भारत भूमि से जुड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति जब किसी अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पहुंचता है तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है…इसी कड़ी में एक और नाम सामने आया है। भारतीय अमेरिकी कारोबारी अजय बंगा जिनका पूरा नाम अजयपाल सिंह बंगा है वो वर्ल्ड बैंक के अगले प्रेसीडेंट बनने जा रहे हैं…2 जून को डेविड मालपास से अजय बंगा ये भूमिका संभालेंगे…इसके पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अजय बंगा को नॉमिनेट किया था…अजय को पांच साल के कार्यकाल के लिए वर्ल्ड बैंक का प्रेसीडेंट बनाया जाएगा…वर्ल्ड बैंक ने एक प्रेस रिलीज में बंगा के अप्वाइंटमेंट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशकों ने अजय बंगा को पांच साल के लिए अध्यक्ष चुन लिया…उनका पांच साल का कार्यकाल दो जून, 2023 से शुरू होगा
भारतीय मूल के अजय बंगा होंगे वर्ल्ड बैंक के अगले प्रेसीडेंट, 2 जून को संभालेंगे पद
भारत भूमि से जुड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति जब किसी अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पहुंचता है तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है…इसी कड़ी में एक और नाम सामने आया है। भारतीय अमेरिकी कारोबारी अजय बंगा जिनका पूरा नाम अजयपाल सिंह बंगा है वो वर्ल्ड बैंक के अगले प्रेसीडेंट बनने जा रहे हैं…2 जून को डेविड मालपास से अजय बंगा ये भूमिका संभालेंगे…इसके पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अजय बंगा को नॉमिनेट किया था…अजय को पांच साल के कार्यकाल के लिए वर्ल्ड बैंक का प्रेसीडेंट बनाया जाएगा…वर्ल्ड बैंक ने एक प्रेस रिलीज में बंगा के अप्वाइंटमेंट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशकों ने अजय बंगा को पांच साल के लिए अध्यक्ष चुन लिया…उनका पांच साल का कार्यकाल दो जून, 2023 से शुरू होगा…
मास्टरकार्ड इंक के पूर्व प्रमुख अजय बंगा इस समय जनरल अटलांटिक के वाइस चेयरमैन के रूप में कार्यरत हैं…बंगा दुनिया के टॉप फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट वर्ल्ड बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में से किसी की भी कमान संभालने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं…जो भारतीयों के लिए गर्व की बात है…उनका पालन-पोषण भारत में ही हुआ था…बंगा को भारत सरकार 2016 में पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित कर चुकी है…अजय बंगा को भारत सरकार की ओर से सम्मान मिला और अब वो पूरे देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहे हैं।
63 साल के अजय बंगा को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने विश्व बैंक के अगले अध्यक्ष के रूप में नामित किया था…एक खुले समर्थन पत्र में 55 अधिवक्ताओं, शिक्षाविदों, अधिकारियों, दिग्गजों और पूर्व सरकारी अधिकारियों ने विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन का समर्थन किया था…बंगा का समर्थन करने वालों में कई नोबेल पुरस्कार विजेता भी थे…इनमें डॉ. जोसेफ स्टिग्लिट्ज़ जिन्हें 2001 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला था, 2001 में आर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ माइकल स्पेंस और 2006 के नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस के नाम शामिल हैं…बाइडेन ने कहा था कि बंगा इतिहास के इस महत्वपूर्ण क्षण में इस वैश्विक संस्था की अगुवाई करने के लिए सक्षम हैं…
विश्व बैंक ने कहा कि निदेशक मंडल को बंगा के साथ मिलकर विश्व बैंक समूह विकास प्रक्रिया पर काम करने का इंतजार है…अप्रैल में संपन्न बैठक में इस विकास प्रक्रिया पर सहमति बनी थी…इसके अलावा विकासशील देशों के समक्ष मौजूद मुश्किल विकास चुनौतियों से निपटने के प्रयासों पर भी मिलकर काम करना है…
वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष और मास्टरकार्ड के पूर्व CEO अजय बंगा का शिमला से नाता रहा है…पुणे में जन्मे बंगा ने 70 के दशक में शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से प्राइमरी स्तर की पढ़ाई की…. इनके पिता आर्मी में अफसर थे और कुछ समय के लिए वो शिमला में तैनात रहे, इस दौरान अजय बंगा ने सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला में पढ़ाई की…बंगा के वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष पद के लिए नामित होने पर न केवल सेंट एडवर्ड स्कूल बल्कि शिमला और हिमाचल के लिए भी यह गर्व की बात है..