India Restricts Bangladesh Imports: पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा रहा बांग्लादेश जब अलग होकर एक स्वतंत्र देश बना, उस वक्त उसने बड़ी चैन की सांस ली थी. तत्कालीन पाकिस्तान की भेदभावपूर्ण नीति के विरोध में भारत की मदद से अस्तित्व में आया बांग्लादेश दक्षिण एशिया में तरक्की की राह पर लगातार चल रहा था. पाकिस्तान के मुकाबले उसकी जीडीपी तेजी के साथ दौड़ लगा रह थी. लेकिन, हसीना सरकार के तख्तापलट और हाल में मोहम्मद युनून सरकार के कई फैसलों ने उसे पूरी तरह से पाकिस्तान परस्त बनाकर रख दिया है.
आज जब भारत ने पाकिस्तान और उसके तनाव के वक्त साथ देनेवाले तुर्किए-अजरबैजान पर एक्शन के बाद बांग्लादेश को उसकी औकात दिखाई तो वहां की मोहम्मद यूनुस सरकार अब पाकिस्तान के तलवे चाटने में लगी है. आइये बताते हैं कि उसने आखिर क्या कुछ आदेश दिया है और भारत ने किस तरह से उसके ऊपर बैन लगाया है.
बांग्लादेश से आयात पर बैन
शनिवार को भारत ने ये फैसला लिया है कि सिर्फ बांग्लादेश और न्हावा शेवा पोर्ट के जरिए ही तैयार कपड़ों को भारत आने की इजाजत देगा. इसके अलावा, उपभोक्ता वस्तुओं के पूर्वोत्तर में स्थल परागमन चौकियों के ऊपर आयात पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. भारत सरकार के इस फैसले के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार द्विपक्षीय पर काफी प्रभाव पड़ सकता है.
सरकार की तरफ से बांग्लादेश से रेडीमेड कपड़ें और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों जैसी कुछ वस्तुओं के आयात पर बंदरगाह प्रतिबंध लगा दिए. यह कदम पिछले महीने बांग्लादेश द्वारा कुछ भारतीय उत्पादों पर लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब में उठाया गया है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की एक अधिसूचना के अनुसार, ये बंदरगाह प्रतिबंध भारत से होकर गुजरने वाले तथा नेपाल और भूटान जाने वाले बांग्लादेशी माल पर लागू नहीं होंगे. आदेश में कहा गया है कि बांग्लादेश से रेडीमेड वस्त्रों का आयात किसी भी भूमि बंदरगाह से नहीं किया जा सकेगा.
पाक के तलवे चाटने लगा बांग्लादेश
इधर, भारत सरकार की तरफ से बांग्लादेश को आंखें दिखाए जाने के बाद उसे अपनी औकात का पता चल गया है. मौजूदा वहां की मोहम्मद यूनुस सरकार ने अब पाकिस्तान सरकार के आगे दुम हिलाते हुए कई फैसले लिए हैं, जिनमें वो पाकिस्तानी कारोबारियों के लिए वीजा नीतियों को आसान बन रहा है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बांग्लादेश के पाकिस्तान में तैनात हाई कमिश्नर इकबाल हुसैन खान का कहना है कि इस पहल से दोनों देशें और पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति मिल पाएगी. उन्होंने आगे कहा कि हम क्षेत्र में स्थिरता और आर्थिक वृद्धि में विश्वास रखते हैं, यही वजह है कि पाकिस्तान के व्यापारियों के लिए वीजा व्यवस्था को सरकर बना रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीटीसीसीआई) द्वारा पाकिस्तान में शनिवार को आयोजित एक स्वागत समारोह में खान ने कहा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान को पश्चिम एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में देखता है. उन्होंने कहा, “दोनों देशों ने व्यापार प्रतिनिधिमंडलों को वीजा देना शुरू कर दिया है.” खान ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार एक अरब डॉलर को पार करने की उम्मीद है. उन्होंने उम्मीद जताई कि व्यापार में वृद्धि जारी रहेगी क्योंकि दोनों देश सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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