भगवान राम को अपना उम्मीदवार बना देगी भाजपा
मंदिर उद्घाटन में पॉलिटिक्स- राउत
खूब रैलियां और प्रचार हो रहा, इसमें पवित्रता नहीं- राउत
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Ayodhya के दौरे पर हैं.. उनके पहुंचने के साथ ही सियासत तेज हो गई है.. आपको बता दें 22 जनवरी को भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले उनका ये पहला दौरान है… इस दौरान उन्होंने Ayodhya में एयरपोर्ट और स्टेशन समेत 15 हजार करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को लेकर शिवसेना उद्धव गुट के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि बीजेपी राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम का राजनीतिकरण कर रही है…
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ऐसा न हो कि बीजेपी अगले चुनाव के लिए भगवान राम को अपना उम्मीदवार घोषित कर दे.. राउत ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने के सवाल पर कहा- मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला है.. मुझे वहां जाने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं है.. राम लला किसी पार्टी की संपत्ति नहीं, वह सबके हैं। मैं इतना चाहता हूं कि कार्यक्रम का राजनीतिकरण न हो। मंदिर निर्माण का फैसला सुप्रीम कोर्ट का है, किसी सरकार का नहीं..
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में जरूर जाएंगे, लेकिन भाजपा का कार्यक्रम खत्म होने के बाद। किसी को भाजपा के कार्यक्रम में क्यों जाना चाहिए? यह कोई राष्ट्रीय कार्यक्रम नहीं है… वहीं संजय राउत ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के साथ शिवसेना के मजबूत संबंध हैं.. शिवसेना कार्यकर्ताओं ने इस मंदिर के लिए अपना खून बहाया है.. हजारों सैनिक कार सेवा का हिस्सा थें..
बाला साहेब ठाकरे ने कार्यकर्ताओं के साथ Ayodhya का दौरा किया था.. भाजपा जब कोई अभियान शुरू करती है, तो वो अपनी पूरी मशीनरी और पार्टी कार्यकर्ताओं को तैनात करती है.. गलती की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ती है.. बीजेपी देश भर में इसी पैटर्न का पालन करती है.. समारोह के लिए खूब रैलियां और प्रचार कर रही है.. इसमें पवित्रता कहां है। भाजपा चाहती है कि देश बेरोजगारी, महंगाई और मणिपुर से संबंधित मुद्दों को भूल जाए..
वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान पर भी संजय राउत ने अपनी राय दी है.. उन्होंने कहा कि मैंने ये नहीं कहा कि कांग्रेस जीरो पार्टी है.. मैंने कहा था कांग्रेस को महाराष्ट्र में जीरो से शुरुआत करनी होगी.. उनका एक भी सांसद यहां नहीं है.. हमारे पास 18 थे, लेकिन कुछ छोड़ गए। अब 6 सांसद हैं… महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन महाराष्ट्र की 40 लोकसभा सीटें जीतेगा। भाजपा को जीत के लिए EVM की जरूरत है, क्योंकि वह अकेली नहीं जीत सकती। भाजपा का EVM से गठबंधन है..
दूसरी तरफ कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि उन्हें 22 जनवरी को Ayodhya में होने जा रहे श्री राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में आने का निमंत्रण नहीं मिला है.. अगर मिलता है तो वो Ayodhya जाने पर विचार करेंगे.. अब सवाल ये है कि राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा में अगर किसी को जाना है तो वो चला जाए…. खैर इस पर सियासत अभी आने वाले वक्त में जारी है..