PoK में महंगाई के हाहाकार-pakistan latest news
घुटनों पर आई पाकिस्तान सरकार
23 अरब रुपए का फंड किया जारी
पाकिस्तान सरकार ने की अहम बैठक
हालात को काबू में करने को लेकर चर्चा-pakistan latest news
पाकिस्तान में मंहगाई की मार… कराह रहा पाकिस्तान.. pok में भी बढ़ती महंगाई से बेहाल… आखिर क्या है हालात.. नमस्कार AIRR NEWS में आपका स्वागत है… पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानि PoK में बढ़ती महंगाई पर जनता में गुस्सा सातवें आसमान पर है. वहां हिंसक प्रदर्शन से पाकिस्तान सरकार घुटनों पर आ गई है. शहबाज शरीफ सरकार ने पीओके को तत्काल प्रभाव से 23 अरब रुपये का बजट मंजूर किया है…-pakistan latest news
स्थानीय सरकार ने भी बिजली दरों और ब्रेड के दामों में कटौती का ऐलान किया है. फिलहाल, पीओके में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है.. इस क्षेत्र में विरोध-प्रदर्शन देखे जा रहे हैं. 13 मई को चौथे दिन भी पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई हैं. मरने वालों की संख्या तीन हो गई है. इनमें दो प्रदर्शनकारी और एक एसआई शामिल है. रविवार को झड़प में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे…
दरअसल, पिछले 4 दिन से जरूरी चीजों के दाम बढ़ने और टैक्स में बढ़ोतरी के खिलाफ पीओके में सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारियों और वकीलों द्वारा गठित संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी ने राजधानी Muzaffarabad तक मार्च करने का आह्वान किया है.. लाखों प्रदर्शनकारियों ने Muzaffarabad की ओर लॉन्ग मार्च जारी रखा… पुलिस ने इस मार्च को रोकने के लिए बल प्रयोग किया है, जिसके कारण प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हो गईं…12 मई को भीड़ में किसी ने पुलिस के एसआई अदनान कुरेशी की गोली मारकर हत्या कर दी. झड़प में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे. अब तक दो प्रदर्शनकारियों की भी मौत हुई है… आपको बता दें कि भिंबर से शुरू हुआ प्रदर्शनकारियों का काफिला 13 मई को दीरकोट से Muzaffarabad में प्रवेश कर गया. -pakistan latest news
ये प्रदर्शनकारी Muzaffarabad में विधानसभा का घेराव करेंगे. चौथे दिन भी पीओके में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद रहीं… इस बीच, प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी एक्टिव हुए हैं… शहबाज ने हालात के बारे में चिंता जताई है. उन्होंने 13 मई को प्रदर्शनकारियों और स्थानीय सरकार से बातचीत के बाद पीओके को तत्काल प्रभाव से 23 अरब रुपये के बजट की मंजूरी दी है…
इसे लेकर पूरी पाकिस्तान सरकार में हाहाकार मचा हुआ है.. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि अप्रत्याशित विरोध और इसकी संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री शरीफ ने 13 मई को एक विशेष बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक, स्थानीय मंत्री और टॉप लीडरशिप ने हिस्सा लिया. इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री शरीफ ने पीओके के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए 23 अरब रुपये के बजट को मंजूरी दी. बैठक में मंत्रियों और गठबंधन दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया और स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई.
पीएमओ ने कहा कि कश्मीर के नेताओं और बैठक में शामिल लोगों ने शहबाज के फैसले की सराहना की… पीओके के हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि वहां महंगाई ने लोगों की हालात खराब कर रखी है.. इधर, शहबाज शरीफ के साथ बैठक समाप्त होने के तुरंत बाद पीओके के प्रधानमंत्री हक ने बिजली दरों में कटौती की घोषणा की… स्थानीय निवासी पिछले कुछ दिनों से सस्ती बिजली और आटा पर सब्सिडी की मांग उठा रहे हैं… उन्होंने कहा कि कोई भी सुलभ बिजली और सस्ते आटा की जरूरत को नजरअंदाज नहीं कर सकता है…
उन्होंने ब्रेड की कीमतों में भी कटौती की घोषणा की.. वहीं, रावलकोट के एक प्रदर्शनकारी नेता ने सरकार पर टालमटोल की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया. रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पहले ही कई जगहों पर कोहाला-Muzaffarabad रोड को बंद करके धरना दिया है… ये सड़क 40 किलोमीटर तक फैली हुई है और कोहाला शहर को पीओके के Muzaffarabad से जोड़ती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चौराहों और संवेदनशील जगहों पर पुलिस की भारी टुकड़ियां तैनात की गई हैं. बाजार, व्यापार केंद्र और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं,
जबकि परिवहन सेवाएं सस्पेंड की गई हैं… लेकिन जिस तरह से लगातार झ़ड़प हो रही है उससे स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है.. 11 मई को प्रदर्शन के दौरान मीरपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने के बाद सरकार ने पाकिस्तान रेंजर्स को बुलाया. प्रधानमंत्री शरीफ ने 12 मई को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों पर गहरी चिंता जताई और कहा, कानून को अपने हाथ में लेने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा. ये कृत्य बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, मैं सभी पक्षों से अपनी मांगों के समाधान के लिए शांतिपूर्ण तरीके से बात करने का आग्रह करता हूं… तनाव को शांत करने के लिए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी लोगों से संयम बरतने और बातचीत और आपसी परामर्श के जरिए मुद्दों को हल करने का आग्रह किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक दलों, राज्य संस्थानों और क्षेत्र के लोगों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए, ताकि दुश्मन अपने लाभ के लिए स्थिति का फायदा ना उठा सकें.
राष्ट्रपति ने कहा, वो मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए प्रधानमंत्री शरीफ के साथ बातचीत करेंगे. राष्ट्रपति ने वर्तमान स्थिति पर खेद जताया और पुलिस अधिकारी की मौत पर संवेदना व्यक्त की. झड़पों में घायल हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की… वहीं हिंसक प्रदर्शन से स्कूल से लेकर बाजार तक सबकुछ बंद कर दिया गया है.. 11 मई को हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इसके अलावा, पूरे क्षेत्र में मार्केट, बिजनेस सेंटर, दफ्तर, स्कूल और रेस्टोरेंट बंद रहे. हिंसा के बाद पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की और Muzaffarabad में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया
. एक दिन पहले ही सरकार ने क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी थीं. एक रिपोर्ट के अनुसार, 9 और 10 मई को करीब 70 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने लॉन्ग मार्च को रोकने के लिए गिरफ्तार किया..विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सोमवार को सरकारी कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे. .. वाकई में पाकिस्तान की हालत खस्ता है. और इसी वजह से पीओके में भी माहौल गरमा गया है.. इसी तरह की और खबरों के लिए आप जुड़े रहिए AIRR NEWS के साथ…
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