जहा ना पहुंचे रवि , वहा पहुंचे कवि। जी हाँ, सही समझे आप! आज के “यादों का डिजिटल बॉक्स” आपका एक ऐसे शो जहां हम कलम की दुनिया के सितारों से आपको मिलवाते हैं। आज हमारे साथ हैं वो कला के जादूगर जिनकी कलम से निकले अल्फ़ाज़ ने हिंदी और उर्दू साहित्य को नई ऊचाईयों पर पहुंचाया है। जी हाँ, आपने सही सुना, वो हैं श्री अजय आवारा जी। तो चलिए शुरू करते हैं इस खास मुलाकात को, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़।-Ajay Awara -Interview ???
एंकर : नमस्ते Ajay जी, सबसे पहले आपका दिल से धन्यवाद जो आपने अपना कीमती समय निकाला हमारे लिए।
एंकर : सबसे पहले आप बताइये कि, आपके लेखन की यात्रा कैसे शुरू हुई?
एंकर : आपकी सबसे ज्यादा लोकप्रिय कविता या गीत कौन सा है ?
एंकर : आपकी नजर में सबसे ज्यादा पसंदीदा कौन सी रचना है ?
एंकर : आपकी कविताएं और कहानियां हमेशा से ही अनूठी रही हैं। आपके लिए प्रेरणा का स्रोत क्या है?
एंकर : आपने हिंदी और उर्दू दोनों भाषाओं में लिखना क्यों चुना? इन दोनों भाषाओं में लिखने में आपको क्या अंतर लगता है?
एंकर : आपके अनुसार, आजकल के युवा पीढ़ी को कविता और साहित्य की दिशा में कैसे प्रेरित किया जा सकता है?
एंकर : अजय जी, आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई। आपके विचार सुनकर हमें बहुत प्रेरणा मिली है।
एंकर : Ajayजी,आज की इस खास मुलाकात के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। हमें उम्मीद है कि हमारे दर्शको को Ajay जी के साथ यह कार्यक्रम पसंद आया होगा । उनके विचारों और अनुभवों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। अगली बार फिर से मिलेंगे एक नए कला जगत के सितारे के साथ। तब तक के लिए नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।
“Ajay आवारा”, “हिंदी और उर्दू साहित्य”, “कलम की दुनिया”, “कविता”, “साहित्य”, “लेखन”, “यादों का डिजिटल बॉक्स”, “AIRR न्यूज़”, “खास मुलाकात”,“Ajay Awara”, “Hindi and Urdu Literature”, “World of Pen”, “Poetry”, “Literature”, “Writing”, “Digital Box of Memories”, “AIRR News”, “Exclusive Interview”