अपनी विस्तारवादी चाहत को पूरा करने के लिए china ने ताइवान के इलाके में एक बार फिर लड़ाकू विमानों के जरिए घुसपैठ की है…लेकिन अब ताइवान ने china से मुकाबला लेने के लिए ताल ठोंक दी है…भले ही ताइवान की सैन्य क्षमता china की ताकत के सामने बौनी हो लेकिन china को चकमा देने और बीजिंग के लाल सुल्तान का तख्त हिलाने के लिए ताइवान के पास भी ब्रह्मास्त्र हैं…-china and har taiwan update
ताइवान ने भविष्य में china से संभावित खतरे को देखते अपने डिफेंस के जखीरों में इजाफा किया है…ताइवान ने अपनी मिसाइल सिस्टम में दो नए वैरिएंट को जोड़ा है…ये वैरिएंट स्काईबो III मिसाइल सिस्टम के हैं…विकसित किए गए नए मिसाइल का नाम स्ट्रांगबो I और स्ट्रांगबो II है…-china and har taiwan update
ताइवान की रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, स्ट्रांगबो की मिसाइलों को चुंगशान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने विकसित किया है…बताया जा रहा है कि स्ट्रांगबो मिसाइलें अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम पैट्रियट से ज्यादा ताकतवर है…ताइवान ने अपनी मिसाइल सिस्टम में जिन दो नए वैरिएंट को जोड़ा है उनकी खासियत की बात करें तो ये सरफेस टू एयर मिसाइल है यानी हवा में किसी दूसरे मिसाइल या खतरे को भांपते ही ये उसे नष्ट कर देगा…इस मिसाइल को अमेरिका के पैट्रियट डिफेंस सिस्टम की तरह माना जा रहा है…ये मिसाइल 70 से लेकर 100 किलोमीटर तक की ऊंचाई से आने वाले खतरे की पहचान कर उसे ध्वस्त करने की क्षमता रखता है…
अमेरिका ने अपनी ताजा रिपोर्ट में जो दावा किया है वो ड्रैगन की बारूदी चाल के बारे में बता रहा है…china ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए मल्टीपल रॉकेट लॉन्च सिस्टम यानी MLRS, PHL-16/PCL-191 का इस्तेमाल कर सकता है…इस रॉकेट लॉन्च सिस्टम की मदद से china रॉकेट दाग सकता है…70 किमी. और 300 किमी. की रेंज के बीच ये रॉकेट 150 किमी. के चीनी तट से ताइवान स्ट्रेट की पूरी दूरी को कवर कर सकता है…china का ये रॉकेट सिस्टम बेहद खतरनाक है…अगर इसका इस्तेमाल होता है तो ये बात तय है कि दुनिया एक और जंगी आग की तपिश महसूस करेगी…
इस वक्त ड्रैगन अपनी क्षमताएं बढ़ा रहा है..अमेरिका की रिपोर्ट में बताया गया है कि पीएलए के पास लैंडिंग से पहले युद्ध के मैदान को प्रभावित करने की क्षमताएं कम थीं, लेकिन PHL-16 रॉकेट सिस्टम के आ जाने से china की ये मुश्किलें दूर हो गईं हैं. china ने इस वक्त अपने महाविनाशक रॉकेट सिस्टम को ईस्टर्न थिएटर कमांड की अपनी 73वीं ग्रुप आर्मी में तैनात कर रखा है…
जिनपिंग की आखों में ताइवान को जलाने वाली ज्वाला नजर आ रही है..अमेरिका के खिलाफ प्रतिशोध के अंगारे धधक रहे हैं..ड्रैगन किसी भी कीमत पर ताइवान पर कब्जा कर दुनिया को ये दिखाना चाहता है कि उसकी ताकत के सामने सुपर पावर बौना है..जिनपिंग की शैतानी खोपड़ी इसी लिए नए नए प्लान बना रही है..शी के दिमाग में क्या चल रहा है इसे डिकोड करने के लिए अमेरिका की खुफिया एंजेंसिया बीजिंग की हर हलचल पर नजर रख रही है..इस वक्त ऐसा लग रहा है कि हमास-इजरायल और रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ साथ बहुत जल्द china और ताइवान के बीच महासंग्राम हो सकता है…
ड्रैगन किसी भी कीमत पर ताइवान पर कब्जा करना चाहता है
क्या china ताइवान पर कभी भी हमला कर सकता है?
ताइवान china के हमले का कैसे जवाब देगा?