जिसकी शक्ति के सामने बड़े से बड़े सूरमाओं की कोई हस्ती नहीं…जिसकी ताकत के सामने दुश्मन की एक चलती नहीं…-Rs 50000 crore deal for 26 Rafale-Marine fighter jets
जिसकी उड़ान के सामने तूफान भी बौना बन जाए…जिसकी आवाज सुनकर आसमान भी नतमस्तक हो जाए…-Rs 50000 crore deal for 26 Rafale-Marine fighter jets
आवाज ऐसी की कान सुन्न पड़ जाएं…रफ्तार ऐसी की जहां से गुजरे वो जगह श्मशान बन जाए…उसी की धमक पूरी दुनिया में हिन्द की सेना का मान बढ़ाती है…हर हिन्दुस्तानी का सिर गर्व से ऊंचा करती है…
हिन्द की सैन्य शक्ति बनेगा राफेल मरीन…France से आएगा 26 लड़ाकू विमानों का बेड़ा
जिसकी शक्ति के सामने बड़े से बड़े सूरमाओं की कोई हस्ती नहीं…जिसकी ताकत के सामने दुश्मन की एक चलती नहीं…
जिसकी उड़ान के सामने तूफान भी बौना बन जाए…जिसकी आवाज सुनकर आसमान भी नतमस्तक हो जाए…
आवाज ऐसी की कान सुन्न पड़ जाएं…रफ्तार ऐसी की जहां से गुजरे वो जगह श्मशान बन जाए…उसी की धमक पूरी दुनिया में हिन्द की सेना का मान बढ़ाती है…हर हिन्दुस्तानी का सिर गर्व से ऊंचा करती है…
राफेल…जिसे देखकर दुश्मन की रूह कांपती है…जिसका नाम सुनकर ही जंगी मैदान की हवा बदल जाती है…वही राफेल अब समंदर में ड्रैगन के लिए काल बनने वाला है…खुद को समंदर का सितारा समझने की भूल करने वाले चीन की चीख निकल रही है क्योंकि खारे पानी में उसकी हर चाल को नाकाम करने के लिए भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो रहा है राफेल मरीन…जो समंदर में भारतीय सेना को मजबूती देने के साथ-साथ दुश्मनों पर नज़र रखने के लिए भारतीय नेवी की भी मदद करेगा…
समंदर में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए भारत France से 26 नए राफेल मरीन लड़ाकू विमान खरीद रहा है…इसमें 22 राफेल मरीन और 4 ट्विन सीटर ट्रेनर वर्ज़न शामिल हैं…भारत और France के बीच 90 हजार करोड़ में ये पूरी डील हुई है…
जिसकी डिलिवरी भी जल्द शुरू हो जाएगी…भारत और France के बीच हुई इस डिफेंस डील से पाकिस्तान और चीन की हवाइयां उड़ रही हैं…बीजिंग का लाल सुल्तान परेशान है…उसे अपनी हर चाल नाकाम होती दिख रही है…बीते साल 13-14 जुलाई को PM मोदी France के दौरे पर थे तभी France के साथ 26 राफेल की डील हुई थी जिससे चीन-पाकिस्तान परेशान हैं…
दरअसल हिन्दुस्तान जिस नए राफेल को खरीद रहा है वो राफेल का नौसेना वर्जन है…इसे एयरक्राफ्ट कैरियर्स यानी विमानवाहक पोत पर तैनात करने के हिसाब से तैयार किया गया है…France से ये डील होने के बाद राफेल मरीन लड़ाकू विमान को INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य पर तैनात किया जाएगा…इन दोनों विमानवाहक पोत पर फिलहाल मिग-29 लड़ाकू विमान तैनात हैं…जिनको राफेल मरीन से रिप्लेस किया जाएगा…
राफेल मरीन की रफ्तार करीब 2 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा है…ये करीब 3700 किलोमीटर की रेंज में दुश्मनों का सफाया कर सकता है…इसकी लंबाई 15.27 मीटर और चौड़ाई 10.80 मीटर है…इसका कुल वजन 10,600 किलोग्राम है…ये 50 हजार फीट तक उड़ने में सक्षम है…छोटे रनवे से लैंडिंग और टेकऑफ कर सकता है…एंटीशिप स्ट्राइक में इसे महारत हासिल है…इसे खास तौर पर न्यूक्लियर प्लांट पर अटैक के लिए डिजाइन किया गया है…
सितंबर 2016 में 36 हजार करोड़ रुपए की मेगा डील के तहत भारत पहले ही अपनी वायुसेना के लिए France से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीद चुका है…और अब 26 नए राफेल मरीन खरीद रहा है जो भारतीय नौसेना की ताकत में कई गुना इजाफा करेगा…राफेल के दोनों वैरिएंट में लगभग 85 फीसदी कॉम्पोनेंट्स एक जैसे हैं…राफेल M की तैनाती के बाद दुश्मनों का काल INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य दुश्मन का महाकाल बन जाएगा…हिन्दुस्तान की समुद्री सीमाएं और सुरक्षित हो जाएंगी…
क्या राफेल मरीन मिग-29 से ज्यादा ताकतवर है?
France के साथ हुई इस डील से चीन क्यों डरा हुआ है?