रघुवंशी समाज की ओर श्रद्धांजलि सभा, राजा के भाई विपिन भी हुए शामिल

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इंदौर . वे 11 दिन काफी संघर्ष भरे थे, जब हम शिलांग में अपने भाई को ढूंढ रहे थे। हालांकि, 11 वें दिन जब उसकी बॉडी मिली तो आस की डोर टूट गयी। बॉडी इस हालत में थी कि पहचान भी नहीं पाया। इस मंजर को देखकर यही कहूंगा भगवान ऐसा मंजर किसी को न दिखाए। यह कहना है इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी का। वे भोपाल के जवाहर चौक स्थित रघुवंशी समाज के रघुकुल भवन में रविवार को आयोजित अखिल भारतीय अखंड रघुवंशी क्षत्रिय महापरिषद की श्रद्धांजलि सभा में आए थे। उनका कहना है सोनम बार-बार बयान बदल रही है। इसलिए मामला उलझता जा रहा है। इसलिए मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलना चाहिए। ताकि जल्द न्याय मिल सके।
राजा को मना किया, लेकिन वह रूठ गया था
विपिन रघुवंशी ने बताया कि सोनम ने 16 मई को शिलांग का टिकट बुक किया था, यह बात मुझे राजा ने 17 मई को बताई। तब मैने उस पर गुस्सा करते हुए उसे वहां जाने से मना किया था। इसके बाद वह मुझसे थोड़ा रूठ गया था।
जेठ होने के नाते चेहरा नहीं देख पाया
शादी के बाद सोनम के हाव-भाव के बारे में विपिन ने बताया कि शादी के दौरान एक-दो बार सोनम मायूस दिखी थी। लेकिन तब यही लगा था कि शायद घर-परिवार से बिछडऩे का यह दुख होगा। वह चार दिन ही घर में रही। इस दौरान उसका चेहरा नहीं देख पाया। एक दो बार सामना भी हुआ तो जेठ होने के नाते वह सामने घूंघट में ही आई।
फॉस्ट ट्रेक कोर्ट में चले मामला
विपिन ने कहा कि अब हम प्रशासन और मेघालय पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट हैं। राजा को इंसाफ मिले और दोषियों को फांसी की सजा मिले। यही चाहते हैं। सोनम बार-बार अपने बयान बदल रही है, इसलिए मामले को फॉस्ट टै्रक कोर्ट में चलाया चाहिए।
समाज ने दी श्रद्धांजलि
रघुकुल भवन में श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए। मोमबत्तियां जलाकर राजा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ उमाशंकर रघुवंशी, सुरेंद्र सिंह रघुवंशी सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे।

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