अलसूर संघ के मंत्री अभय कुमार बांठिया ने बताया कि यह पहला प्रसंग है जब एक साथ तीन साध्वियों के वर्षीतप के पारणा का लाभ संघ को मिला है। वर्षीतप तपस्वी कांताबाई बांठिया, कविताबाई बांठिया, चंद्राबाई बांठिया, संतोषबाई छाजेड़, मंजूबाई लोढ़ा, सुभद्राबाई नाहटा, सपनाबाई लोढ़ा, चंद्राबाई लोढ़ा, राजूबाई बोहरा, हेमलताबाई तातेड, शांताबाई कोठारी, पिंकी कवाड़, कौशल्याबाई कोठारी, सूरजीबाई छाजेड़, पुष्पाबाई मुथा, प्रकाशचंद नाहटा, उत्तमचंद खींवसरा आदि मौजूद रहे। संघ अध्यक्ष धनपत राज बोहरा ने स्वागत किया।