ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का 19 मई को हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया था…उनके साथ हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की जान चली गई थी…रईसी की मौत के बाद अब 28 जून को ईरान में नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है…इसकी तैयारियां जोरों पर हैं…उम्मीदवारी के लिए-iran latest news
रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू हो गया है, जो कि 5 दिन चलेगा…40 से 75 साल के बीच के लोग आवेदन कर सकते हैं…इनकी शैक्षिक योग्यता कम से कम मास्टर डिग्री होनी चाहिए…सभी उम्मीदवारों को ईरान की 12 सदस्यीय संरक्षक परिषद द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए.-iran latest news
ईरान के आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने 5 दिवसीय रजिस्ट्रेशन की घोषणा की है…उन्होंने कहा कि ये चुनाव संसदीय चुनाव की तरह होगा…आपको बता दें कि ईरान में देश की पुलिस का प्रभार संभालने वाला गृह मंत्रालय बिना किसी अंतर्राष्ट्रीय निगरानी के चुनाव कराता है…हालांकि, सभी अंतिम फैसले सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ही लेते हैं…रईसी ने साल 2021 के चुनाव में जीत दर्ज की थी और राष्ट्रपति बने थे…2024 के चुनाव पर नजर डाली जाए तो हालात काफी बदले हुए हैं…तेहरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा हुआ है…साल 2022 में महसा अमीनी की मौत के विरोध में प्रदर्शन भी हो रहे हैं…
चर्चा है कि सईद जलीली भी चुनाव लड़ सकते हैं…इसके साथ ही मोहसेन हाशमी रफसनजानी का नाम भी चर्चा में है…वो पूर्व राष्ट्रपति अकबर हाशमी रफसनजानी के बेटे हैं…पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी के सहयोगी अली लारीजानी भी चुनाव लड़ सकते हैं…इसके साथ ही कार्यवाहक राष्ट्रपति मोखबर भी अपनी उम्मीदवारी दर्ज करा सकते हैं…
गार्जियन काउंसिल 11 जून को उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट जारी करेगी…ये 12 सदस्यीय ज्यूरी का ग्रुप है…इसके सदस्यों को सर्वोच्च नेता द्वारा नियुक्त किया जाता है…इस काउंसिल ने 2021 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले नेताओं को अयोग्य घोषित कर दिया था…इसके बाद रईसी ने जीत दर्ज की थी…इस चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए बेहद कम मतदान हुआ था…महज 48.8 फीसदी वोटिंग हुई थी..
हेलीकॉप्टर क्रैश में इब्राहिम रईसी की मौत होने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने मोहम्मद मोखबेर को सरकार का प्रमुख नियुक्त किया है…रईसी की मौत से लेकर 50 दिन तक मोखबेर यह दायित्व निभाएंगे…ईरान के संविधान में ये लिखा भी है कि उपराष्ट्रपति को अगर किसी कारणवश राष्ट्रपति की जिम्मेदारियां दी जाती हैं तो अगले 50 दिन के भीतर नए राष्ट्रपति का चुनाव कराना होगा…अब 28 जून को होने वाले चुनाव के बाद ईरान को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा…तब तक मोखबर ही संसद के स्पीकर और न्यायपालिका के साथ देश के
ईरान की सरकार चलाने के लिए नियुक्त मोहम्मद मोखबेर को एक कट्टरपंथी के रूप में जाना जाता है…मोखबेर पर 2010 में अमेरिका में बैन भी लगाया था…दरअसल मोखबेर को ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई के साथ उन व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था जो परमाणु या बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में शामिल था…हालांकि दो साल बाद मोखबेर को इस सूची से हटा दिया गया था…
रईसी की मौत के बाद अब 28 जून को ईरान में नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है.
क्या ईरान में होने वाला ये चुनाव निष्पक्ष होगा
ईरान में होने वाले इस चुनाव का वहां की जनता पर क्या असर पड़ेगा