भारत के इस राज्य में है सिर्फ एक railway station , आखिर क्यों?
भारत के इस अनोखे राज्य का नाम मिजोरम है जहां ‘बइराबी’ नाम का इकलौता railway station है। अगर मिजोरम के लोगों को अपने राज्य में ही रेल यात्रा करनी होती हैं तो वो सीधे इसी railway station पर पहुंचते हैं। मिजोरम राज्य के 11.2 लाख लोगों के बीच इकलौते railway station बइराबी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस railway station के आगे ना ही कोई railway station है और ना ही रेलवे लाइन। इस railway station पर प्लेटफामों की संख्या तीन है जबकि इस पर कुल चार ट्रैक बने हुए हैं। railway station बइराबी पर कई तरह की आधुनिक सुविधाओं का अभी भी आभाव है।
दोस्तों, आपको जानकारी के लिए बता दें कि एशिया में सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क मामले में चीन के बाद भारत का नंबर आता है। भारतीय रेलवे का नेटवर्क देश के हर कोने में मौजूद है। देश की लाखों जनता प्रतिदिन ट्रेन के जरिए यात्रा करती है। इसके लिए जगह- जगह railway station मौजूद हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रत्येक राज्य के हर जिले में औसतन एक railway station होते ही हैं। कभी-कभी एक जिले में एक से अधिक railway station भी होते हैं। लेकिन इस स्टोरी में आज हम आपको भारत के एक ऐसे राज्य के बारे में बताने जा रहे हैं जहां सिर्फ एक railway station मौजूद है।
पूरे राज्य में सिर्फ एक railway station
बता दें कि भारत के प्रत्येक राज्य में कई रेलवे स्टेशन मौजूद हैं, लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जहां महज एक ही railway station है। संभव है इस खबर को पढ़कर थोड़े हैरान हो रहे होंगे लेकिन यह सच है। जी हां, भारत के इस अनोखे राज्य का नाम मिजोरम है जहां ‘बइराबी’ नाम का इकलौता railway station है। अगर मिजोरम के लोगों को अपने राज्य में ही रेल यात्रा करनी होती हैं तो वो सीधे इसी railway station पर पहुंचते हैं।
रेलवे स्टेशन पर बने ट्रैक और प्लेटफॉर्म की संख्या
मिजोरम राज्य के 11.2 लाख लोगों के बीच इकलौते रेलवे स्टेशन बइराबी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस railway station के आगे ना ही कोई railway station है और ना ही रेलवे लाइन। इस railway station पर प्लेटफामों की संख्या तीन है जबकि इस पर कुल चार ट्रैक बने हुए हैं। railway station बइराबी पर कई तरह की आधुनिक सुविधाओं का अभी भी आभाव है। गौरतलब है कि पहले यह एक छोटो रेलवे स्टेशन था जिसे बाद में एक बड़े railway station के रूप में बदलने के लिए साल 2016 में इसका पुनर्नवीनीकरण किया गया।
माल की ढुलाई
मिजोरम राज्य के इस railway station से जहां जनता अपनी यात्रा पूरी करती है, वहीं भारतीय रेलवे इस स्टेशन से माल की ढुलाई का काम भी करता है। मिजोरम राज्य की जनता वर्षों से दूसरे अन्य railway station की मांग कर रही है जिससे आवागमन की सुविधा का आसान बनाया जा सके। हांलाकि इस राज्य में अन्य railway station का भी प्रस्ताव रखा जा चुका है।
मिजोरम के लिए कुछ नई रेलवे परियोजनाएं
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अन्य राज्यों के मुकाबले मिजोरम में रेलवे लाइनों की संख्या कम ही नहीं बल्कि नगण्य के बराबर है। बावजूद इसके भारत सरकार ने इसे विकसित करने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए हैं। बता दें कि मिजोरम में भारतीय रेलवे अपनी कुछ परियोजनाओं के विकास को लेकर काम रहा है। इनमें से एक परियोजना का नाम है-सिलचर-तुइपुई रेलवे परियोजना, जो उत्तर मिजोरम के सिलचर जिले से शुरू होती है और मणिपुर के तुइपुई जिले तक जाने वाली है। एक अन्य रेलवे परियोजना के तहत भारत सरकार बिजौली-जिरिबाम रेलवे लाइन के मध्य में एक रेलवे स्टेशन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस रेलवे स्टेशन के बनते ही मिजोरम के लोग अन्य राज्यों की तरह रेलवे सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।