New Year Resolution for Transform Your Life: मन बावड़ा है, बेचैनी इसका आलम और दीवानगी इसकी फितरत है. तन ताखों में सजा गुलदस्ता है जो गर्दो-गुबारों की हल्की सी परत में जर्द पड़ने लगता है. मन का वेशाख्ता तन को घायल करता है और तन की बेरुखी मन पर सीधा वार करता है. तन और मन के इस खेल पर अक्सर हम खुद ही नश्तर चला देते है. नतीजा हमारी जिंदगी और सेहत दोनों का हश्र बुरा होने लगता है. लेकिन असल मसला यह है कि हमें अपनी जिंदगी को आगे ले जाना है या पीछे, इस पर बात करनी है. साल 2024 इतिहास के दरख्तों में सिमट चुका है. इसलिए इस पर सोचना अब बेमानी है. बात 2025 की करनी है. और इसमें सबसे पहले हमें अपनी काया को कायापलट करना है. बात बहुत बड़ी भी नहीं है लेकिन ठोस डेडिकेशन की जरूरत है. तो देर किस बात कि यदि आप में है हिम्मत तो आज से ही 11 संकल्प लीजिए. तन और मन के साथ-साथ जीवन का कायापलट न हो जाएं तो फिर कहिएगा…
ये 11 संकल्प जो जीवन का बदल सकते हैं
1. प्रातः स्मारामि-सबसे पहले सुबह अर्ली मॉर्निंग बिस्तर को अलविदा कह देना है प्रभु का नाम लेना है. नाम लेने के साथ ही प्रभु से यह वादा करना है कि आज किसी को बुरा नहीं कहेंगे, किसी पर गुस्सा नहीं करेंगे, किसी को बुरी नजर से या ईर्ष्या की भावना से नहीं देखेंगे. हर व्यक्ति को तिनका भर सहयोग देने के लिए शुक्रिया कहना है. मन में द्वैष नहीं लाना है. विनम्रता और प्यार से बात करेंगे. जितना बन सकेगा बड़ों के प्रति सम्मान और असहायों को मदद करेंगे. खुश रहने की हर संभव कोशिश करेंगे.
2. जल ग्रहण-प्रभु का स्मरण और दूसरों के प्रति आदर-सम्मान के भाव के साथ ही भर लोटा जल ग्रहण करना है. अगर गुनगुने पानी का इंतजाम हो जाए तो उत्तम, यदि गुनगुने पानी के साथ नींबू या शहद मिल जाए तो अति उत्तम, वरना संपूर्ण जल ही अमृत समान है.
3. मन पर नियंत्रण-चूंकि मन बावड़ा है हजार चीजों पर नजर है तो अब समय है मन पर नियंत्रण करने का. घर या बाहर, कहीं भी हो एक आसन लें और उस पर पालथी मारकर योगी मुद्रा में बैठ जाएं. लंबी गहरी सांस लें और छोड़. योग की जो भी विधि जानते हैं करें लेकिन योग से ज्यादा ध्यान पर केंद्रित करना है. मन को जितना संभव हो, शून्य की स्थिति में ले आएं. यानी जब आप लंबी सांस लेकर ध्यान की मुद्रा में हैं तो मन में कुछ भी नहीं आना चाहिए. इस तरह जो भी कुछ कहीं से सीखें हैं या नहीं भी सीखें उसे 10 से 15 मिनट तक अभ्यास करें.
4. शरीर पर कृपादृष्टि-शरीर यानी तन का कायाकल्प ही इस साल का परम संकल्प है. अब समय है शरीर को हिलाने डुलाने का. बाहर निकले और कुछ दूर दौड़ लगा लें. दौड़ नहीं पाते हैं तो तेज वॉक कर लें. कसरत करें, व्यायाम करें, हाथ-पैर को उपर-नीचे ले जाएं. उचाई पर चढ़ें, जो भी संभव हो सके करें बस ध्यान यह रखें की आधे घंटे की गतिविधियों में आपके शरीर से पसीना निकल जाए और आपकी धड़कन तेज हो जाएं, लेकिन ज्यादा धड़कन न बढ़ें.
5. पौष्टिक नाश्ता-काया का कायपलट करने के लिए पेट का सबसे ज्यादा ध्यान रखना है. इस साल संकल्प लें कि बाहर का खाना न के बराबर खाएं बल्कि पैकेट बंद चीजें जो घर में लाकर खाते हैं, उसे भी सीमित कर दें. अब नाश्ते में शुद्ध पौष्टिक आहार करें. सबसे पहले अंकुरित चीजों को खाएं. चाहे वह चना हो या मूंग हो या ड्राई फ्रूट्स हो. नाश्ते में एक सेब या एक केला लेना न भूलें. ताजे फल में जो भी खा सकते हैं खाएं. कोशिश करें हर दिन अलग-अलग फल खाएं लेकिन रोजाना एक सेब या एक केला जरूर खाएं.
6. काम करने के दौरान कार्यशैली-अब काम पर निकलें. कार्यक्षेत्र में अच्छे दोस्त बनाएं. ऑफिस में किसी साथी की बुराई न करें न ही किसी दूसरे के सामने किसी अन्य की बुराई करें. अपने अपेक्षित काम पर फोकस करें. हर एक घंटा पर गैप लें. 5 मिनट चेयर से उठ जाएं और शरीर को स्ट्रैच करें. ऑफिस में कहीं भी सीढ़ियां हों तो उन सीढ़ियों पर ऑफिस के समय में कम से कम दो बार उपर-नीचे जरूर करें. चेयर पर बैठे रहते हुए भी स्ट्रैचिंग जरूर करते रहें.
7. 20-20-20-यह नियम उनके लिए हैं जो कंप्यूटर काम करते हैं. जब भी आप कंप्यूटर पर काम करते हैं तो हर 20 मिनट पर आप कंप्यूटर स्क्रीन से अपनी आंखें 20 सेकेंड के लिए हटा लें और 20 फीट की दूरी पर कंप्यूटर स्क्रीन छोड़कर कुछ भी देखें. यदि इसमें हरियाली हो तो यह और भी उत्तम है. 20 सेकेंड तो आप कर ही सकते हैं. इस नुस्खे को मामूली मत समझें. यह आपके जीवन को बहुत बड़ी परेशानी से बचा सकता है.
8. भोजन-काम पर जा रहे हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप बाहर का ही खाना खाएं. कभी-कभार के लिए सही हो सकता है लेकिन आदत बना लेंगे तो बहुत परेशानी होगी. घर से बना हुआ शुद्ध खाना खाए जिसमें शुद्ध चावल या रोटी है. कुल भोजन का आधा हिस्सा हरी पत्तीदार सब्जियों से भरी हो. सीजन में जो सस्ती उपलब्ध हो, उसे ही खाएं. जरूरी नहीं महंगी सब्जी खाएं. रोज दाल का जरूर सेवन करें. हर दिन अगर-अलग-अलग तरह की सब्जियां हों तो अतिउत्तम. भोजन करते वक्त यह ध्यान रखें कि आपके पेट में जितना हिस्सा उसका आधा हिस्सा भोजन से भरे. अब जो आधा बच गया है उसमें आधा पानी से भरे और बाकी हिस्से को वायु के लिए खाली रखें. इससे पेट संबंधी परेशानी कभी नहीं होगी.
9. घर वापसी-अपने परिवार के साथ घनिष्ठता बनाएं. हर सदस्य से बात करें. सबके साथ मिलकर हल्का नाश्ता करें. मनपसंद चीजें थोड़ी देर देख लें. घर में इधर-उधर करें. बच्चों के साथ हिल-मिल जाएं. बड़ों को आदर दें.
10. बाहर की दुनिया-शाम में थोड़ी देर बाहर की दुनिया को निहारें. हरे-भरे पार्क जाएं. अच्छे दोस्त बनाएं जिससे आप इस समय बातें कर सकें. खूब गप्पे लड़ा सकें. देश-दुनिया की हालात पर बात कर सके लेकिन हंसी-मजाक के रूप में. अब इसी दौरान थोड़ा व्ययाम भी कर लें. इस समय जरूरी नहीं तेज दौड़ लगाना ही है लेकिन शरीर में किसी न किसी तरह हरकत तो ला ही सकते हैं.
11. किताबों से दोस्ती-शाम को दोस्तों के साथ बात कर, टहलकर यदि आप घर आ चुके हैं तो रात का भोजन जल्दी कर लें. भोजन में जितना संभव हो हरी पत्तीदार सब्जियां या जो भी पसंद की हो खुद से बनाकर या घर में बनाकर खाएं. एक गिलास दूध पिएं हल्दी मिलाकर.यह जरूरी भी नहीं है. रात में अखरोट या अन्य ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं. थोड़ी देर टीवी देख सकते हैं. लेकिन ध्यान रहें जब बिस्तर पर आए तो मोबाइल से चिपके न, आपकी हेल्थ के लिए हजारों मुसीबतों की जड़ है यह मोबाइल. प्लीज रात में इसे साइलेंट कर किसी कोने में रख दें और किताबों के साथ दोस्ती करें. जब भी बिस्तर पर जाए किताबें जरूर पढ़ें. अगर एक दिन में 5 पन्ने भी आपने पढ़ लिया तो यह आपके जीवन को बदलकर रख देगा.
क्या नहीं करना यह भी जान लीजिए
खाने-पीने में दारू, सिगरेट, गांजा, भांग, चरस, ड्रग्स को त्याग दीजिए. प्रोसेस्ड फूड जैसे कि चिप्स, कुरकुरे,पैकेटबंद पकवान आदि न के बराबर खाएं. रेड मीट नुकसान पहुंचाएगा. पिज्जा, बर्गर, चाउमिन, मोमोज आदि चीजों में क्या रखा है, छोड़ दीजिए या तो सीमित कीजिए. ज्यादा तेल वाली चीजें न खाएं. ज्यादा मीठी चीजें तो बिल्कुल भी न खाएं. ज्यादा नमकीन चीजें भी नुकसान पहुंचाएगा. कुल मिलाकर घर का बना खाना खाएंगे तो इसमें क्या बुराई है. खाने-पीने के अलावा बुरे लोगों के संगत में न रहें. जो हमेशा नकारात्मक बातें करे, उससे भी दूर रहें. अच्छे दोस्त बनाए, घूमने-फिरने जाएं, महीने-दो महीने में कहीं का टूर लगा लें. दिल को सुकून पहुंचाने वाले लोगों से बातें करें. मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम करें. गंदी चीजें न देखें.नई-नई चीजों को सीखते रहे. पहेलियां सुलझाएं. क्रॉस वर्ड बनाएं. कुछ-कुछ दिनों पर उल्टी गिनती करें. पहाड़ा याद करें. नई-नई भाषा सीखने की कोशिश करें. दूसरों की मदद करें. यकीन मानिए अगर आपने ऐसा कर लिया तो दुनिया की कोई ताकत आपको आगे बढ़ने से नही रोक सकती.
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FIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 21:43 IST