बेंजामिन नेतन्याहू…एक ऐसा दमदार चेहरा जिसने दुनिया का नक्शा बदलकर रख दिया…अपने दुश्मनों को नाको चने चबाने के लिए मजबूर कर दिया…7 अक्टूबर को ने ISRAEL पर जो हमला किया उसमें करीब 1400 लोगों की मौत हो गई थी…Hamas की लगाई इसी आग ने ISRAEL को युद्ध के अखाड़े में लाकर खड़ा कर दिया…जो अब तक जल रही है…बुझने का नाम नहीं ले रही है…-Hamas v/s ISRAEL news
इस जंग का नतीजा क्या होगा? ये कहना मुश्किल है…पर सवाल है कि बेंजामिन नेतन्याहू क्या करेंगे? क्योंकि ISRAEL में बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु हो चुके हैं…गाजा में पिछले 6 महीने से जारी जंग के खिलाफ येरूशलम में सबसे बड़ा सरकार विरोधी प्रदर्शन देखने को मिला…सवाल है कि जो ISRAEL नागरिक Hamasके खिलाफ एकजुट दिखाई दे रहे थे वो आखिर नेतन्याहू के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?-Hamas v/s ISRAEL news
खबर है कि Hamas के खिलाफ जारी जंग में ISRAEL सरकार की रणनीति से लोग नाराज है क्योंकि नेतन्याहू के फैसलों से दुनिया के देशों के साथ बिगड़ते रिश्ते ISRAEL लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है…BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक ISRAEL लोगों की मांग है कि ठीक से काम करने वाली सरकार चाहिए जो देश और नागरिकों के हित के बारे में सोचे क्योंकि पिछले कुछ सालों से बेंजामिन नेतन्याहू कहीं भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं…उनके फैसलों से लगातार देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है, इसलिए उनको बदलने की जरूरत है…-Hamas v/s ISRAEL news
वैसे नेतन्याहू ने अपने देश की बागडोर फिलहाल उप-प्रधानमंत्री को दी हुई है, क्योंकि वो खुद हार्निया के ऑपरेशन से अब तक उबर नहीं पाए हैं, लेकिन उससे पहले उन्होंने देश के नागरिकों के नाम संदेश दिया तब उन्होंने देश में चुनावों की हो रही मांग को टालने की वकालत करते सुनाई दिए…-Hamas v/s ISRAEL news
वैसे गाजा में जारी Hamas के खिलाफ जंग का नतीजा निकलता हुई नहीं दिखाई दे रहा है… ISRAEL जहां बंधकों को छुड़ाने को लेकर एक तरफ बातचीत का हवाला दे रहा है…तो दूसरी तरफ गाजा पट्टी में तबाही का बारूद भरकर Hamas को बर्बाद करने की तरफ लगातार कदम बढ़ा रहा है…इन सबके बीच भले ही अब ISRAEL में नेतन्याहू के विरोध प्रदर्शन हो रहे हों… लेकिन सरकार की कमान संभाल रहे नेतन्याहू गाजा पट्टी में शांतिदूत नहीं बनना चाहते हैं…वो Hamas के खिलाफ जंग में पीछे नहीं हटना चाहते हैं…फिर चाहे उनके खिलाफ दुनिया की महाशक्ति भी क्यों ना खिलाफ हो जाए…
दरअसल अमेरिका ISRAEL की एक सैन्य बटालियन पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है…इस प्रतिबंध को लगाने के पीछे अमेरिका को मिली मानवाधिकार उल्लंघन से जुड़ी रिपोर्ट हैं…हालांकि अमेरिका के इस फैसले का ISRAEL के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विरोध किया है…तो क्या अमेरिका इस विरोध से पीछे हट जाएगा या फिर अमेरिका मानवाधिकारों के उल्लंघन पर कार्रवाई करेगा…क्योंकि अमेरिका को मिली रिपोर्ट के मुताबिक फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक में ISRAEL सेना की नेत्जाह येहुदा बटालियन ने आम लोगों को निशाना बनाया है…जिसको आधार बनाकर बाइडन प्रशासन इस्राइली सैन्य टुकड़ी पर प्रतिबंध लगाने की बात कह रहा है…
Hamas की लगाई आग ने ISRAEL को युद्ध के अखाड़े में लाकर खड़ा कर दिया…जो अब तक जल रही है
क्या बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ ISRAEL में विरोध-प्रदर्शन तेज़ होगा?
अपने ऊपर लगे आरोपों को हटाने के लिए नेतन्याहू को क्या करना चाहिए?