नारे गढ़ने और उसके सहारे नैरेटिव खड़ा करने में BJP का कोई मुकाबला नहीं है, लेकिन इस चुनाव में पार्टी ने यह भी प्रदर्शित किया कि वह नारों का उतनी ही आक्रामकता से जवाब देने में पीछे नहीं है…BJP ने उनके खटाखट का तगड़ा जवाब भी दिया और कहा कि कांग्रेस की हर स्थान से फटाफट विदाई तय है…-bjp political update
चुनावों में भले BJP जोर लगाकर कह रही थी कि इस चुनाव के बाद कांग्रेस की विदाई तय है लेकिन हुआ इसके विपरीत…कांग्रेस ने अब तक का सबसे बड़ी करीब 100 फीसदी की छलांग लगाते हुए 99 सीटों पर पहुंच गई...-bjp political update
BJP ने इस चुनाव में राहुल गांधी के खटाखट वाले बयान के जवाब में अपनी कोई साउंड इंजीनियरिंग तो नहीं की, लेकिन पीएम ने कांग्रेस पर अपने हमलों से ये बताने की कोशिश की थी कि कांग्रेस की यह सोच क्यों है…PM मोदी ने कहा कि गांधी परिवार को महलों में रहने की आदत है…इन शहजादों को कड़ी मेहनत और उसके बाद मिलने वाले फल का कोई अनुभव नही है…इसीलिए वे कहते हैं कि देश अपनी रफ्तार से प्रगति करेगा, कैसे… खटाखट…खटाखट…रायबरेली की जनता भी उन्हें खटाखट खटाखट घर भेज देगी…
इधर चुनाव के एक-दो चरण के बाद ही कांग्रेस को पता चल गया था कि उसका खटाखट वाला बयान फटाफट काम कर रहा है…इसीलिए प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तमाम दूसरे नेताओं ने भी खटाखट का इस्तेमाल दूसरी बातों को समझाने में किया…जिसका असर भी जनता पर दिखा…
राहुल गांधी के जुमले का असर कांग्रेस के सहयोगी दलों पर भी हुआ…बिहार की एक रैली में RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि आपको नौकरियां मिलेंगी फटाफट..फटाफट…BJP हो जाएगी सफाचट…सफाचट…कांग्रेस और लालटेन को वोट मिलेंगे ठकाठक…ठकाठक…तेजस्वी जब यह तुकबंदी कर रहे थे तब राहुल गांधी उनके बगल में ही बैठे मुसकुरा रहे थे…
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर भी खटाखट का रंग नजर आया…एक चुनावी सभा में उन्होंने इसकी तुकबंदी में गटागट…गटागट का इस्तेमाल किया…उनका इशारा चुनावी बांड स्कीम के तहत BJP को मिले चंदे की ओर था..
नारों के अलावा कुछ शब्दों को लेकर भी चुनावी दंगल देखने को मिला…RJD अध्यक्ष लालू यादव ने PM मोदी की फैमिली को लेकर सवाल उठाए तो इसे BJP ने अभियान ही बना दिया…BJP के दिग्गज नेता खुद को ‘मोदी का परिवार’ बताने लगे…’मोदी का परिवार’ शब्द अपने सोशल मीडिया अकाउंट में अपने नाम के साथ जोड़ लिया…लेकिन चुनावी नतीजों में इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला…BJP अकेले पूर्ण बहुमत के आंकड़े को भी नहीं छू पाई…सहयोगी दलों के साथ लोकसभा की कुल 293 सीटों पर कब्ज़ा किया…
इंडिया गठबंधन का सवा दो सौ से ज्यादा सीटों पर कब्ज़ा ये तो साफ करता है कि 2019 के चुनाव से इतर इस बार विपक्ष ने अपने जिस भी जुमले से सत्ता पक्ष पर वार किया वो काफी दमदार था…UP में NDA का आधी सीटों पर सिमटना, महाराष्ट्र के महादंगल में नुकसान होना विपक्ष के जुमलों की जीत साबित करता है…जिसकी शुरुआत कांग्रेस का शहजादे राहुल गांधी ने की थी…
इस चुनाव में नारों के अलावा कुछ शब्दों को लेकर भी चुनावी दंगल देखने को मिला
क्या जुमलों को लेकर विपक्ष ने पहले से ही प्लानिंग की थी
चुनावी जुमलों को लेकर वार-पलटवार को आप कैसे देखते