दरअसल मंगलवार को जेवर निवासी आकाश अहिरवार 17 वर्ष गांव के ही रघुवीर यादव, जितेंद्र यादव एवं सत्येंद्र यादव के ट्रैक्टर पर मिट्टी खोदने के लिए गया था। आकाश जब मिट्टी खोद रहा था तो उसी समय खदान धसक गई और वह दब गया। इसके बाद यह लोग उसे लेकर उपचार कराने पहुंचे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसकी हालत गंभीर बताए जाने पर इन लोगों ने उसे झांसी भेज दिया। झांसी में उपचार के दौरान डॉक्टरों ने आकाश को मृत घोषित कर दिया। झांसी में ही आकाश का पोस्टमार्टम होने के बाद बुधवार की शाम परिजन उसका शव लेकर गांव पहुंचे तो यहां पर अन्य लोगों ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराने की बात कही और आकाश का शव लेकर सीधे चौकी पहुंच गए। बताया जा रहा है कि यहां पर दो सैकड़ा से अधिक लोग थे। यह लोग आकाश की मौत के मामले में उक्त तीनों ट्रैक्टर चालकों पर हत्या का मामला दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने इसे हत्या न मानते हुए अन्य धाराओं में मामला दर्ज करने की बात कही तो यह लोग आक्रोशित हो गए और चौकी प्रभारी के कक्ष में जमकर तोड़फोड़ की। आक्रोशित लोगों ने यहां पर कुर्सी तोड़ने के साथ ही कांच एवं खिड़कियों को तोड़ दिया। साथ ही अन्य सामान को नुकसान पहुंचाया।
देखती रही पुलिस यहां पर प्रदर्शन करने वालों की संख्या इतनी अधिक थी कि चौकी पुलिस इन्हें रोकने के लिए भी आगे नहीं आई। वहीं जैसे ही इस मामले की जानकारी अधिकारियों को हुई तो जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम के साथ ही जतारा, बम्हौरीकलां, पलेरा थाने से यहां पर पुलिस बल पहुंचाया गया। इसके बाद अधिकारियों ने परिजनों एवं प्रदर्शन में अगुआ लोगों से चर्चा कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। देर शाम 8 बजे पुलिस की समझाइश के बाद ही लोग तैयार हुए थे। इसके बाद पुलिस उक्त लोगों पर मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही थी। वहीं बताया जा रहा है कि चौकी में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कहते हैं अधिकारी लोगों को समझाया गया है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। यह हत्या का मामला नहीं है, एक घटना है। ऐसे में इसी के अनुसार मामला दर्ज किया जाएगा।
– अभिषेक गौतम, एसडीओपी, जतारा।
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