Exposing the Massive ₹854 Crore Cyber Fraud Case of 2023: An In-depth Investigation
2023 के बड़े ₹854 करोड़ साइबर धोखाधड़ी मामले का पर्दाफाश: एक गहन जांच
भारत के सबसे चर्चित घोटालो और अपराधों की इस श्रृंखला में आपका स्वागत है।
बेंगलुरु पुलिस ने 2023 में एक बड़ा Cyber Fraud केस खोला, जिसमें 854 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई।
आरोपियों ने भारत भर में हजारों पीड़ितों को एक निवेश योजना के माध्यम से धोखा दिया।
पुलिस ने तीन अन्य व्यक्तियों की पहचान की है, जिन्हें धोखाधड़ी के पीछे के मास्टरमाइंड माना जाता है।
आरोपियों के नाम मनोज, फनींद्र, चक्रधर, श्रीनिवास, सोमशेखर और वशांत हैं, जो सभी बेंगलुरु के निवासी हैं।
उन्होंने पीड़ितों को व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से लालच दिया और पीड़ितों से शुरुआती रूप से 1,000 से 10,000 रुपये तक की निवेश करने के लिए कहा ,और साथ ही उन्हें वादा किया कि वे प्रतिदिन 1,000 से 5,000 रुपये के रूप में लाभ कमाएंगे।
हजारों पीड़ितों ने इस योजना में 1 लाख से 10 लाख या अधिक राशि का निवेश किया।
हालांकि, आरोपियों ने निवेशकों को न तो उनका पैसा वापस दिया और न ही वादे के अनुसार लाभ।
धोखाधड़ी के संबंध में एक मामले के शिकायत के बाद, सभी संबंधित बैंक खाते सीज कर दिए गए।
कुल धोखाधड़ी राशि में से, बेंगलुरु में अकेले 49 लाख लोगो के, 5 करोड़ रुपये को सीज किया गया।
एक बार राशि इकट्ठी हो जाने पर, आरोपियों ने संगठित पैसे को दूसरे खातों में भेज दिया गया था।
बता दे कि पीड़ितों द्वारा निवेशित धन ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से विभिन्न बैंक खातों में पहुंचा था।
पुलिस के अनुसार, धोखाधड़ी धन को पाने के लिए विभिन्न राज्यों में 84 बैंक खाते खोले गए थे।
इनमें से कुछ खाते नकली पहचान का उपयोग करके खोले गए थे।
बाकि बचे हुए बैंक खाते उन्होंने कुछ लोगों के वास्तविक नाम से भी खोले थे और उन्हें उन खातों के लिए कमीशन भी दिया था।
पुलिस के अनुसार देश भर में 5,013 समान साइबर निवेश धोखाधड़ी के मामले पंजीकृत किए गए थे और उनमें से 17 अकेले बेंगलुरु में पंजीकृत थे।
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