हम सभी जानते हैं कि भारत ने 20 जुलाई 2023 से गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है…इससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है…भारत सरकार के इस फैसले के बाद से ही पूरी दुनिया से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं…जहां एक ओर दुनिया भर के देश भारत से इस बैन को हटाने की मांग कर रहे हैं वहीं अमेरिका जैसे देशों में सुपर मार्केट से भारतीय चावल को लेकर लूट मची है…अमेरिका के सुपर मार्केट्स में चावल को खरीदने पर लिमिट लगा दी गई है…अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानि IMF के मुख्य अर्थशास्त्री पीएर-ओलिवीए ने भी कहा है कि वो भारत से इस प्रतिबंध को हटाने की मांग करेंगे…इस बीच खबर आ रही है कि भारत नेपाल को ऐसा तोहफा दे रहा है जिससे नेपाल में PM मोदी की जय-जयकार हो रही है…भारत नेपाल को ऐसा कौन सा कीमती तोहफा दे रहा है…आज हम अपने इस वीडियो में इसी की चर्चा करेंगे…
आपको बता दें कि घरेलू बाजारों में चावल की कीमतों में बढ़ोतरी रोकने के लिए भारत सरकार ने चावल के निर्यात पर बैन लगाया है…क्योंकि मोदी सरकार का मनना है कि देश में जो कुछ भी पैदा हो रहा है उसपर सबसे पहले भारतीयों का अधिकार है…भारत सरकार की ओर से चावल निर्यात पर बैन के तुरंत बाद से ही नेपाल में भी चावल की कीमतें बढ़ने लगीं…नेपाल बहुत हद तक भारतीय चावल पर निर्भर है ऐसे में निर्यात पर बैन से नेपाल में खाद्यान संकट पैदा हो सकता है…
लेकिन इस बीच नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के ऑफिस से दावा किया गया है कि भारत सरकार की ओर से उन्हें चावल की आपूर्ति का आश्वासन मिला है…रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा गया है कि चावल की आपूर्ति भारत की ओर से बंद नहीं होगी…खबर ये भी है कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की फोन पर हुई बातचीत में चावल का भी मुद्दा शामिल था…
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के ऑफिस की ओर से ये भी कहा गया है कि नेपाली सरकार के अनुरोध को भारत ने सकारात्मक तौर पर लिया है…जिससे अब वो निश्चिंत हैं…यानि अब भारत की ओर से नेपाल के लिए चावल का निर्यात बंद नहीं होगा…दो महीने पहले प्रधानमंत्री प्रचंड की भारत यात्रा के दौरान दोनों के बीच सहमति पर चर्चा हुई थी…हालांकि भारत की ओर से जारी बयान में इस बात का लिखित तौर जिक्र नहीं है…
नेपाल में चावल का एक बड़ा हिस्सा भारत से निर्यात किया जाता है…दूसरी तरफ चावल में भारत आत्मनिर्भर है…आपको बता दें कि भारत से निर्यात होने वाले सभी तरह के चावल की ग्लोबल मार्केट में 40 फीसदी हिस्सेदारी है…वहीं गैर-बासमती राइस का हिस्सा लगभग 25 फीसदी है…भारत से दुनियाभर के करीब 160 देशों में चावल का निर्यात किया जाता है…इनमें से प्रमुख रूप से पांच देश अमेरिका, इटली, थाइलैंड, स्पेन और श्रीलंका सबसे बड़े आयातक देश हैं जो पूरी तरह से भारतीय चावल पर निर्भर हैं…इसके अलावा सिंगापुर, फिलीपींस, हांगकांग, मलेशिया जैसे देशों में भी सिर्फ भारतीय चावल की मांग है…
#indonepal #nepal #indianrice #rice #import #export