लोकसभा चुनावो से ठीक पहले केंद्रीय एजेंसियो की सकिर्यता क्या भाजपा की एक रणनीति है या की न्याय व्यवस्था की एक पहल।
हेमंत सोरेन ने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को Jharkhand की अगली मुख्यमंत्री बनाने की योजना बनाई है। क्योंकि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का गंभीर आरोप है। आज की इस वीडियो में हम उन सभी सवालों के उत्तर देंगे और हेमंत सोरेन के राजनीतिक जीवन, उनके आरोपों, और उनसे जुड़े विवादों को विस्तार से समझाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं शुरुआत ।
Jharkhand के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत जांच के लिए नया समन जारी कर दिया गया है। इससे पहले उनकी पार्टी Jharkhand मुक्ति मोर्चा का एक विधायक विधानसभा से इस्तीफा दे चुका है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन जल्द ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन राज्य की नई मुख्यमंत्री बनेंगी।
Jharkhand के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत जांच के लिए सातवां समन जारी किया है। यह एक ऐसा कानून है जिसके तहत अवैध स्रोतों से कमाए गए धन को जब्त करने और उसका निर्वासन करने का प्रावधान है। ईडी ने अपने ताजा समन में कहा है कि “चूंकि आपने आपको जारी किए गए समन का पालन नहीं किया है, इसलिए हम आपको इस अंतिम मौका दे रहे हैं कि आप मनी लॉन्ड्रिंग कानून, 2002 की धारा 50 के तहत अपना बयान दर्ज कराएं, जो आपके और ईडी के लिए आपस में सुविधाजनक स्थान, तिथि और समय पर हो, जो इस नोटिस/समन की प्राप्ति के 7 दिनों के भीतर होना चाहिए।”
आपको बता दे कि ईडी की ये जांच Jharkhand में जमीन के अवैध रूप से मालिकाना हक के बदले जाने के एक “बड़े घोटाले” से जुड़ी है। इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जहा हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों के आगे विपक्षी नेताओं को निशाने पर लेने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने ईडी के समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन उनकी याचिकाओं को खारिज कर दिया गया है।
इसपर बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन जल्द ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन राज्य की नई मुख्यमंत्री बनेंगी। उन्होंने अपने एक पोस्ट में कहा कि ” Jharkhand के गांडे से विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। जल्द ही हेमंत सोरेन जी भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे और उनकी पत्नी, कल्पना सोरेन जी झारखंड की नई मुख्यमंत्री बनेंगी।”
क्या यह दावा सत्य है? क्या कल्पना सोरेन राजनीति में उतरने को तैयार हैं? क्या उनके पास अपने पति को बचाने का कोई रास्ता है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमें कल्पना सोरेन के बारे में और अधिक जानना होगा।
कल्पना सोरेन का जन्म साल 1976 में Jharkhand की राजधानी रांची में हुआ था। वह मूल रूप से ओडिशा के मयूरभंज की रहने वाली हैं। उनका परिवार अब भी वहीं रहता है। उनके पिता एक व्यापारी थे और उनकी मां एक गृहिणी हैं। कल्पना सोरेन ने रांची में एक प्राइवेट स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की और यहीं से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान ही हेमंत सोरेन से मुलाकात की और दोनों के बीच प्रेम का रिश्ता बना।
आपको बता दे कि कल्पना सोरेन और हेमंत सोरेन की शादी 7 फरवरी 2006 को हुई थी। दोनों की अरेंज्ड मैरिज थी। उनके परिवारों ने इस रिश्ते को स्वीकार किया था। उनके दो बच्चे निखिल और अंश हैं। कल्पना सोरेन रांची में एक प्ले स्कूल चलाती हैं। वह बच्चों की शिक्षा और विकास के लिए काम करती हैं। वह सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में नियमित रूप से शामिल होती हैं। वह महिलाओं के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के लिए भी प्रयास करती हैं।
वैसे तो कल्पना सोरेन सक्रिय राजनीति से दूर रहती हैं। उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों से हमेशा दूर देखा गया है। वह अपने पति के राजनीतिक फैसलों में हस्तक्षेप नहीं करती हैं। वह अपने परिवार और व्यवसाय को ही प्राथमिकता देती हैं। कल्पना सोरेन के बारे में बताया जाता है कि वह सोरेन परिवार के कई व्यवसायिक गतिविधियों में शामिल हैं। वह अपने पति के स्वामित्व वाली कंपनी सोहरई प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक हैं। इस कंपनी को 11 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी, जिसका आरोप लगाया गया है कि यह अवैध रूप से हुआ है।
कल्पना सोरेन पर इसके अलावा भी कई आरोप लगे हैं। उनपर मनी लॉन्ड्रिंग, घूसखोरी, बेनामी संपत्ति के मामले में जांच चल रही है।
वैसे ये हैरानी वाली बात है कि, कल्पना सोरेन को झारखंड की नई मुख्यमंत्री बनाने का दावा बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने किया है। उनका कहना है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को सीएम पद पर बैठाना चाहते हैं, जैसा कि लालू प्रसाद यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार की मुख्यमंत्री बनाया था।
आपको बता दे कि कल्पना सोरेन को Jharkhand की नई मुख्यमंत्री बनाने का दावा बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने किया है, लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं है। यह एक राजनीतिक खेल भी हो सकता है, जिसका उद्देश्य हेमंत सोरेन की छवि को बिगाड़ना और उनके गठबंधन को टूटने का डर दिखाना हो सकता है । क्योंकि अभी के कि ज्ञात जानकारी के अनुसार कल्पना सोरेन ने खुद कभी राजनीति में उतरने की इच्छा नहीं जताई है। वे अपने परिवार और व्यवसाय को ही प्राथमिकता देती हैं। वे अपने पति के राजनीतिक फैसलों में हस्तक्षेप नहीं करती हैं। साथ ही हेमंत सोरेन भी अपनी पत्नी को राजनीति में लाने के बारे में कभी नहीं बोले हैं। वे अपने पिता शिबू सोरेन की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। वे अपने गठबंधन के साथी दलों का सम्मान करते हैं और उनके साथ मिलकर राज्य का विकास करने का दावा करते हैं।
कल्पना सोरेन पर लगे आरोपों का भी कोई पक्का सबूत नहीं है। वे इन आरोपों को झूठा और निराधार कहती हैं। वे कहती हैं कि यह उनके पति को बदनाम करने का एक प्रयास है जो लोकसभा चुनावो के लिए भाजपा कि चाल है। इसलिए, कल्पना सोरेन की राजनीतिक भविष्य के बारे में कुछ निश्चित नहीं कहा जा सकता है। यह उनकी और उनके पति की मर्जी पर निर्भर करता है कि वे राजनीति में शामिल होना चाहती हैं या नहीं। यह भी देखना होगा कि उनके गठबंधन के साथी दलों का इस बारे में क्या कहना है।
आशा है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपके पास और कोई सवाल है, तो आप हमसे पूछ सकते है। हमे आपके जवाब का इंतज़ार रहेगा।