Unmasking Political Strategies: A Deep Dive into the Rajasthan Elections

0
94

Unmasking Political Strategies: A Deep Dive into the Rajasthan Elections

बेनकाब राजनीतिक रणनीतियाँ: Rajasthan Elections में एक गहरा गोता

सत्ता कि खातिर नेता देश कि जनता को कैसे गुमराह करते है इसका ताज़ा वाकया इन चुनावो में होने वाली विशाल सभाओ और नेताओ द्वारा किये जा रहे नए नए वादों को गहराई से जाँच करके आप जान सकते है। 

राजस्थान कि सत्ता पाने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही व्याकुल दिखाई दे रही है। 

दोनों ही पार्टियों को इस बार का भय सता रहा है कि कही राजस्थान के बारे में जो किवदंतिया है वो बदल ना जाए। 

आपको पता ही है कि राजस्थान में दशकों से एक प्रथा चलती आ रही है , और वो है कि हर पांच साल में जनता दूसरी पार्टी को मौका देती है, और ये मौके सिर्फ भाजपा और कांग्रेस के हिस्से ही आते है अभी तक किसी भी छोटे क्षेत्रीय या राष्ट्रीय पार्टी ने यहाँ पर अपनी सरकार नहीं बनाई है। 

२०१८ के बाद २०२३ में ये विधानसभा चुनाव दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के लिए सर दर्द बन गया है , इसी वजह से तमाम बड़े लोकप्रिय चेहरे राजस्थान कि धुल कि खाक छानते फिर रहे है ,

कांग्रेस कि समझे तो उसके लिए ये गहरी चिंता और चिंतन का समय है , क्योंकि अब जैसे कि राजस्थान कि रिवाज है तो सत्ता परिवर्तन होना मुमकिन है ,ऐसे में भाजपा के लिए ये ख़ुशी कि खबर है लेकिन यहाँ पर अब भाजपा कि ही नींद टूटी हुई है , पार्टी आलाकमान को खतरा है कि कही इस बार राजस्थान कि जनता अपना बरसो पुराना रिवाज न तोड़ दे और वापस सत्ता कांग्रेस के हाथ में ना दे दे , वैसे अगर राजस्थान कि जनता के दिल कि सुने तो यहाँ पर वोटर्स कांग्रेस और भाजपा को इस बार सबक सिखाना चाहती है एक तरफ बेगूं विधानसभा का पगड़ी पर लात मारने वाले पूर्व कांग्रेस विधायक राजेंदर सिंह बिधुरी कि वजह से कांग्रेस भयभीत है और भाजपा इस मुद्दे को भुन्नाने का मौका छोड़ना नहीं चाहती है , लेकिन जनता का मूड अब कुछ और ही बयां कर रहा है इस बार वोटर कांग्रेस को वापिस सत्ता पे लाना चाहते है , और इसकी सबसे बड़ी वजह है भाजपा द्वारा उन पर जबरदस्ती थोपा गया महंगाई , बेरोजगारी और भुख्मरी का बोझ, महंगे पेट्रोल के दाम ऊपर से वस्तुओ पर बढ़ा हुआ टैक्स जनता के जेहन में खटक रहा है , यही वजह है कि भाजपा इस बार पांच साल में सत्ता परिवर्तन वाले संयोग या कहे रिवाज पर भरोसा करने के विचार से ही सहम रही है। 

अपनी इसी उलझन से बाहर निकलने के लिए भाजपा ने हिंदुत्व और देश प्रेम को इस चुनाव में अपना मुद्दा बनाया हुआ है , इसी क्रम में कुछ दिन पहले तिजारा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के तिजारा में एक Rajasthan Elections चुनावी रैली की और इसी रैली में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की लड़ाई को इसराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध से तुलना कर दी , स्थानीय जनता की माने तो .योगी आदित्यनाथ ने जो कहा उसका एक मतलब सुदर्शन न्यूज़ के २२ अक्टूबर को चलाये गए सुरेश चव्हाणके के द्वारा बताये गए यहूदियों और यादवो के बीच के सम्बन्ध की यहूदी ही पहले के यादव थे जो भगवन श्री कृष्ण के वंसज है और उनकी और भारत के यादवो के बीच समानता है , इसी के आधार पर योगी आदित्यनाथ ने इसराइल के तालिबानी मानसिकता के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों का उल्लेख करते हुए कहा, “दुनिया देख रही है कि इसराइल तालिबानी मानसिकता को कैसे निपटा रहा है। ठीक से निशाना लगाओ और मारो “

आपको बता दे कि इसराइल और हमास के बीच युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इसराइल पर अचानक हमला किया जिसके एवज में इसराइली सेना ने हमास के सैनिकों को साफ करने के बाद गाजा पर व्यापक स्तर पर हवाई बमबारी का अभियान चलाया, जिसके बाद गाजा के बड़े भूभाग पर आक्रमण किया। 

आगे योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी लड़ाई में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।  उन्होंने इसे एक युद्ध बताया जिसमें भाजपा ने अपने विरोधियों को निपटाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।  

महिला सुरक्षा को बड़ा मुद्दा बताते हुए आगे योगी आदित्यनाथ ने इस बात को भी उल्लेख किया कि भाजपा की सरकार के आने पर हमारी बहनों और बेटिया खुद को सुरक्षित महसूस करेगी लेकिन , अगर कांग्रेस की जीत हुई तो तालिबानी मानसिकता वाली कांग्रेस और उसके नेता महिलाओं, व्यापारियों, और उनकी संपत्ति को छीनने का काम सुरु कर देंगे “.

इस तरह, योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में इसराइल और हमास के बीच युद्ध का उल्लेख करके इशारो ही इशारो में भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी लड़ाई को एक नई पहचान प्रदान की है,

बाकि आगे देखना ये बाकि है कि क्या कांग्रेस द्वारा तिजारा में मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा करके गलती तो नहीं कर दी है , महंत बालकनाथ एक हिंदुत्ववादी छवि के व्यक्ति है। 

वैसे इस वीडियो को खत्म करने से पहले आपको बताते चले कि भाजपा ने राजस्थान के इन चुनावो में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। 

राजनितिक उथलपुथल के ऐसे ही घटनाक्रम को सिलसिलेवार समझने के लिए आप AIRR न्यूज़ को सब्सक्राइब और वीडियो को लाइक एंड शेयर करना ना भूले। 

जल्द ही मिलते है किसी नयी ताज़ा खबरों और उनसे जुडी महत्वपूर्ण काढियो के साथ तब तक बने रहिये AIRR न्यूज़ के साथ। 

 ‘Unmasking Political Strategies: A Deep Dive into the Rajasthan Elections’ जिसमे हमने राजस्थान चुनावों के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच हो रही राजनीतिक लड़ाई का गहन विश्लेषण किया है। इसमें हमने यह देखा है कि कैसे नेताओं ने जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अलग-अलग रणनीतियां अपनाई हैं। इस वीडियो में हमने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तिजारा में दिए भाषण का भी विश्लेषण किया है। इस वीडियो को देखने के बाद आपको भारतीय राजनीति की समझ और भी बेहतर होगी।

धन्यवाद ! जय हिन्द !जय भारत !

#RajasthanElections #PoliticalStrategies #BJP #Congress #YogiAdityanath #RahulGandhi #NarendraModi #इंडियनपोलिटिक्स#rajsthannews #राजस्थानसमाचार #राजस्थानचुनाव2023 #mahantbalaknath #imrankhan #yadavyahudi #dr.sureshdakad#ashokgahlot

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER.

Never miss out on the latest news.

We don’t spam! Read our privacy policy for more info.

RATE NOW

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here