How to start the business of manufacturing lithium-ion batteries for electric vehicles?
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए lithium-ion batteries बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?
बता दें कि भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र देश के सबसे प्रमुख क्षेत्रों में से एक है, जो राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी का लगभग 7.1 फीसद है। एक पूर्वानुमान के मुताबिक साल 2018 से 2023 के दौरान भारतीय lithium-ion batteries बाजार के 29.26 फीसदी के मजबूत सीएजीआर के साथ बढ़ने की उम्मीद है।
इस स्टोरी में हम आपको लिथियम-आयन बैटरी निर्माण के संयंत्र और लागत तथा इसके निर्माण में प्रयुक्त होने वाली मशीनरी के बारे में बताने जा रहे हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों के अलावा लैपटॉप, सेल फोन, स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप, पावर बैंक आदि में भी किया जाता है। ऐसे में लिथियम-आयन बैटरी बिजनेस आज की जरूरी डिमांड बन चुका है।
दरअसल लिथियम-आयन बैटरी हाई एनर्जी डेन्सिटी वाली एक रिचार्जेबल बैटरी हैं जो पोर्टेबल उपकरणों में प्रमुख रूप से उपयोग की जाती हैं। बतौर उदाहरण स्मार्टफोन, टैबलेट/पीसी, डिजिटल कैमरा और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के उपयोग में वृद्धि के कारण इन बैटरियों का डिमांड मार्केट में और भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है।
इसके अलावा, ऑटोमोबाइल उद्योग में भी लिथियम-आयन बैटरी की डिमांड इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के अनुरूप बढ़ने की उम्मीद है। चूंकि lithium-ion batteries आकार में छोटी तथा कम वजन वाली होती हैं, ऐसे में ये इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाली निकेल-मेटल बैटरियों का विकल्प पेश करती हैं। इसी वजह से ऑटोमोबाइल निर्माताओं के बीच लिथियम-आयन की बैटरियां काफी पॉपुलर हैं।
भारत में लिथियम-आयन बैटरी मार्केट
भारत ने साल 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे भारत में लिथियम-आयन बैटरी की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाली लिथियम-आयन बैटरियों से जुड़े बिजनेस कोभारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के रूप में देखा जाता है।
भारत के लिथियम-आयन बैटरी मार्केट में काम करने वाली कुछ प्रमुख कंपनियों के नाम इस प्रकार हैं— सैमसंग एसडीआई कंपनी लिमिटेड, पैनासोनिक कॉर्पोरेशन, टोशिबा कॉर्पोरेशन, हिटाची केमिकल कंपनी लिमिटेड, चीन BAK बैटरी कंपनी लिमिटेड, अमारा राजा बैटरीज लिमिटेड तथा एक्साइड इंडस्ट्रीज।
लिथियम आयन बैटरी की कीमत
लिथियम बैटरी की कीमत kWh में मापी जाती है, वर्तमान में 1 kWh बैटरी की कीमत 25,000 है जो 80 Ah / 12.8 वोल्ट रेटिंग में आती है। इलेक्ट्रिक स्कूटर में लिथियम बैटरी अलग-अलग एम्पेयर और वोल्टेज की ज़रूरत पड़ती है। इसमें बैटरी की कैपेसिटी 2.98 kW से 3.97 kW की होती है जो लगभग 121 km. से 181 km. तक चलती है। इसकी कीमत 89,400 से 1,19,100 रुपए के बीच आती है। इलेक्ट्रिक कार में बैटरी पैक की रिप्लेसमेंट कीमत भारत में औसतन 5.50 लाख से 6.20 लाख रुपए है।
लिथियम बैटरी कंपनी शुरू करने में कितना खर्चा आता है?
सीईईडब्ल्यू ने अध्ययन रिपोर्ट में कहा कि 50 GWh lithium-ion batteries निर्माण संयंत्र स्थापित करने के सरकारी PLI लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत को 33,750 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है। इस आकार की एक सुविधा के निर्माण में लगभग तीन साल लगेंगे। बैटरी कारखाने के संचालन के लिए आवश्यक कोई भी लाइसेंस, अनुमति या अनुमोदन आपकी व्यावसायिक रणनीति में शामिल होना चाहिए। गौरतलब है कि लिथियम बैटरी जीएसटी के अधीन हैं। लिथियम बैटरी राज्य और संघीय सरकार की सब्सिडी के लिए पात्र हैं।
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