इसके अलावा, यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए छह टीआई, 37 टीएसआई, 190 मुख्य आरक्षी एवं 210 आरक्षियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। संवेदनशील इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। इन स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ-साथ पीएसी की दो कंपनियां, क्यूआरटी की 15 टीमें और कमांडो की दो टीमों की तैनाती की गई है। निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद ली जा रही है।
मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी सक्रिय निगरानी कर रही है। किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। जिले के पुलिस अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में धर्मगुरुओं और प्रबुद्ध नागरिकों के साथ बैठकें कर शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
आम लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पर्व को सौहार्द और उल्लास के साथ मनाएं। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी या सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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