Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शनिवार (28 दिसंबर) को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस बीच उनके निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर उठ रहे सवाल पर बीजेपी नेता अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस को घेरा है. उन्होंने इसे बहुत ही शर्मनाक करार दिया है.
बीजेपी नेता अरविंदर सिंह लवली ने कहा ”यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसा व्यक्ति, जो चौथे सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे और कांग्रेस उनके निधन पर इस तरह की निम्न स्तर की राजनीति कर रही है, वो कब जब देश के प्रधानमंत्री ने एक भावनात्मक संदेश देते हुए दुख जताया है.”
#WATCH | Delhi | BJP leader Arvinder Singh Lovely says, “It is very unfortunate, shameful and pathetic that a person like Prime Minister Manmohan Singh, who is the fourth longest serving Prime Minister – and the Congress is doing such low-level politics on his demise, while the… pic.twitter.com/EeBjMPI2O7
— ANI (@ANI) December 28, 2024
कांग्रेस पार्टी शर्मनाक राजनीति कर रही- अरविंदर सिंह लवली
उन्होंने आगे कहा, ”ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि किसी अन्य पार्टी के प्रधानमंत्री के प्रति इतना सम्मान हो. कम से कम कांग्रेस नेताओं में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री को राजनीति से दूर रहने की विनम्रता होनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी शर्मनाक राजनीति कर रही है. गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी और उनके परिवार के सदस्यों को बताया है कि उनका मेमोरियल कहां पर बनेगा, इसके बावजूद ये राजनीति कर रहे हैं.”
जीवित रहते मनमोहन सिंह को कांग्रेस ने सम्मान नहीं दिया- लवली
बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके जीते जी तो इनलोगों ने सम्मान नहीं दिया, उनके मरने के बाद भी शर्मनाक तरीके से राजनीति करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, ”मैं कांग्रेस पार्टी को याद दिलाना चाहता हूं कि जब डॉ. मनमोहन सिंह जी जीवित थे तो 2013 में वो एक ऑर्डिनेंस लेकर आए थे. उस ऑर्डिनेंस को किसने फाड़ा था? आज उनका निधन हो गया तो उनके ऊपर राजनीति की जा रही है.
अरविंदर सिंह लवली ने बीजिंग ओलंपिक का किया जिक्र
उन्होंने आगे कहा, ”मैं एक उदाहरण और देता हूं 2008 में चीन के अंदर बीजिंग ओलंपिक हुए थे. चाइना ने हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री का अपमान करने के लिए इनवाइट नहीं किया था, जबकि उस वक्त वर्ल्ड के तमाम बड़े नेताओं को बुलाया था. इंडिया से गांधी फैमिली को बुलाया था. जब देश के प्रधानमंत्री का चीन अपमान कर रहा हो तो बाकी देश के लीडर का फर्ज बनता था कि उस सेरमनी को अडेंट न करें क्योंकि उसने देश के पीएम को इनवाइट नहीं किया था. सोनिया गांधी और राहुल गांधी जी ने उस सेरमनी को अटेंड किया था.
उन्होंने कहा, ”डॉ. मनमोहन सिंह जब जीवित थे तो उनको अपमानित करने की इतनी कोशिश की गई थी कि उन्हें एक बार ट्वीट करना पड़ गया था कि आई एम रेडी टू वर्क अंडर द लीडरशिप ऑफ राहुल गांधी. इससे ज्यादा ये मनमोहन सिंह का क्या अपमान कर सकते हैं? आज पूरा देश उनका सम्मान कर रहा है. मैं समझता हूं कि जिन लोगों ने उनके जीवित रहते उन्हें सम्मान नहीं दिया, कम से कम उनके निधन के बाद तो इस तरह की राजनीति न करें.”
कांग्रेस ने मांग की थी कि पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां सिंह का स्मारक बनाया जा सके लेकिन सरकार ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. कांग्रेस ने इस निर्णय को भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान बताया.
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