बताया जा रहा है कि 3 दुकानदारों को नोटिस भी जारी किया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कुल मिलाकर यह अभियान चरणबद्ध तरीके से पूरा होगा। अतिक्रमण हटाने (Bulldozer action) के बाद सडक़ निर्माण सहित अन्य सुविधाओं पर ध्यान दिया जाएगा। अधिकारी नागरिकों से सहयोग की अपील बीते कई दिनों से कर रहे थे।

तोडफ़ोड़ अभियान (Bulldozer action) का नेतृत्व एसडीएम शिवानी जायसवाल ने किया। इनके साथ तहसीलदार समीर शर्मा, नायब तहसीलदार इजराइल खान, सीएसपी एसएस पैंकरा, डीएसपी अनूप एक्का, एसडीओपी और कोतवाली पुलिस के साथ रामानुजनगर, विश्रामपुर सहित आसपास के थानों के प्रभारी मौजूद रहे। भारी पुलिस बल की तैनाती ने कार्रवाई को सुचारू और निर्बाध बनाए रखा।
Bulldozer action: मिली-जुली प्रतिक्रिया
कार्रवाई (Bulldozer action) को लेकर शहरवासियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। जहां कई लोग प्रशासन के इस कदम को सराह रहे हैं, वहीं कुछ प्रभावित दुकानदारों ने कार्रवाई की प्रक्रिया में पारदर्शिता और पुनर्वास की मांग उठाई है।

दुकानदारों ने पहले ही हटा लिया था सामान
सुभाष चौक से शुरु इस कार्रवाई में सडक़ किनारे अतिक्रमण (Bulldozer action) को चिन्हित कर जेसीबी मशीनों से हटाया जा रहा है। अनुपम गैस प्वाइंट की दो मंजिला दुकान सहित करीब 33 अन्य दुकानें अब तक ध्वस्त की जा चुकी हैं। प्रशासन ने पहले ही दुकानदारों को नोटिस जारी कर सामान हटाने की चेतावनी दी थी, इसके बाद कई दुकानदारों ने स्वयं सामान हटा लिया था। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
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