हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 31 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत महिला पहलवान विनेश फोगाट का नाम शामिल है। 30 वर्षीय विनेश फोगाट पहली बार चुनावी दंगल में अपना भाग्य आजमाएंगी।-Haryana Election news update
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख और पूर्व BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे रहने वाले ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने 6 सितंबर 2024 को कांग्रेस में शामिल होकर राजनीतिक पारी की शुरुआत की और ‘न डरने और न पीछे हटने’ का संकल्प भी व्यक्त किया।-Haryana Election news update
बजरंग पुनिया को लेकर अभी यह तय नहीं हुआ है कि वे कहां से चुनावी मैदान में उतरेंगे? यह भी तय नहीं है कि पुनिया चुनाव लड़ेंगे भी या नहीं, लेकिन रात को जारी हुई हरियाणा चुनाव के लिये पार्टी के 31 उम्मीदवारों की सूची में जुलाना विधानसभा सीट से फोगाट के नाम का ऐलान कर दिया गया है। -Haryana Election news update
कांग्रेस में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद पुनिया को पार्टी द्वारा अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
पार्टी में शामिल होने के बाद फोगाट ने कहा कि BJP, बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन कर रही है जबकि कांग्रेस ने प्रदर्शनकारी पहलवानों का साथ दिया और वह भी तब जब उन्हें दिल्ली में सड़कों पर घसीटा जा रहा था।
पुनिया और फोगाट 2023 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे।
विनेश फोगाट ने कहा कि मैं देश के लोगों और मीडिया को धन्यवाद देती हूं, आपने मेरी कुश्ती यात्रा के दौरान मेरा समर्थन किया। मैं कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद देना चाहती हूं। कहा जाता है कि बुरे समय में पता चलता है कि कौन अपना है। जब हमें सड़कों पर घसीटा जा रहा था, BJP को छोड़कर सभी दल हमारे साथ खड़े थे।
फोगाट ने कहा कि कांग्रेस के नेता हमारे दर्द और आंसुओं को समझ पा रहे थे। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसी विचारधारा से जुड़ी हूं, जो महिलाओं पर हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़ी है और सड़क से संसद तक उनके हक की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि वह न तो डरने वाली हैं और न ही पीछे हटने वाली हैं। मामला अदालत में है और हम वहां भी जीतेंगे।
फोगाट ने कहा कि मैं जंतर-मंतर पर कुश्ती छोड़ सकती थी क्योंकि BJP का आईटी सेल प्रचार कर रहा था कि हम दगे हुए कारतूस हैं। उन्होंने कहा कि मैं नेशनल में नहीं खेलना चाहती थी, लेकिन मैंने खेला। उन्होंने कहा कि मैं ट्रायल में भाग नहीं लेना चाहती, लेकिन मैंने लिया। उन्होंने कहा कि मैं ओलंपिक में नहीं जा सकती, लेकिन मैं गई ‘पर दुर्भाग्य से भगवान की कुछ और ही मर्जी थी’।
उन्होंने कहा कि मैं महिलाओं से कहना चाहती हूं कि वह उनके साथ खड़ी हैं और जब भी उन्हें कोई समस्या आती है तो कांग्रेस उनके साथ खड़ी है। पुनिया ने कहा कि कांग्रेस उनके कठिन समय में उनके साथ खड़ी है।
फोगाट ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा किहम कांग्रेस और देश को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।।।जिस दिन विनेश ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, उस दिन पूरा देश खुश था लेकिन अगले दिन सब दुखी थे। उस समय एक आईटी सेल जश्न मना रहा था।
पुनिया टोक्यो ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता हैं, जबकि फोगाट ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हैं। हालांकि, उन्हें 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगभग 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में उन्होंने खेल से संन्यास की घोषणा की।
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिये पांच अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।
विनेश फोगाट के लिए यह पहला चुनाव है। जुलाना विधानसभा में उनकी ससुराल है।
आइए, जानते हैं कि जिस सीट से विनेश फोगाट पहली बार हरियाणा के सियासी दंगल में दांव आझमाने जा रही हैं, वहां के पिछले सात विधानसभा चुनावों में क्या नतीजे आए हैं?
- 1991 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनी, लेकिन जुलाना सीट पर जनता पार्टी के सूरज भान ने जीत दर्ज की थी।
- 1996 में हरियाणा विकास पार्टी ने सरकार बनाई और इस सीट से इसी पार्टी के सत्य नारायण लाथर को जीत मिली थी।
- साल 2000 के चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल ने 47 सीट जीत कर सरकार बनाई मगर जुलाना सीट पर कांग्रेस के शेर सिंह जीते थे।
- 2005 के चुनाव में 90 विधानसभा वाले हरियाणा राज्य में 67 सीटें जीतकर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी और इस सीट से कांग्रेस के शेर सिंह ने जीत दर्ज की थी।
- 2009 में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनी थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन जुलाना सीट से इंडियन नेशनल लोकदल के परविंदर सिंह ढुल ने जीत दर्ज की थी।
- 2014 में राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, लेकिन जुलाना सीट से इंडियन नेशनल लोकदल के परविंदर सिंह ढुल ने जीत दर्ज की थी।
- 2019 के विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट से जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) के अमरजीत ढांडा ने जीत दर्ज की थी।
- अबकी बार देखना बाकी है कि जुलाना सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट का दांव कितना काम आता है, क्योंकि कांग्रेस ने बड़ी उम्मीदों के साथ एक पहलवान को मैदान में उतारा है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
हरियाणा का चुनाव इस बार काफी रोचक मोड़ पर है। सत्ताधारी पार्टी भाजपा के खिलाफ राज्य में बड़ी एंटी इनकंबेंसी देखी जा रही है, तो कांग्रेस का पलड़ा भारी दिख रहा है। राज्य में किसानों की समस्याओं और पहलवानों की समस्याएं बहुत बड़ी हैं। कांग्रेस हर कदम पर उनका साथ दे रही है। साथ ही चौधरी देवीलाल का पूरा परिवार बंटा हुआ है। उनके अपने राजनीतिक हित हैं। परिवार के लोग अलग-अलग पार्टियां बना चुके हैं और सरकार में रहे, वे भी साथ छोड़कर निर्दलीय तौर पर मैदान में उतर रहे हैं। ऐसे में जुलाना सीट जहां विनेश फोगाट ब्याही गई है, वहां पर उनका पलड़ा भारी रहने की पूरी संभावना दिखाई देती है।
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