हर ओर स्टार्टअप्स की बहार, हम बताएंगे कितनी तरह के होते हैं स्टार्टअप

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   हर ओर स्टार्टअप्स की बहार, हम बताएंगे कितनी तरह के होते हैं स्टार्टअप

आजकल हर ओर स्टार्टअप की चर्चा है…हर कोई स्टार्टअप पर अपनी सलाह दे रहा है…अपने-अपने एक्सपीरिएंस के हिसाब से…कोई फायदे का सौदा बता रहे है तो कोई सतर्क रहने के लिए कह रहा है…धड़ल्ले से इसमें निवेश भी हो रहा है…लेकिन क्या आपको पता है कि स्टार्टअप कितने प्रकार के होते हैं…अगर नहीं तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं है…हम आज आपको अपने इस वीडियो में बताएंगे कि स्टार्टअप कितने प्रकार के होते हैं…

जब से देश में स्टार्टअप कल्चर की शुरुआत हुई है तब से हम अक्सर यूनिकॉर्न के बारे में सुन रहे हैं…यह दरअसल स्टार्टअप का एक टाइप होता है…जब स्टार्टअप की वैल्युएशन 1 अरब डॉलर यानी 8200 करोड़ रुपए से ज्यादा हो जाती है तो उसे यूनिकॉर्न कहा जाता है…मौजूदा वक्त में भारत में करीब 110 यूनिकॉर्न हैं जिनकी संख्या 2025 तक 150  हो सकती है और और उम्मीद है कि अगले 5 सालों में इनकी संख्या 10 गुना तक बढ़ सकती है… 

यूनिकॉर्न के बारे में तो आपने खूब पढ़ा-सुना है लेकिन क्या आपने कभी मिनीकॉर्न, सूनीकॉर्न, डेकाकॉर्न या हेक्टाकॉर्न स्टार्टअप के बारे में सुना है…जब किसी स्टार्टअप का वैल्युएशन 1 मिलियन डॉलर से अधिक हो जाता है तो उसे मिनीकॉर्न स्टार्टअप कहा जाता है…इस तरह देखा जाए तो इस क्लब में शामिल होना किसी भी स्टार्टअप के लिए सबसे आसान होता है…कई स्टार्टअप की तो शुरुआत ही इससे काफी ऊपर की वैल्युएशन के साथ होती है…भारत में ऐसे स्टार्टअप की भरमार है

मिनीकॉर्न और यूनिकॉर्न स्टार्टअप के बीच के स्टार्टअप को सूनीकॉर्न कहा जाता है…यानी इसका वैल्युएशन 1 मिलियन डॉलर से तो अधिक होता है…लेकिन यह बहुत ही जल्द ही 1 अरब डॉलर तक पहुंचने वाला होता है…यानी यह जल्द ही यूनिकॉर्न बनने वाला होता है…वैसे तो वैल्युएशन के मामले में इसकी कोई परिभाषा नहीं है…लेकिन इसे आसानी से समझने के लिए कुछ लोग उन स्टार्टअप्स को सूनीकॉर्न कहते हैं जो 100 मिलियन डॉलर की वैल्युएशन से आगे निकल जाते हैं लेकिन 1000 मिलियन डॉलर यानी 1 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक नहीं पहुंचे होते हैं…इसका मतलब साफ है कि जो स्टार्टअप जल्द ही यूनीकॉर्न बनने वाला होता है उसे सूनीकॉर्न स्टार्टअप कहते हैं…

अब बात करते हैं डेकाकॉर्न स्टार्टअप की…ये वो स्टार्टअप होते हैं जिनका वैल्युएशन 10 अरब डॉलर से ज्यादा हो जाता है…जनवरी 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में करीब 47 डेकाकॉर्न हैं…जिनमें से सिर्फ 5 ही भारत में हैं…भारत के ये 5 डेकाकॉर्न स्टार्टअप फ्लिपकार्ट, बाईजूस, नायका, स्विगी और फोनपे हैं…
जिस स्टार्टअप का वैल्युएशन 100 अरब डॉलर से अधिक हो जाती है उसे होक्टोकॉर्न स्टार्टअप कहा जाता है…इसे सुपर यूनिकॉर्न भी कहा जाता है…भारत में अभी एक भी होक्टोकॉर्न स्टार्टअप नहीं हैं…मार्च 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार स्टार्टअप की दुनिया में होक्टोकॉर्न स्टार्टअप के मामले में स्पेसएक्स, बाइटडांस और शीन ही अभी इस लेवल तक पहुंचे हैं…वहीं कुछ बड़ी कंपनियां जैसे एप्पल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक, ओरेकल और सिस्को भी होक्टोकॉर्न स्टार्टअप की श्रेणी में आती हैं…

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