ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई के जन्मदिन के मौके पर इजरायल ने ऐसा बारूदी तोहफा दिया जिससे ईरान के होश उड़ गए…13 अप्रैल को हुए हमले के 7 दिन बाद तक इजरायल शांत रहा तो ईरान को इस बात का विश्वास हो गया था कि इजरयाल अब हमला नहीं करेगा लेकिन खामेनेई के जन्मदिन पर इजरयाल ने बता दिया, जता दिया, हमको छेड़ोगे को अंजाम भुगतना होगा और ये अंजाम बेहद बारूदी होगा…जंगी होगा…जलजला ला देने वाला होगा…-Netanyahu gave gunpowder birthday gift
ईरान के आक्रमण के 7 दिन बाद इजरायल ने वो किया जिसके लिए वो जाना जाता है, पहचाना जाता है, नेतन्याहू ने रईसी के देश में बारूदी बारिश कर दी, बवंडर ला दिया, आसमान को सुलगा दिया, धरती को जला दिया, मिसाइलों से मौत का कोहराम मचा दिया लेकिन सवाल ये है कि इजरायल की मिसाइलों ने ईरान के इस्फहान शहर को ही निशाना क्यों बनाया? स्ट्रैटेजिक रूप से क्यों महत्वपूर्ण है ईरान का इस्फहान शहर? और इस्फहान पर हमला ईरान के लिए कितनी बड़ी चोट है
इजरायल ने अपने बदले के लिए ईरान के शहर इस्फहान को चुना.. जो तेहरान और मशाद के बाद ईरान का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है.. यहां की आबादी लगभग 22 लाख है.. लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि इस्फहान स्ट्रैटेजिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है.. यहां मिलिट्री रिसर्च और डेवलपमेंट साइट्स के साथ-साथ कई अहम सैन्य अड्डे हैं.. ईरानी शहर इस्फहान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स का प्रमुख सैन्य अड्डा है.. देश का सबसे बड़ा क्लाउड सीडिंग प्रोजेक्ट भी इसी शहर में है.. इस शहर में कई न्यूक्लियर प्लांट हैं.. ईरान का सबसे बड़ा यूरेनियम प्रोग्राम भी इसी जगह से ऑपरेट होता है..जिसके दम पर ईरान परमाणु संपन्न देश बनने का सपना देख रहा है, इजरायल जैसे दुश्मनों को खाक करने का दम भर रहा है…-Netanyahu gave gunpowder birthday gift
इस्फहान में ईरानी सेना का प्रमुख एयरबेस भी है.. जहां ईरान का सबसे बड़ा जहाजी बेड़ा है.. यहां US मेड ग्रूमैन F-14 टॉमकैट लड़ाकू विमान है.. जो उसे 1979 की इस्लामिक क्रांति से पहले अमेरिका से मिला था जिसके दम पर वो अह अमेरिका को ही आंख दिखा रहा है…टॉमकैट लड़ाकू विमान की रफ्तार 2485 किलोमीटर प्रतिघंटा है.. इसकी कॉम्बैट रेंज 930 किलोमीटर है.. और इसमें दस तरह के हथियार लगाए जा सकते हैं.. जिसमें रॉकेट, बम और मिसाइलें शामिल हैं..
ईरान कई अहम जंगों में इसका इस्तेमाल करता आया है.. ऐसे में माना जा रहा है.. ईरान के इस्फहान शहर को निशाना बनाकर इजरायल एक बड़ा संदेश देना चाहता है.. और वो ये.. इजरायल… ईरान की रीढ़ की हड्डी तोड़कर उसे कमजोर कर सकता है.. घुटने पर ला सकता है.. उसे उसकी औकात दिखा सकता है..ईरान पर इजरायल के हमले से पहले से ही अंदेशा जताया जा रहा था.. तेहरान के न्यूक्लियर प्लांट्स खतरे की जद में हैं.. जानकार भी मान रहे थे.. नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को डीरेल करने का मन बना लिया है.. और इसके लिए सबसे आसान रास्ता इस्फहान शहर को टारगेट करना है…
ईरान परमाणु संपन्न देश बनने का सपना देख रहा है, इजरायल जैसे दुश्मनों को खाक करने का दम भर रहा है…
क्या ईरान पर इजरायल आगे भी हमले करेगा?
इजरायल के इस हमले का ईरान कैसे जवाब देगा?