चीनी लोन ऐप घोटाला एक ऐसा मामला है जिसमें चीन के कुछ फिनटेक कंपनियों ने भारत में अवैध रूप से छोटी अवधि के लोन प्रदान करके लाखों लोगों को ठगा है। इन कंपनियों ने मोबाइल ऐप के माध्यम से लोन देने का दावा किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अत्यधिक ब्याज दर, अनैतिक शुल्क, ग्राहकों का उत्पीड़न, उनकी निजी जानकारी का दुरुपयोग और धमकी जैसे तरीकों का इस्तेमाल किया। इस घोटाले का पता लगने के बाद ED ने इन कंपनियों और उनके सहयोगियों पर धन शुद्धिकरण कानून के तहत छापेमारी की और उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इस वीडियो में हम इस घोटाले के पीछे के कारणों, प्रभावों और निष्कर्षों का विश्लेषण करेंगे।-“CHINA Scam”“CHINA Loan App Scam”
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चीनी लोन ऐप घोटाले का शुरुआत 2016 के मध्य में हुई, इसके बाद बेंगलुरु, काजीपेट और जंगाओं में कई एफआईआर दर्ज हुईं। इन एफआईआर में यह आरोप लगाया गया था कि कुछ चीनी नागरिकों और कंपनियों ने भारत में फिनटेक कंपनियों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों NBFCs और भुगतान एग्रीगेटर्स/गेटवे के साथ मिलकर अवैध रूप से लोन देने का व्यवसाय शुरू किया था। इन कंपनियों ने भारत में डमी निदेशकों और सदस्यों का उपयोग करके अपनी पहचान छिपाई थी।“CHINA Scam”
इन कंपनियों ने मोबाइल ऐप के जरिए लोन देने का वादा किया था, जिसके लिए उन्होंने ग्राहकों से उनकी आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण, फोटो गैलरी और फोन कांटैक्ट लिस्ट जैसी निजी जानकारी मांगी थी। इन जानकारियों को उन्होंने चीन के सर्वरों पर भेजा था। इन कंपनियों ने लोन की राशि को बहुत कम रखा था, जैसे 2,000 रुपये से 10,000 रुपये तक, लेकिन उन्होंने लोन की अवधि को बहुत कम रखा था, जैसे 7 दिन से 15 दिन तक। इसके अलावा, उन्होंने लोन पर बहुत अधिक ब्याज दर लगाई थी, जैसे 30% से 40% तक, और लोन के साथ अन्य शुल्क भी वसूले थे।-“CHINA Loan App Scam”
जब ग्राहक लोन की राशि को समय पर चुकाने में असमर्थ होते थे, तो इन कंपनियों ने उन्हें तंज करने, धमकाने, उनके परिवार और दोस्तों को फोन करने, उनकी निजी फोटो को मॉर्फ करके उनके संपर्कों में भेजने और झूठे कानूनी नोटिस भेजने जैसे तरीको से तंग करते थे , ऐसा करके इन कंपनियों ने ग्राहकों को मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से परेशान किया। कुछ ग्राहक इस दबाव को सहन नहीं कर पाए और आत्महत्या कर ली। इस घोटाले की जांच के दौरान, ED ने इन कंपनियों के खातों में से करीब 300 करोड़ रुपये की राशि को जब्त किया। ED ने यह भी पता लगाया कि इन कंपनियों ने भारत से चीन को अवैध रूप से करीब 2,000 करोड़ रुपये की राशि को हवाला के जरिए भेजा था। ED ने इस मामले में 17 चीनी नागरिकों और 7 भारतीयों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।”CHINA Loan App Scam”
आपको बता दे कि, चीनी लोन ऐप घोटाला ने भारत में फिनटेक क्षेत्र की छवि को बिगाड़ा है। इस घोटाले के कारण, भारत की सरकार और नियामक प्राधिकरणों ने फिनटेक कंपनियों पर नियमों और निगरानी को कड़ा किया है। इसके अलावा, इस घोटाले ने भारत और चीन के बीच के आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को भी प्रभावित किया है। इस घोटाले के बाद, भारत ने चीन के कई फिनटेक और डिजिटल कंपनियों को अपने देश में कारोबार करने से रोक दिया है।
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