Brahmi Plant Benefits: ब्राह्मी के बारे में हम सब यही जानते हैं कि यह एक औषधीय पौधा है जिसका कभी-कभार हम यूज करते हैं लेकिन ब्राह्मी के पत्ते से साग बनाकर भी खाया जाता है. इसके अनोखे फायदे हैं. ब्राह्मी का वैज्ञानिक नाम बाकोपा मोनेरी Bacopa monnieri है.यह पौधा आमतौर पर पानी में उगता है. यह भारत, श्रीलंका और अन्य एशियाई देशों में पाया जाता है. ब्राह्मी को आयुर्वेद में बेहद कीमती औषधि माना जाता है. इसे मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसे अक्सर बुद्धि का पौधा भी कहा जाता है क्योंकि यह मानसिक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है लेकिन ब्राह्मी के पत्ते को साग बनाकर सेवन करने से कई तरह के फायदे मिलते हैं. इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट गुण होतै है जो कई तरह की क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करते है.
ब्राह्मी में मौजूद पोषक तत्व
ब्राह्मी पोषक तत्वों का खजाना होता है. हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक 100 ग्राम ब्राह्मी के पत्ते में 2.1 ग्राम प्रोटीन, 1 ग्राम फाइबर, 16 ग्राम फॉस्फोरस सहित कैल्शियम, आयरन, मैग्नीज, फैट जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं.इससे समझा जा सकता है कि इसका साग बनाकर खाने में कितना फायदा मिल सकता है. ब्राह्मी से ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कम किया जा सकता है. आयुर्वेद में ब्राह्मी से अद्भुत दवा तैयार की जाती है. इससे तेल, कैप्सूल आदि बनाया जाता है.
ब्राह्मी के फायदे
1. क्रोनिक बीमारियों से बचाव– ब्राह्मी के पत्तों में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. एंटीऑक्सीडेंट्स का मतलब है क्रोनिक बीमारियों जैसे कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज आदि से बचाव. दरअसल, एंटीऑक्सीडेंट्स कोशिकाओं के अंदर से फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं जिसके कारण कोशिकाओं से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस निकल जाता है. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण ही कई तरह की बीमारियां होती है.
2. दर्द वाली बीमारी से राहत- रिसर्च के मुताबिक ब्राह्मी में एंटी-इंफ्लामेशन गुण होता है. यानी यह कोशिकाओं के अंदर इंफ्लामेशन नहीं होने देता है. इंफ्लामेशन के कारण कोशिकाओं में सूजन होने लगती है और यह डैमेज होने लगती है. कैंसर सहित कई तरह की बीमारियों के लिए इंफ्लामेशन ही जिम्मेदार होता है. ब्राह्मी का सेवन करने से शरीर की कोशिकाओं में इंफ्लामेशन नहीं होगा जिसके कारण इससे कई तरह की बीमारियों का जोखिम कम होगा.
3. ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करता-ब्राह्मी के पत्तों को बुद्धि का पत्ता कहा जाता है. रिसर्च में यह प्रमाणित हो चुका है कि ब्राह्मी के पत्तों में मौजूद कंपाउड ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करता है. चूहों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि जब उसे ब्राह्मी से प्राप्त कंपाउड बाकोपा मिनिएरी दिया गया जिसके बाद उसमें सीखने और किसी चीज को याद करने की क्षमता बढ़ गई.
4. बीपी कंट्रोल-ब्राह्मी के पत्तों से ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल किया जा सकता है. इससे हार्ट डिजीज का जोखिम भी कम हो जाता है. स्टडी में पाया गया कि ब्राह्मी से प्राप्त अर्क नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ा देता है जिससे खून की नलियां चौड़ी हो जाती है और इससे खून का प्रवाह तेज हो जाता है. इसी कारण यह बीपी को कंट्रोल करता है और हार्ट डिजीज के जोखिम को भी कम करता है.
5. मूड सही करता-ब्राह्मी का सेवन करने से मूड ठीक रहता है. दरअसल, यह एंग्जाइटी और स्ट्रैस को कम करता है. इसके लिए ब्राह्मी से कई तरह की दवाइयां बनती है. ब्राह्मी एक तरह से एंटी-डिप्रेशन की दवा है. एक्सपर्ट के मुताबिक ब्राह्मी का सेवन सीमित मात्रा में करने से दिमाग पर सकारात्मक असर होता है. इससे एडीएचडी बीमारी यानी एटेंशन डिफीसीट हाइपएक्टिव डिसॉर्डर के लक्षण कम होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 17:49 IST