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KGMU ने ‘सावधान’ (SAVDHAN) नामक एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य चिकित्सा कर्मचारियों को वास्तविक समय की आपात स्थितियों के लिए तैयार करना है। यह कार्यक्रम चार बार प्रति वर्ष आयोजित किया जाएगा, और अंतिम परीक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।

SGPGI ने भी आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। हालांकि कुछ रिपोर्टों में अस्पताल की संरचनात्मक कमजोरियों, जैसे कि सील किए गए आपातकालीन निकास और संकीर्ण गलियारों, के कारण आपात स्थितियों में जोखिम की ओर इशारा किया गया है। इन दोनों संस्थानों ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती और टॉप क्लास इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम की व्यवस्था की है।