन से कई लोगों की मौत हुई

कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर तमाम तरह की बातें इन दिनों चल रही हैं. कि क्या इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट हो रहे हैं… या इससे कोई खतरा तो नहीं.. नमस्कार आप देख रहे हैं AIRR NEWS… इन सब खबरों के बीच ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने दुनिया भर में अपनी कोविड-19 वैक्सीन की खरीद-बिक्री बंद करने का फैसला किया है.. द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कहा है कि अब वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई नहीं की जा रही है.. –Corona Vaccine update

एस्ट्राजेनेका का दावा है कि वैक्सीन को बंद करने का फैसला साइड इफेक्ट्स की वजह से नहीं लिया गया है.. कंपनी ने बताया कि वैक्सीन को व्यावसायिक कारणों से बाजारों से हटाया जा रहा है.. अब बाजार में कई दूसरी एडवांस्ड वैक्सीन मौजूद हैं, जो वायरस के अलग-अलग वैरिएंट्स से लड़ सकती हैं। ऐसे में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई बंद कर दी गई है.. -Corona Vaccine update

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका ने इस साल 5 मार्च को वैक्सीन वापस लेने का आवेदन किया गया था.. ये 7 मई से लागू हो गया। अब यूरोपीय संघ में वैक्सीन का उपयोग नहीं किया जा सकता है. एस्ट्राजेनेका ने 2020 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना की वैक्सीन बनाई थी। इसके फार्मूले से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवीशील्ड नाम से वैक्सीन बनाई थी। -Corona Vaccine update

वहीं ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में इसे ‘वैक्सजेवरिया’ नाम से जाना जाता है.. दरअसल, एस्ट्राजेनेका ने फरवरी में ब्रिटिश हाईकोर्ट को बताया था कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन के खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। कंपनी ने कोर्ट में जमा किए गए अपने दस्तावेजों में कहा कि उसकी कोरोना वैक्सीन से कुछ मामलों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी TTS हो सकता है.. इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है..

हालांकि, ऐसा बहुत दुर्लभ मामलों में ही होगा.. एस्ट्राजेनेका पर आरोप है कि उनकी वैक्सीन से कई लोगों की मौत हो गई.. वहीं कई अन्य को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ा। कंपनी के खिलाफ हाईकोर्ट में 51 केस चल रहे हैं। पीड़ितों ने एस्ट्राजेनेका से करीब 1 हजार करोड़ का हर्जाना मांगा है..

आपको बता दें कि अप्रैल 2021 में जेमी स्कॉट नाम के शख्स ने यह वैक्सीन लगवाई थी। इसके बाद उनकी हालत खराब हो गई। शरीर में खून के थक्के बनने का सीधा असर उनके दिमाग पर पड़ा। इसके अलावा स्कॉट के ब्रेन में इंटर्नल ब्लीडिंग भी हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने उनकी पत्नी से कहा था कि वो स्कॉट को नहीं बचा पाएंगे.. हालांकि कंपनी ने इन तामाम दावों को तो पहले खारिज कर दिया लेकिन बाद में इसे माना भी था.. पिछले साल स्कॉट ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

मई 2023 में स्कॉट के आरोपों के जवाब में कंपनी ने दावा किया था कि उनकी वैक्सीन से TTS नहीं हो सकता है। हालांकि, इस साल फरवरी में हाईकोर्ट में जमा किए दस्तावेजों में कंपनी इस दावे से पलट गई। इन दस्तावेजों की जानकारी अब सामने आई है.. हालांकि, वैक्सीन में किस चीज की वजह से यह बीमारी होती है, इसकी जानकारी फिलहाल कंपनी के पास नहीं है।

इन दस्तावेजों के सामने आने के बाद स्कॉट के वकील ने कोर्ट में दावा किया है कि एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन में खामियां हैं और इसके असर को लेकर गलत जानकारी दी गई… आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने सबसे पहले मार्च 2021 में एक नई बीमारी वैक्सीन-इंड्यूस्ड यानि वैक्सीन से होने वाली इम्यून थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (VITT) की पहचान की थी.. पीड़ितों से जुड़े वकील ने दावा किया है कि VITT असल में TTS का ही एक सबसेट है। हालांकि एस्ट्राजेनेका ने इसे खारिज कर दिया..

एस्ट्रजेनेका ने कहा, “उन लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं, जिन्होंने अपनों को खोया है या जिन्हें गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ा। मरीजों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। हमारी रेगुलेटरी अथॉरिटी सभी दवाइयों और वैक्सीन के सुरक्षित इस्तेमाल के लिए सभी मानकों का पालन करती है।”… कंपनी ने आगे कहा, “क्लिनिकल ट्रायल और अलग-अलग देशों के डेटा से यह साबित हुआ है कि हमारी वैक्सीन सुरक्षा से जुड़े मानकों को पूरा करती है। दुनियाभर के रेगुलेटर्स ने भी माना है कि वैक्सीन से होने वाले फायदे इसके दुर्लभ साइड इफेक्ट्स से कहीं ज्यादा हैं।”… खास बात यह है कि इस वैक्सीन का इस्तेमाल अब ब्रिटेन में नहीं हो रहा है।

इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी इसे बैन किया जा चुका है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार में आने के कुछ महीनों बाद वैज्ञानिकों ने इस वैक्सीन के खतरे को भांप लिया था। इसके बाद यह सुझाव दिया गया था कि 40 साल से कम उम्र के लोगों को दूसरी किसी वैक्सीन का भी डोज दिया जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन से होने वाले नुकसान कोरोना के खतरे से ज्यादा थे.. मेडिसिन हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी (MHRA) के मुताबिक ब्रिटेन में 81 मामले ऐसे हैं, जिनमें इस बात की आशंका है कि वैक्सीन की वजह से खून के थक्के जमने से लोगों की मौत हो गई..

MHRA के मुताबिक, साइड इफेक्ट से जूझने वाले हर 5 में से एक व्यक्ति की मौत हुई है..  रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रीडम ऑफ इन्फॉर्मेशन के जरिए हासिल किए गए आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन में फरवरी में 163 लोगों को सरकार ने मुआवजा दिया था। इनमें से 158 ऐसे थे, जिन्होंने एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाई थी… यानि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है वैक्सीन की वजह से कई लोगों ने अपनी जान गंवाई और कई लोगों को काफी नुकसान झेलने पड़ा है.. हालांकि स्ट्राजेनेका का अपना अलग ही बयान है..

कंपनी ने ये भी दावा किया है कि उन्होंने अप्रैल 2021 में ही प्रोडक्ट इन्फॉर्मेशन में कुछ मामलों में TTS के खतरे की बात शामिल की थी। कई स्टडीज में यह साबित हुआ है कि कोरोना महामारी के दौरान एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन आने के बाद पहले साल में ही इससे करीब 60 लाख लोगों की जान बची है.. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी कहा था कि 18 साल या उससे ज्यादा की उम्र वाले लोगों के लिए यह वैक्सीन सुरक्षित और असरदार है।

इसकी लॉन्चिंग के वक्त ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसे ब्रिटिश साइंस के लिए एक बड़ी जीत बताया था.. लेकिन अब जिस तरह के सवाल कंपनी पर उठ रहे हैं ऐसे में चिंता का विषय है… ऐसी ही और खबरों को जानने के लिए आप जुड़े रहिए AIRR NEWS के साथ..

TAGS

covid vaccine,covid-19 vaccine,covid vaccine india,covishield side effect,astrazeneca covid vaccine,thrombocytopenia syndrome,astrazeneca covid vaccine covishield,astrazeneca covid vaccine side effects,astrazeneca covid-19 vaccine causes side effects,covishield,corona vaccine,covishield vaccine,astrazeneca covishield,covishield vaccine news,astrazeneca,astrazeneca blood clots,astrazeneca admits blood clots,astrazeneca vaccine

#COVID19 #Vaccination #DNA

RATE NOW
wpChatIcon