Modi vs Congress: Verbal War Over Pilot Family in Rajasthan Elections
Modi vs Congress: राजस्थान चुनाव में पायलट परिवार पर जुबानी जंग
जैसे जैसे मतदान का समय नजदीक आ रहा हूं राजस्थान में राजनीतिक दलों का आपस ने एक दूसरे पर आरोप लगाना और एक दूसरे को नीचा दिखाने की होड़ बढ़ती जा रही है,
और इसी होड़ में , मोदी जी ने ऐसी बात कह दी जिससे फिर से दिल्ली से लेकर राजस्थान तक मे हलचल मचा दी।
तो चलिये सुरु करते है आज की ये खास पेशकश!
राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान तेज हो गया है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजस्थान के भीलवाड़ा, जहाजपुर और डूंगरपुर में जनसभाओं को संबोधित किया। इन जनसभाओं में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व को तीखे शब्दों में निशाना बनाया। उन्होंने कांग्रेस को परिवारवादी, भ्रष्ट, असमर्थ और देशद्रोही बताया।
इस जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने खासकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वायुसेना पायलट “राजेश पायलट” के परिवार को लेकर कई बयान दिए। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस का इतिहास है कि इस पार्टी में जो भी नेता सच बोलता है उसकी राजनीति ‘गड्ढे’ में चली जाती है।” आगे उन्होंने कहा कि राजेश पायलट ने भी एक बार कांग्रेस के इस परिवार को चुनौती दी थी लेकिन वो भी चूक गए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ये परिवार ऐसा है कि राजेश पायलट को तो सजा दी ही और अब उसके बेटे सचिन पायलट को भी सजा देने में लगा हुआ है।
आपको बता दे कि ,प्रधानमंत्री मोदी ने ये बातें भीलवाड़ा के जहाजपुर में एक जनसभा में कहीं थीं। यहां पर उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार और सचिन पायलट के चचेरे भाई “रामेश्वर डूडी” को भी निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि “डूडी ने एक बार कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वो राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि ये बात कांग्रेस के इस परिवार को चुभ गई और उन्होंने डूडी को उनके इलाके से ही टिकट नहीं दिया।”
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रधानमंत्री मोदी के इन बयानों का कांग्रेस पार्टी ने तुरंत पलटवार किया। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख एवं वरिष्ट नेता पवन खेड़ा ने एक बयान जारी करके प्रधानमंत्री मोदी को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ‘प्रधानमंत्री झूठ बोलो योजना’ को जारी रखते हुए, बौखलाहट में झूठों का एक और पुलिंदा खोल दिया।” आगे उन्होंने कहा कि “राजेश पायलट जी इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से प्रेरित होकर वायुसेना की नौकरी छोड़ कर राजनीति में आए थे और वो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे।” अपनी बात आगे रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि “राजेश पायलट ने सीताराम केसरी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था जबकि उस वक्त सोनिया गांधी राजनीति में नहीं थीं। उन्होंने कहा कि राजेश पायलट और उनके बेटे सचिन पायलट को कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार ने हमेशा सम्मान दिया है।”
इसके बाद खेड़ा ने कहा, “मोदी जी, राजेश पायलट और कांग्रेस पार्टी के विषय में झूठ परोसने की बजाय आज तो आपको उस गुर्जर समुदाय से माफ़ी मांगनी चाहिए थी जिसके 72 नौजवान गुर्जर आंदोलन में भाजपा के राज में मारे गए थे।”
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि , गुर्जर समुदाय का आरक्षण के लिए आंदोलन राजस्थान की राजनीति में एक अहम मुद्दा रहा है। इस आंदोलन का शुरुआत 2006 में हुई थी, जब गुर्जर समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने की मांग उठाई गई थी ।
अपनी इसी मांग को लेकर गुर्जर समुदाय के नेता किरोड़ी सिंह भैंसला ने भारतीय जनता पार्टी की वसुंधरा राजे सरकार से बातचीत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
जब सरकार ने उनकी मांगों को नही माना तो 2007 में गुर्जर आंदोलन ने तीव्र रूप ले लिया और राजस्थान के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुआ और प्रदर्शनकारियों को दबाने के लिए उनकी जमीन जब्त करने के कार्य हुए। इस दौरान गुर्जर आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच भीड़ंत हुई, जिसमें कई लोगों की जान गई। इस आंदोलन में कुल 72 गुर्जर नौजवानों की मौत हुई, जिनमें से 26 की मौत 29 मई 2007 को दौसा जिले के पटोली गांव में एक प्रदर्शन के दौरान हुई। इस घटना को गुर्जर आंदोलन का काला दिन माना जाता है।
इसके ठीक एक साल बाद , 2008 में गुर्जर आंदोलन ने फिर से रफ्तार पकड़ी और इस बार भी आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई। इस दौरान भी कई लोगों की जान गई और संपत्ति का नुकसान हुआ। इस आंदोलन के दौरान गुर्जर आंदोलनकारियों ने रेलवे ट्रैक, सड़कें और बिजली के खंभे तोड़े और वाहनों में आग लगाई। इस दूसरे आंदोलन में 43 गुर्जर नौजवानों की मौत हुई, जिनमें से 20 की मौत 23 मई 2008 को बायाना जिले के पीलूपुरा गांव में हुई। इस घटना को गुर्जर आंदोलन का दूसरा काला दिन माना जाता है।
इसके बाद 2007 और 2008 में हुए जानमाल के नुकसान को देखते हुए आंदोलन के वरिष्ठ नेताओं ने निर्णय लिया कि अब अगले आंदोलन शांतिपूर्ण होगा, इसके बाद 2009 में गुर्जर आंदोलन को शांति से आगे बढ़ाने के लिये तब इसके लिए एक समिति बनाई गई। इस समिति में गुर्जर आंदोलन के नेता किरोड़ी सिंह भैंसला, कांग्रेस नेता राजेश पायलट, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह शेखावत शामिल थे। इस समिति ने गुर्जर समुदाय को 5 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव रखा, जो बाद में राजस्थान सरकार ने मंजूर किया। इसके बाद गुर्जर आंदोलन को अंत तक पहुंचाने का काम राजेश पायलट ने किया।
जनसभा में लगाये गए मोदी के आरोप का खंडन करते हुए, खेड़ा ने कहा कि राजेश पायलट और सचिन पायलट ने हमेशा राजस्थान और गुर्जर समाज को उसका हक दिलाने के लिए हमेशा कार्य किया है।
और इन्ही के प्रयासों का फल है कि कांग्रेस पार्टी ने 2018 में राजस्थान में सत्ता में आने के बाद गुर्जरों को 5 प्रतिशत का आरक्षण देने का कानून बनाया था, जो कि भाजपा की सरकार ने नहीं किया था।
तो ये थी हमारी आज की पेशकश जहा हमने जाना कि
“प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस के बीच पायलट परिवार को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है। दोनों पक्षों का दावा है कि उन्होंने पायलट परिवार के लिए हमेशा सम्मान और समर्थन किया है।
आपको बता दे कि इस मामले पर पायलट परिवार के सदस्यों का कोई बयान नहीं आया है। सचिन पायलट ने अपने ट्विटर अकाउंट पर बस इतना ही लिखा है कि वो अपने कार्यक्रमों में व्यस्त हैं और उनका लक्ष्य है कि कांग्रेस को राजस्थान में पुनः सत्ता में लाना है।
कांग्रेस सत्ता में आती है या फिर भाजपा ये तो आने वाली 3 तारीख को ही पता चल पाएगा ।
लेकिन 25 तारीख को होने वाले मतदान में ये मुद्दा कितना फायदेमंद होगा बीजेपी और कांग्रेस के लिए इस पर आप अपनी राय जरूर दीजिये!
इसके अलावा राजस्थान में किसकी सरकार बनेगी इस पर भी आप अपनी राय जरूर दीजिये।
आपने यहां तक वीडियो देखा इसके लिए आपका धन्यवाद!
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आज की इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि कैसे प्रधानमंत्री Modi vs Congress पार्टी के बीच राजस्थान चुनावों से पहले पायलट परिवार पर जुबानी जंग शुरू हो गई है। हम आपको ये भी बताएंगे कि कैसे गुर्जर आंदोलन का मुद्दा इस जंग में घुसा है और कौन सा पक्ष इस मुद्दे को अपने पक्ष में ले रहा है। हम आपको वीडियो के माध्यम से ये भी दिखाएंगे कि प्रधानमंत्री मोदी ने किन-किन बातों का जिक्र किया है और कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कैसे उनके आरोपों का खंडन किया है।
Modi vs Congress: राजस्थान चुनाव में पायलट परिवार पर जुबानी जंग
ये वीडियो आपको राजस्थान की राजनीति के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ मनोरंजन भी करेगा। इस वीडियो को देखने के बाद आपको राजस्थान चुनावों के बारे में एक नए नजरिए से सोचने का मौका मिलेगा।
धन्यवाद!
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