संगोष्ठी… देवी अहिल्या से प्रेरणा लेकर पीएम कर रहे सेनाओं को मजबूत- अर्चना चिटनीस

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    प्रधानमंत्री द्वारा जिस तरह से आज के परिवेश में रक्षा के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है वह कहीं न कहीं देवी अहिल्या से, उनके कार्य से प्रभावित है। देवी अहिल्या माता के पास जब दो बंदूकें थी, उन्होंने एक तोपखाने का निर्माण किया, तोपों की संख्या बढ़ाई और अपने राज्य की सीमाओं को सुरक्षित रखा। इस तरह नरेंद्र मोदी भारत के अस्मिता और अखंडता को बचाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के तहत जो कार्रवाई क,ी उसके बाद हमारे देश की सेनाओं को मजबूत करने में लगे हैं।

    यह बात बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनीस ने गुरुवार को आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में कही। भाजपा द्वारा लोकमाता पुण्य श्लोका देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। त्रिशताब्दी वर्ष पर भाजपा द्वारा विभिन्न आयोजन किए जा रहे है। इसी तारतम्य में गुरुवार शाम को किशोर सभागृह में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता गिरिजा शंकर त्रिवेदी सेवानिवृत्त प्राचार्य एसएन कॉलेज ने की। मुख्य अतिथि के रूप में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम में जिपं अध्यक्ष पिंकी सुदेश वानखेड़े, विधायक नारायण पटेल, महापौर अमृता अमर यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष राजपालसिंह तोमर, पूर्व विधायक देवेंद्र वर्मा, पूर्व विधायक राम दांगोरे, महादेवगढ़ संरक्षक अशोक पालीवाल, मंगलेश तोमर, नंदन करोड़ी सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहें। पंधाना विधायक छाया मोरे तो आधा कार्यक्रम होने के बाद पहुंचीं।

    देरी से पहुंचे अतिथि, सब्र की उलाहना
    कार्यक्रम का समय शाम छह बजे से निर्धारित किया गया था। श्रोता तो समय से पहुंच गए थे, लेकिन मुख्य अतिथि सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल करीब डेढ़ घटा देरी से पहुंचे। मुख्य वक्ता बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनीस भी करीब एक घंटा देरी से पहुंचीं। देरी से शुरू हुए कार्यक्रम में करीब आधे घंटे से अतिथियों के स्वागत सम्मान की औपचारिकता हुई। इससे कई श्रोता कार्यक्रम के बीच में चले गए। अर्चना चिटनीस से उदृबोधन शुरू किया तो उन्होंने श्रोताओं को धैर्य रखने के लिए धन्यवाद दिया।

    जनप्रतिनिधियों को नसीहत, तोमर की तारीफ
    कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. गिरिजाशंकर त्रिवेदी ने जनप्रतिनिधियों को देवी अहिल्याबाई से नसीहत लेने की सीख दी, उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई स्वरोजगार के लिए प्रतिमान स्थापित किए। साड़ी उद्योग शुरू करके महिलाओं को रोजगार से जोड़ा। जनप्रतिनिधियों को इस दिशा में सोचना चाहिए कि वे अपने क्षेत्र के लिए कुछ करें। इसके लिए प्लान तैयार करें। गांव—गांव में इस तरह से स्वरोजगार के प्रकल्प शुरू होने चाहिए। प्रो. त्रिवेदी ने कार्यक्रम में वक्ताओं के चयन में विविधता और विरोधियों को आपस में जोडऩे के प्रयास के लिए जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर की तारीफ भी की।

    भीषण गर्मी से परेशान
    खचाखच भरे हॉल में लोग भीषण गर्मी से परेशान होते रहे। वातानुकूलित हॉल में एसी नहीं चल रहा था, जिससे लोग भीषण गर्मी में परेशान होते रहे। एसी खराब होने से आयोजकों ने कूलर लगवाए थे। कूलर की हवा मध्य कतारों तक नहीं पहुंच रही थी। जिससे श्रोताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। देरी से शुरू हुए कार्यक्रम में श्रोता पंखे की हवा के लिए पंखे की ओर सरकते रहे।

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