Corona cases cross 3 thousand, what is necessary to do?
Corona cases 3 हजार पार, क्या करना जरूरी है?
देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. टीवी चैनल से लेकर सोशल मीडिया पर ख़बरें चल रही हैं क्या कोरोना की कोई नई लहर आने वाली है?, क्या कोराना का नया वैरियंट 2022 वाली तबाही तो नहीं ले आएगा?…ऐसी तमाम खबरों के बीच एयर न्यूज आपको कोरोना के नए वैरियंट पर बिलकुल सटीक और सही जानकारी देने जा रहा है…देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 752 नए Corona cases सामने आए हैं. कोरोना के चलते 4 लोगों की मौत हुई है. केरल में 2, कर्नाटक, राजस्थान में 1-1 मरीज की जान गई. देश में कुल एक्टिव केस की संख्या 3 हजार को पार कर गई है. कुल संक्रमित लोगों की संख्या 3420 पहुंच गई है. 24 घंटे में सबसे ज्यादा केरल में 266 केस सामने आए हैं. जयपुर एक महीने का बच्चा कोरोना पॉटिजिव पाया गया, बच्चे का अस्पताल में इलाज जारी है, वहीं गुजरात के गांधीनगर में 8 साल के बच्चा कोरोना संक्रमित पाया गया, बच्चे को भी घर में आइसोलेशन में रखा गया है. बच्चा कुछ दिन पहले ही दक्षिण भारत की यात्रा से लौटा है. यूपी के नोएडा में भी कोरोना का एक मरीज मिला है, शख्स हरियाणा के गुरुग्राम में नौकरी करता है, कुछ दिन पहले नेपाल की यात्रा से लौटा है. जाहिर है कोरोना के नए मामले ज्यादातर उन लोगों में सामने आ रहे हैं जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री है,साफ है विदेश या दक्षिण भारत से आने वाले लोगों के कोरोना संक्रमित होने की ज्यादा आशंका है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी किया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है, सतर्क रहने की जरूरत है, गंभीर मरीज मास्क जरूर लगाएं. वहीं कोरोना के नए वैरियंट को लेकर विश्व स्वास्थय संगठन ने भी
जरूरी जानकारी दी है. जेएन.1 वैरियंट से संक्रमित एक मरीज 40 लोगों को संक्रमित कर सकता है. ऐसे में आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. जेएन.1 ओमीक्रॉन फैमिली का ही नया वायरस है. ये वायरस भारत ही नहीं पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है. अब तक दुनिया के 41 देशों में फैल चुका है. WHO के अधिकारियों ने कहा नए वैरियंट र ज्यादा रिसर्च की जरूरत है. जेएन.1 मजबूत इम्यूनिटी वालों को भी चपेट में ले रहा है, जिन देशों में सर्दी पड़ रही है, उन्हें सावधान रहना होगा. गंभीर लक्षण वाले मरीजों की टेस्टिंग जरूरी है. नए मरीजों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश के साथ सिरदर्द और पेट संबंधी समस्याएं भी मिल रही हैं. नए वैरियंट को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है. भारतीय डॉक्टरों का भी साफ कहना है कोरोना के बढ़ते मामलों से बहुत घबराने की जरूरत नहीं है, नए वैरियंट पर पुरानी वैक्सीन कारगर है, भारत की 90 फीसदी से ज्यादा आबादी वैक्सीनेटेड है. भारत में कोरना की रिवकरी दर 98फीसदी से ज्यादा है इसलिए डरे नहीं लेकिन सतर्क रहें, भीड़-भाड़ वाले इलाके में मास्क जरूर पहने, कोरोना जैसे लक्षण दिखें तो जांच कराएं. घर में बुजुर्ग, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का खास ख्याल रखें. गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर पहने. संदेश साफ है कोरोना से डरना नहीं है सतर्क रहना है.
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