देश की Judiciary पर हम सबको भरोसा है, विश्वास है…क्योंकि यही तो है जो हमें अपना हक, अपना सम्मान और इज्जत से जिंदगी जीने का फैसला सुनाती है…आने वाली जिंदगी के लिए एक भरोसा देती है तभी तो हम सभी बड़े ही सम्मान के साथ देश की अदालतों के आगे अपना सिर झुकाते हैं…क्योंकि यहां होने वाला हर फैसला ईमानदारी से होता है जिसकी जिम्मेदारी न्यायाधीशों पर होती है जिसे वो शत-प्रतिशत निभाते भी हैं…
इन दिनों न्यायाधीशों की ओर से लिए गए कुछ ऐसे फैसले सामने आए हैं जो देश की आदालतों में पारदर्शिता को और मजबूत कर रही है…न्यायपालिका का सिर गर्व से ऊंचा कर रही है…मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज सुजॉय पॉल ने इसलिए अपना ट्रांसफर करवा लिया क्योंकि उनका बेटा भी अब वहां प्रैक्टिस करने लगा है…पिछले साल मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के ही जज श्रीधरन ने सुप्रीम कोर्ट की कॉलीजियम से इसलिए अपने ट्रांसफर की मांग की क्योंकि उनकी बेटी इंदौर की जिला अदालत और हाई कोर्ट की पीठ में वकालत शुरू करने वाली थी…है ना काबिले तारीफ…सुप्रीम कोर्ट की कॉलीजियम ने इन दोनों के प्रार्थाना पत्र को स्वीकार करते हुए ट्रांसफर भी कर दिया…
काम करते हुए हितों का टकराव ना हो इसलिए देश की अदालतों में बैठे जज खुद ही अपना ट्रांसफर करवा रहे हैं…मिसाल पेश कर रहे हैं…जो देश में न्यायपालिका के कद को ऊंचा करने के साथ-साथ जनता के दिलों में अपनी जगह को और मजबूत कर रहा है…ईमानदारी एक अनमोल हीरा ही तो है…जो ना खानों में दबी है ना दुकानों में सजी है…ये लोगों के दिलों में बसी है जिसके दम पर हम सबका विश्वास टिका है…आप किसी भी पेशे में हों लेकिन एक चीज हर जगह कॉमन होती है वो है ईमानदारी…जिसे ना तो किसी को सिखाया जा सकता है और ना ही थोपा जा सकता है…हर किसी को इसे खुद ही फॉलो करना होता है…अपने जमीर को सबसे ऊपर रखते हुए हर फैसला लेना होता है…जिसकी बड़ी तस्वीर देश की अदालतों से आ रही है…
सुप्रीम कोर्ट की कॉलीजियम ट्रांसफर के हर प्रार्थना पत्र पर गंभीरता से विचार करने के बाद ही कोई फैसला लेती है…कई बार जनता के हितों को देखते हुए ट्रांसफर याचिका को खारिज भी कर देती है…जिसके पीछे होता है जनता का हित…जज हों या सुप्रीम कोर्ट की कॉलीजियम…कोई भी फैसला लेने से पहले जनता के हितों को पूरा ध्यान में रखते हैं…
कॉलेजियम ने कलकत्ता हाई कोर्ट की जज जस्टिस मौसमी भट्टाचार्या को तेलंगाना और केरल हाई कोर्ट की जज जस्टिस अनु शिवरमन को कर्नाटक हाई कोर्ट ट्रांसफर करने की सिफारिश की है…कॉलेजियम ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के तीन एडिशनल जजों जस्टिस बोपन्ना वराहा लक्ष्मी नरसिम्हा चक्रवर्ती, जस्टिस टीएम राव और जस्टिस दुप्पला वेंकट रमना को स्थायी जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है…कॉलेजियम ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के दस एडिशनल जजों को स्थाई जजों के रूप में नियुक्ति करने की सिफारिश की है…