Hitler Gifted Country: एडोल्फ हिटलर के बारे में कौन नहीं जानता. एक ऐसा नाम जो इतिहास के सबसे खौफनाक और विवादित चेहरों में गिना जाता है. हिटलर ने जर्मनी पर 1933 से लेकर 1945 तक यानी कुल 12 साल तक शासन किया. इस दौरान उसने ना सिर्फ जर्मनी को तानाशाही की ओर धकेला. बल्कि पूरी दुनिया को भी दूसरे विश्व युद्ध में झोंक दिया.
लेकिन हिटलर की जिंदगी के दौरान लिए गए उसके कुछ फैसलों के किस्स ऐसे हैं. जो आज भी दुनिया भर को चौंकाते हैं. एक वक्त ऐसा भी आया था जब हिटलर ने पूरा का पूरा देश किसी को गिफ्ट कर दिया था. कौन सा था यह देश और क्या था हिटलर का मकसद और मतलब चलिए आपको बताते हैं पूरी जानकारी.
जब हिटलर ने गिफ्ट किया नया देश
साल 1939 में यूरोप राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहा था. दूसरा वर्ल्ड वॉर शुरू हो चुका था. इसी समय हिटलर ने एक चौंकाने वाला कदम उठाया उसने चेकोस्लोवाकिया को तोड़ते हुए स्लोवाकिया को एक नया देश बनाकर जोज़ेफ़ टिसो को गिफ्ट कर दिया. इसे एक तरह से गिफ्ट नहीं कहा जाएगा. क्योंकि यह हिटलर की एक राजनीतिक चाल थी.
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हिटलर ने स्लोवाकिया को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया पर शर्त यह थी कि वो जर्मनी का सहयोगी बना रहेगा. हिटलर चाहता था कि स्लोवाकिया सोवियत संघ और पश्चिमी ताकतों के खिलाफ एक बफर ज़ोन बने. उसने इस गिफ्ट को अपनी रणनीति मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किया.
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अपने फायदे के लिए किया यह काम
हिटलर किसी भी कीमत पर दूसरे विश्व युद्ध में हार नहीं मानना चाहता था. इसीलिए उसने पहले ही बहुत तरह की रणनीतियां तय कर ली थीं. हिटलर ने स्लोवाकिया को नए देश के तौर पर दर्जा देकर यह दिखाया कि वह उदार नेता है. जो छोटे देश की मदद कर रहा है. लेकिन असल में उसने यह सब अपने फायदे के लिए किया था. वह स्लोवाकिया को सोवियत संघ और बाकी पश्चिमी देशों के खिलाफ युद्ध में कठपुतली की तरह इस्तेमाल कर रहा था. स्लोवाकिया की सरकार पूरी तरह से हिटलर के इशारों पर काम करती थी.
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