एक छोटी सी पार्टी ने महाराष्ट्र में अपना चुनावी दाव जमाया है और वहां की राजनीति में एक नया मोड़ लाने की कोशिश कर रही है। एक ऐसी पार्टी जिसने तमाम राजनीतिक दलों को सकते में ला दिया है। जी हा हम बात कर रहे हैं Asaduddin Owaisi की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन की।
एआईएमआईएम ने हाल ही में घोषणा की है कि वह आगामी Loksabha Election में महाराष्ट्र की कुल 48 सीटों में से पांच पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। ये पांच सीटें हैं- उत्तरी मुंबई, धुले, नांदेड़, भिवंडी और छत्रपति संभाजीनगर। एआईएमआईएम का कहना है कि इन सीटों पर उसके पास काफी जनाधार है और वह इन्हें जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऐसे में सवाल उठता है की क्या सच में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी वह जीतने का डैम रखती है या फिर ये वोट काटने की राजनीती है ? बताएँगे सब कुछ बने रहिये हमारे साथ। नमस्कार आप देख रहे है AIRR न्यूज़।
एआआईएमआईएम की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अब्दुल गफ्फार कादरी ने भिवंडी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पार्टी इन सीटों पर सर्वेक्षण कर रही है और एक प्रभावी चुनावी रणनीति बना रही है। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम का उद्देश्य है कि वह महाराष्ट्र में मुस्लिम और दलित समुदायों की आवाज बने और उनके हितों की रक्षा करे।
आपको बता दे कि कादरी ने विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर आक्रमक रूप से हमला किया और उन्हें धर्मनिरपेक्ष पार्टियों का नाम देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये दोनों दल एआईएमआईएम को ‘अछूत’ मानते हैं और उसके साथ कोई गठबंधन नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा नहीं है, लेकिन वह अपनी अलग पहचान बनाने के लिए काम कर रहा है।
इसके अलावा कादरी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी निशाना पे लिया और उन्हें गठबंधन तोड़ने और बीजेपी के साथ सरकार बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने वादे और अपने वोटरों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में जो हालात हैं, वह महाराष्ट्र में भी हो सकते हैं, अगर लोगों ने बीजेपी और उसके साथीयों को वोट दिया।
कादरी ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर कहा कि वह राज्य को बिहार की तरह की स्थिति में ले जा रहे हैं। उन्होंने ठाणे जिले के मीरा-भायंडर इलाके में हाल ही में हुए झड़पों के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के घरों को तोड़ने का उदाहरण दिया और पूछा कि क्या एक बीजेपी विधायक के खिलाफ भी ऐसा ही कार्रवाई होगी, जिस पर शिवसेना के एक नेता को पुलिस स्टेशन में गोली मारने का आरोप है।
आपको पता है कि बीजेपी के विधायक गणपत गायकवाड़ ने शुक्रवार की रात हिल लाइन पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक के केबिन में कल्याण शिवसेना के नेता महेश गायकवाड़ को छह गोलियां मारी थीं और उसके साथी राहुल पाटिल को भी घायल किया था। इसके बाद तीन बार कल्याण पूर्वी से विधायक चुने जाने वाले गायकवाड़ पर हत्या का प्रयास और अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया है।
इस प्रकार, एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र में अपनी राजनीतिक भूमिका को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है और वहां के चुनावी मैदान में एक नया रंग लाने का इरादा रखती है। लेकिन क्या यह पार्टी अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाएगी? क्या यह पार्टी महाराष्ट्र के मुस्लिम और दलित वोटरों को अपनी तरफ आकर्षित कर पाएगी? क्या यह पार्टी विपक्षी गठबंधन को तोड़ पाएगी? या फिर यह पार्टी बीजेपी को फायदा पहुंचाएगी? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में ही मिलेंगे।
आशा है कि आपको यह कार्यक्रम पसंद आया होगा। अगर आपको यह वीडियो पसंद आया हो, तो कृपया इसे लाइक, शेयर और AIRR न्यूज़ को यूट्यूब, इंस्टाग्राम, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फॉलो ,सब्सक्राइब और लिखे जरूर करें। नमस्कार आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।
Extra :
एआईएमआईएम, महाराष्ट्र, चुनाव, असदुद्दीन ओवैसी, लोकसभा, उम्मीदवार, बीजेपी, शिवसेना, गणपत गायकवाड़, AIRR न्यूज़,AIMIM, Maharashtra, elections, Asaduddin Owaisi, Lok Sabha, candidates, BJP, Shiv Sena, Ganpat Gaikwad, AIRR News