अमेरिका में आरोपियों के कब्जे से मिला था 391 किलोग्राम मेथामफेटामाइन, 109 किलोग्राम कोकीन
आरोपी 26 फरवरी, 2025 को अमेरिका में मादक पदार्थों की सबसे बड़ी जब्ती के मामले में एफबीआई को वांछित था। इस मामले में एफबीआई ने अमेरिका में उसके छह साथियों को गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से 391 किलोग्राम मेथामफेटामाइन, 109 किलोग्राम कोकीन, चार आधुनिक हथियार और वाहन जब्त किए गए थे। इस मामले में गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों की पहचान अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत उर्फ बल्ल, अमृतपाल सिंह उर्फ चीमा, तकदीर सिंह उर्फ रोमी, सरबजीत सिंह साबी, फर्नांडो वालाडेरेस उर्फ फ्रैंको और गुरलाल सिंह के रूप में हुई है।
अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का सरगना
आरोपी भिंडर एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का सरगना था, जो कोलंबिया से अमेरिका और कनाडा में कोकीन की तस्करी करता था। उन्होंने बताया कि एफबीआई द्वारा की गयी कार्रवाई के बाद, शौन भिंडर एफबीआई एजेंटों को चकमा देकर भारत लौट आया था। पंजाब पुलिस ने उसे लुधियाना क्षेत्र से ट्रैक कर सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी दिसंबर 2024 में आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में भी वांछित था। इस मामले में तरनतारन पुलिस ने खूंखार अपराधी जग्गू भगवाना पुरीया और अमृतपाल बाठ गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था।
ट्रांसपोर्ट कारोबार की आड़ में ड्रग तस्करी
प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि आरोपी शौन भिंडर ट्रकों और ट्रेलरों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार नशीले पदार्थों की बड़ी खेप पहुंचाने में मुख्य भूमिका निभा रहा था। पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया है कि शौन भिंडर 2014 से कनाडा में ट्रांसपोर्ट का कारोबार कर रहा था और इसी की आड़ में नशा तस्करी को अंजाम दे रहा था। शौन भिंडर अपने साथियों के साथ मिलकर हर हफ्ते कोलंबिया से मैक्सिको के रास्ते अमेरिका और कनाडा में लगभग 600 किलोग्राम कोकीन की आपूर्ति कर रहा था।
चार महीने में 145 गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि पिछले चार महीनों में, तरनतारन पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 145 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर 125 मामले दर्ज किये हैं। इस दौरान 34 किलो हेरोइन, चार किलो अफीम और 2.29 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है। इसके अलावा, एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों में 29 भगोड़ों को भी गिरफ्तार किया गया है।