आज हम बात करेंगे एक ऐसे हथियार की जिसने अंतरिक्ष में नया Cold War शुरू कर दिया है। यह हथियार अंतरिक्ष-आधारित एंटी-उपग्रह है, जिसे रूस ने विकसित किया है। इस हथियार की क्षमताओं और सीमाओं के बारे में जानने के साथ-साथ हम यह भी जानेंगे कि इसका उपयोग करने से अंतरिक्ष में क्या परिणाम हो सकते हैं। तो चलिए, शुरू करते हैं इस विवादित और खतरनाक हथियार की कहानी का दूसरा भाग। नमस्कार आप देख रहे है AIRR न्यूज़।
इस हथियार का मुख्य घटक एक छोटा उपग्रह है, जो अपने आप को अन्य उपग्रहों के साथ जोड़ने या अलग करने के लिए एक प्रकार का रोबोटिक आर्म का उपयोग करता है। इस उपग्रह को एक बड़े उपग्रह के अंदर रखा जाता है, जो इसे अंतरिक्ष में ले जाता है और इसे छोड़ देता है। इस बड़े उपग्रह को एक “माता-पिता” उपग्रह कहा जाता है, जबकि इस छोटे उपग्रह को एक सैटेलाइट बेबी कहा जाता है।
इस “बेबी” उपग्रह की विशेषता यह है कि यह अपनी चाल और दिशा को बदल सकता है, जिससे यह अन्य उपग्रहों के करीब जा सकता है या उनसे दूर भाग सकता है। यह एक प्रकार के जेट इंजन का उपयोग करता है, जो इसे अंतरिक्ष में गति देता है। यह उपग्रह अपने लक्ष्य को निशाना बनाने के लिए एक रडार या एक लेजर का उपयोग कर सकता है, जो उसकी स्थिति और दूरी को मापता है।
इस “बेबी” उपग्रह का उद्देश्य यह है कि यह अपने लक्ष्य के साथ जुड़े रहे और उसे अंदर से या बाहर से नुकसान पहुंचाए। इसे करने के लिए यह अपने रोबोटिक आर्म का उपयोग कर सकता है, जो अपने लक्षित उपग्रह के किसी भी हिस्से को पकड़, खींच, तोड़ या फाड़ सकता है। यह उपग्रह अपने लक्ष्य को इतनी तेजी से टकरा सकता है कि वह उसे फटने या टूटने पर मजबूर कर सकता है। यह उपग्रह अपने लक्ष्य को एक नाभिकीय विस्फोट से भी नष्ट कर सकता है, यदि यह नाभिकीय शक्ति से संचालित हो।
इस हथियार की सीमाओं की बात जारी तो, यह एक समय में केवल एक ही लक्ष्य को निशाना बना सकता है, और यह अपने लक्ष्य को छोड़ने के बाद दूसरा लक्ष्य ढूंढने में समय लगा सकता है। यह उपग्रह अपने जेट इंजन के द्वारा अपनी ऊर्जा और ईंधन का उपयोग करता है, जो सीमित होता है, और यदि यह खत्म हो जाए, तो यह अपनी गति और नियंत्रण खो सकता है। यह उपग्रह अपने लक्ष्य के साथ जुड़ने के बाद भी उससे अलग हो सकता है, यदि वह अपने आर्म को छोड़ दे या उसे तोड़ दे। यह उपग्रह अपने लक्ष्य को नाभिकीय विस्फोट से नष्ट करने के लिए भी अपने आप को खतरे में डाल सकता है, यदि वह विस्फोट के प्रभाव क्षेत्र में रहे।
आपको बता दे कि, इस हथियार का उपयोग करने से अंतरिक्ष में कई परिणाम हो सकते हैं, जो अधिकांशतः नकारात्मक होंगे। इस हथियार का उपयोग करने से अंतरिक्ष में अधिक अंतरिक्ष कचरा पैदा हो सकता है, जो अन्य उपग्रहों के लिए खतरा बन सकता है। इस हथियार का उपयोग करने से अंतरिक्ष में अधिक रेडिएशन फैल सकता है, जो अंतरिक्ष कि संरचना के लिए हानिकारक हो सकता है। इस हथियार का उपयोग करने से अंतरिक्ष में नाभिकीय विस्फोट का खतरा भी बढ़ सकता है, जो अंतरिक्ष की संरचना और तापमान पर असर डाल सकता है। जो अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौतों और नियमों को उल्लंघन कर सकती है।
इसलिए, अंतरिक्ष के सैन्यीकरण के विरोध में कई देशों ने आवाज उठाई है। उनका कहना है कि अंतरिक्ष को मानवता की साझी विरासत के रूप में रखना चाहिए, जिसमें किसी भी देश का अधिकार न हो। उन्होंने अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती पर प्रतिबंध लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समन्वय और सहमति की मांग की है।
तो दोस्तों, यह थी हमारी आज की खास वीडियो, जिसमें हमने अंतरिक्ष-आधारित एंटी-उपग्रह हथियार के बारे में जाना। हमें उम्मीद है कि आपको यह वीडियो पसंद आया होगा। अगर आपको यह वीडियो अच्छा लगा हो तो इसे लाइक, शेयर और कमेंट करना न भूलें। और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना भी न भूलें, ताकि आप हमारी अगली वीडियो का नोटिफिकेशन प्राप्त कर सकें। अगली वीडियो में हम आपको और भी रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। तब तक के लिए, नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।
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