लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बड़ा बदलाव, जानें किसे मिलेगी एंट्री, कौन होगा बाहर?
2024 के समर के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपने आपको हर तरह से मजबूत कर लेता चाहती हैं…सत्ता के सिंहासन के लिए संग्राम जैसे-जैसे तेज़ हो रहा है…सत्ता के गलियारों में राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज़ हो गई हैं…इसी कड़ी में कांग्रेस अपनी कार्य समिति में बड़ा बदलाव करने जा रही है…साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए समिति में लोगों को जगह दी जाएगी…इस बार समिति में नए चेहरे देखने को मिल सकते है…इसके अलावा उन्हें भी जगह दी जाएगी, जिन्हें चुनाव का व्यावहारिक अनुभव हो यानि कुल मिलाकर कांग्रेस अपने पिछले अनुभवों से सीख लेते हुए वर्किंग कमेटी में बड़ा उलट-फेर करने की तैयारी में है…
मौजूदा कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बात करें तो इसमें 25 स्थायी सदस्यों के अलावा कई विशेष आमंत्रितों और महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस जैसे फ्रंटल संगठनों के प्रमुख भी शामिल हैं…इस साल फरवरी में रायपुर में आयोजित कांग्रेस के पूर्ण सत्र में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव कराने के बजाय उन्हें नामित करने के लिए अधिकृत किया गया था…कांग्रेस ने अपनी कार्यसमिति में एससी, एसटी, ओबीसी, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यकों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए अपने संविधान में संशोधन किया था…पार्टी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों की संख्या भी 25 से बढ़ाकर 35 कर दी थी…
राजस्थान और कर्नाटक जैसे राज्यों में सरकार होने के बावजूद जिस तरह से तनानती चल रही है उसको देखते हुए कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि बीमार कांग्रेस कार्यसमिति में नई ऑक्सीजन भरने के लिए नई प्रतिभाओं को लाया जाना चाहिए…सूत्रों के अनुसार कांग्रेस वर्किंग कमेटी में एंट्री के लिए रमेश चेन्निथला, राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, पूर्व दलित कांग्रेस प्रमुख नितिन राउत, कर्नाटक के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुबोधकांत सहाय के नामों की चर्चा सबसे तेज़ है यानि अगर इन लोगों की कांग्रेस वर्किंग कमेटी में एंट्री होती है तो कुछ लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है…महासचिव अविनाश पांडे, पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी, महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल, बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी को रीप्लेस किया जा सकता है…इनके अलावा केएच मुनियप्पा, रघु शर्मा और दिनेश गुंडो राव को भी बदला जा सकता है. दरअसल कांग्रेस का मानना है कि ये नेता अपने राज्यों में अपने अनुभवों का उपयोग कर सकते हैं ताकि आम चुनाव से पहले पार्टी को इसका लाभ मिल सके…
कांग्रेस का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में सहयोगी दलों के साथ बेहतर समन्वय और बीजेपी को टक्कर देने के लिए जमीनी हकीकत को समझने वाले लोगों की जरूरत होगी…पार्टी के संशोधित संविधान के अनुसार सीडब्ल्यूसी में अब पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रमुख भी शामिल होंगे…इसका मतलब है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी का हिस्सा होंगे. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के भी सीडब्ल्यूसी में बने रहने की संभावना है क्योंकि उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों तक पार्टी के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार करने की उम्मीद है जो कांग्रेस के लिए ऑक्सीजन का काम करेगा।
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